श्रीनगर: टिहरी रियासत को आजाद कराने के लिए अपनी शहादत देने वाले नागेंद्र सकलानी और मोलू भरदारी की याद में इस साल कोरोना के चलते चार दिवसीय मेला आयोजित नहीं हो सका, लेकिन इन दोनों वीरों की शहादत को याद करते हुए नगरपालिका कीर्तिनगर की अध्यक्ष कैलाशी जाखी और देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी ने दोनों की मूर्तियों की पूजा-अर्चना कर मूर्तियों पर माल्यार्पण किया.
दोनों वीरों को 11 जनवरी के ही दिन 1948 को कीर्तिनगर में आजाद पंचायत का गठन करना था, लेकिन इसी दिन करीब 10 बजे शाही फ़ौज के कर्नल डोभाल और उनके सिपाहियों ने नागेंद्र सकलानी व मोलू भरदारी को गोली मार दी. आज इन्हीं की याद में कीर्तिनगर में शहीदी मेले का आयोजन किया जाता है, लेकिन कोरोना काल के चलते मेले को स्थगित करते हुए वीर सैनिकों को सम्मानित किया गया.
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वहीं इस दौरान देखने को मिला कि दोनों शहीदों की मूर्तियों को पूरी तरह से नहीं बनाया गया. दोनों की मूर्तियों को आधा-अधूरा बनाया गया. ये भी बता दें कि जहां पूरा देश 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ, तो वहीं 1 अगस्त 1949 को टिहरी रियासत का भारत में विलय हुआ.