धनोल्टी: नए साल के आगमन के लिए कुछ ही दिन शेष रह गए हैं. ऐसे में जहां देश-दुनिया से सैलानी पहाड़ों को रुख कर रहे हैं. वहीं, इनदिनों दुनिया में पर्यटन नगरी के नाम से प्रसिद्ध धनोल्टी के व्यवसायी कामधंधा छोड़ सड़कों पर प्रदर्शन करने को मजबूर है. व्यापारियों का आरोप है कि बर्फबारी के बाद यहां पर्यटकों के आने से आमदनी की उम्मीद जगी थी, लेकिन एसडीएम की एनओसी और रजिस्ट्रेशन के नाम पर लगातार होटलों व दुकानों में छापेमारी से व्यापारियों को असुविधा हो रही है. ऐसे में व्यापारियों में स्थानीय प्रशासन की इस कार्रवाई को लेकर भारी रोष व्याप्त है.
व्यापारी तपेंद्र बैलवाल का कहना है कि वह एनओसी को लेकर खुद भी गम्भीर हैं. लेकिन, कार्यालयों के कई चक्कर काटने के बाद भी एनओसी नहीं मिलती और न ही विभाग ने कभी व्यापारियों की असुविधा को देखते हुए एसके लिए कैंप लगाता है. जहां तक लाइसेंस की बात है उसके लिए व्यापारियों द्वारा अप्लाई किया गया है, लेकिन अभीतक उन्हें लाइसेंस प्राप्त नहीं हुआ है.
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उनका कहना है कि समय-समय पर व्यापार संघ द्वारा जनहित के कार्य और सामाजिक अभियान चलाए जाते हैं. साथ ही धनोल्टी में आने वाले पर्यटकों का भी खासा ख्याल रखा जाता है. लिहाजा, धनोल्टी पर्यटकों के पसंदीदा हिल स्टेशनों में से एक है.
वहीं, प्रशासन की छापेमारी के नाराज व्यापारियों ने शनिवार को एसडीएम परिसर में पहुंचकर जमकर नारेबाजी की. उनका कहना है कि सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने का निरन्तर प्रयास कर रही है. जिससे पहाड़ों से हो रहे पलायन को रोका जा सके. ऐसे में अगर स्थानीय प्रशासन का यही रवैया रहा तो जल्द ही व्यापारियों को अपना व्यवसाय बंद करना पड़ेगा. उधर, एसडीएम रविंद्र जुवांठा का कहना है कि व्यापारियों के खिलाफ नियम के तहत कार्रवाई की गई है. होटलों पर की गई छापेमारी में घरेलू सिलेंडर सहित कई सामान बरामद किए गए हैं. ऐसे में जो विरोध हो रहा है वह निराधार है.