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जज्बे को सलाम: सुविधाओं और स्टाफ की कमी के बावजूद कोरोना से कर रहीं दो-दो हाथ

प्रतापनगर के दीनगांव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर स्वास्थ्य टीमें स्टाफ की कमी और कम संसाधनों से जूझ रही हैं. इसके बावजूद कोरोना वॉरियर्स कोरोना वायरस से डटकर मुकाबला कर रही हैं. साथ ही लोगों को जागरूक भी कर रही हैं.

जज्बे को सलाम
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Published : May 7, 2020, 9:06 AM IST

Updated : May 7, 2020, 2:00 PM IST

प्रतापनगर: कोरोना वायरस का कहर पूरी दुनिया में जारी है. ऐसे में प्रतापनगर स्वास्थ्य विभाग की टीमें स्टाफ की कमी और सीमित संसाधनों के बीच कोरोना वायरस से डटकर मुकाबला कर रही हैं. प्रतापनगर का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दीनगांव वर्षों से मात्र एक फार्मासिस्ट और एक वॉर्ड ब्वाय के भरोसे चल रहा है.

जज्बे को सलाम

यह अति प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र 4 बेड का है, लेकिन आज तक यहां चार बेड नहीं पहुंच पाए हैं. बिना संसाधनों के केवल एक कमरे में चल रहा अति प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अब जर्जर स्थिति में है.

बता दें कि, कोरोना वायरस के चलते जगह-जगह स्वास्थ्य टीमें बनाई गई हैं. ऐसे में ये टीमें विभिन्न प्रांतों से अपने घरों को लौट रहे लोगों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए घर-घर जाकर उनका परीक्षण कर रही हैं. प्रभारी स्वास्थ्य डॉ रानी ने बताया कि हमारी पूरी स्वास्थ्य टीमें अपनी जान जोखिम में डालकर प्रत्येक गांव में घर-घर जाकर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर हिदायतें दे रही हैं. उन्होंने बताया कि हम लोग सीमित संसाधनों में कोरोना जैसी महामारी का डटकर मुकाबला कर रहे हैं.

पढ़ें- दारमा घाटी के लिए माइग्रेशन करने वाले ग्रामीण परेशान, ग्लेशियर टूटने से नागलिंग-दुग्तु मार्ग बंद

वहीं डॉक्टर रानी ने बताया कि हमारी सभी स्वास्थ्य टीमें गांव-गांव, घर-घर जाकर बाहर से आए लोगों का परीक्षण कर रही हैं. इसके साथ ही लोगों को जागरूक कर रही हैं. उन्होंने कहा कि केंद्रों पर स्वास्थ्य कर्मचारियों की भले कमी हो, लेकिन स्वास्थ्य कर्मचारी डटकर मुकाबला कर रहे हैं और अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं.

प्रतापनगर: कोरोना वायरस का कहर पूरी दुनिया में जारी है. ऐसे में प्रतापनगर स्वास्थ्य विभाग की टीमें स्टाफ की कमी और सीमित संसाधनों के बीच कोरोना वायरस से डटकर मुकाबला कर रही हैं. प्रतापनगर का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दीनगांव वर्षों से मात्र एक फार्मासिस्ट और एक वॉर्ड ब्वाय के भरोसे चल रहा है.

जज्बे को सलाम

यह अति प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र 4 बेड का है, लेकिन आज तक यहां चार बेड नहीं पहुंच पाए हैं. बिना संसाधनों के केवल एक कमरे में चल रहा अति प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अब जर्जर स्थिति में है.

बता दें कि, कोरोना वायरस के चलते जगह-जगह स्वास्थ्य टीमें बनाई गई हैं. ऐसे में ये टीमें विभिन्न प्रांतों से अपने घरों को लौट रहे लोगों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए घर-घर जाकर उनका परीक्षण कर रही हैं. प्रभारी स्वास्थ्य डॉ रानी ने बताया कि हमारी पूरी स्वास्थ्य टीमें अपनी जान जोखिम में डालकर प्रत्येक गांव में घर-घर जाकर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर हिदायतें दे रही हैं. उन्होंने बताया कि हम लोग सीमित संसाधनों में कोरोना जैसी महामारी का डटकर मुकाबला कर रहे हैं.

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वहीं डॉक्टर रानी ने बताया कि हमारी सभी स्वास्थ्य टीमें गांव-गांव, घर-घर जाकर बाहर से आए लोगों का परीक्षण कर रही हैं. इसके साथ ही लोगों को जागरूक कर रही हैं. उन्होंने कहा कि केंद्रों पर स्वास्थ्य कर्मचारियों की भले कमी हो, लेकिन स्वास्थ्य कर्मचारी डटकर मुकाबला कर रहे हैं और अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं.

Last Updated : May 7, 2020, 2:00 PM IST
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