प्रताप नगर: पर्यटन विभाग ने पांचवें धाम सेम मुखेम में 12 करोड़ रुपए की लागत से पर्यटक आवास गृह, मेला मैदान, कृत्रिम झील व अन्य प्रकार के कई निर्माणकार्य करवा रहा है. इनका निर्माणकार्य अपने अंतिम चरण में है. मगर हैंडओवर होने से पहले ही पर्यटक आवास गृह की छत टपकने लगी है. पर्यटक आवास गृह की दीवारों पर सीलन और मेला मैदान की क्षतिग्रस्त छतरियां समझने के लिए काफी हैं कि पर्यटन विभाग की इस बहुउद्देशीय परियोजना के निर्माणकार्य को किस तरह से अंजाम दिया गया.
कृत्रिम झील में दरार और अन्य निर्माणकार्यों में अभी से आने वाली खामियां इसकी गुणवत्ता पर सवाल खड़े करने लगे हैं. क्षेत्रीय लोगों ने आरोप लगाया है कि नियमों और गुणवत्ता को ताक पर रखकर ये काम किया गया है. जिसके कारण अभी से ये हाल हैं.
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हैंडओवर से पहले ही पर्यटन आवास गृह की टपकती छत, दरारें और टूटी छतरियां विभाग की उम्मीदों पर पानी फेर रही हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि निर्माण कार्यों में बरती गई अनियमितताओं की जांच होनी चाहिए. इसके लिए जो भी दोषी हो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.