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सेम मुखेम में पर्यटन विभाग की परियोजना को लग रहा पलीता, हैंडओवर से पहले ही सामने आई कई खामियां - Sem Mukham's tourist accommodation house

कृत्रिम झील में दरार और अन्य निर्माणकार्यों में अभी से आने वाली खामियां इसकी गुणवत्ता पर सवाल खड़े करने लगे हैं. क्षेत्रीय लोगों ने आरोप लगाया है कि नियमों और गुणवत्ता को ताक पर रखकर ये काम किया गया है. जिसके कारण अभी से ये हाल हैं.

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पर्यटन विभाग की परियोजना को लग रहा पलीता
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Published : Dec 21, 2019, 10:09 PM IST

प्रताप नगर: पर्यटन विभाग ने पांचवें धाम सेम मुखेम में 12 करोड़ रुपए की लागत से पर्यटक आवास गृह, मेला मैदान, कृत्रिम झील व अन्य प्रकार के कई निर्माणकार्य करवा रहा है. इनका निर्माणकार्य अपने अंतिम चरण में है. मगर हैंडओवर होने से पहले ही पर्यटक आवास गृह की छत टपकने लगी है. पर्यटक आवास गृह की दीवारों पर सीलन और मेला मैदान की क्षतिग्रस्त छतरियां समझने के लिए काफी हैं कि पर्यटन विभाग की इस बहुउद्देशीय परियोजना के निर्माणकार्य को किस तरह से अंजाम दिया गया.

पर्यटन विभाग की परियोजना को लग रहा पलीता

कृत्रिम झील में दरार और अन्य निर्माणकार्यों में अभी से आने वाली खामियां इसकी गुणवत्ता पर सवाल खड़े करने लगे हैं. क्षेत्रीय लोगों ने आरोप लगाया है कि नियमों और गुणवत्ता को ताक पर रखकर ये काम किया गया है. जिसके कारण अभी से ये हाल हैं.

पढ़ें-विभागीय लापरवाही के चलते दूषित पानी पीने को मजबूर ग्रामीण, सता रहा है बीमारी का डर

हैंडओवर से पहले ही पर्यटन आवास गृह की टपकती छत, दरारें और टूटी छतरियां विभाग की उम्मीदों पर पानी फेर रही हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि निर्माण कार्यों में बरती गई अनियमितताओं की जांच होनी चाहिए. इसके लिए जो भी दोषी हो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.

प्रताप नगर: पर्यटन विभाग ने पांचवें धाम सेम मुखेम में 12 करोड़ रुपए की लागत से पर्यटक आवास गृह, मेला मैदान, कृत्रिम झील व अन्य प्रकार के कई निर्माणकार्य करवा रहा है. इनका निर्माणकार्य अपने अंतिम चरण में है. मगर हैंडओवर होने से पहले ही पर्यटक आवास गृह की छत टपकने लगी है. पर्यटक आवास गृह की दीवारों पर सीलन और मेला मैदान की क्षतिग्रस्त छतरियां समझने के लिए काफी हैं कि पर्यटन विभाग की इस बहुउद्देशीय परियोजना के निर्माणकार्य को किस तरह से अंजाम दिया गया.

पर्यटन विभाग की परियोजना को लग रहा पलीता

कृत्रिम झील में दरार और अन्य निर्माणकार्यों में अभी से आने वाली खामियां इसकी गुणवत्ता पर सवाल खड़े करने लगे हैं. क्षेत्रीय लोगों ने आरोप लगाया है कि नियमों और गुणवत्ता को ताक पर रखकर ये काम किया गया है. जिसके कारण अभी से ये हाल हैं.

पढ़ें-विभागीय लापरवाही के चलते दूषित पानी पीने को मजबूर ग्रामीण, सता रहा है बीमारी का डर

हैंडओवर से पहले ही पर्यटन आवास गृह की टपकती छत, दरारें और टूटी छतरियां विभाग की उम्मीदों पर पानी फेर रही हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि निर्माण कार्यों में बरती गई अनियमितताओं की जांच होनी चाहिए. इसके लिए जो भी दोषी हो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.

Intro: ready to package
प्रतापनगर
सवालों के घेरे में पर्यटक आवास गृह का निर्माण कार्य


Body: प्रतापनगर
सवालों के घेरे में पर्यटक आवास गृह का निर्माण कार्य l
प्रताप नगर में पांचवें धाम सेम मुखेम में पर्यटन विभाग द्वारा 12 करोड़ रुपए की लागत से निर्माणाधीन पर्यटक आवास गृह मेला मैदान कृत्रिम झील व मेला मैदान के चारों ओर कूड़ेदान छतरियां आदि कई प्रकार का निर्माण कार्य अपने अंतिम चरणों में है और लगभग कार्य समाप्ति की ओर हैं लेकिन कार्य हैंडओवर होने से पहले ही पर्यटक आवास गृह की छत टपकने लग गई है दीवारों पर सीलन मेला मैदान में छतरियां क्षतिग्रस्त कृत्रिम झील में दरार आदि कई प्रकार की खामियां साफ दिखाई दे रही है जिस पर क्षेत्रीय लोगों ने निर्माण कार्य पर गुणवत्ता पर सवाल खड़े किए हैं लोगों का आरोप है कि निर्माण कार्य गुणवत्ता को ताक पर रखकर किया गया जिसके कारण यह सब कमियां देखने को मिल रही है


Conclusion: सवालों के घेरे में पर्यटक आवास गृह का निर्माण कार्य ।
जैसा कि देखने को मिल रहा है पर्यटक आवास गृह की छत टपक रही है दीवारों पर सीलन है मेला मैदान में बनी छतरियां क्षतिग्रस्त हो गई हैं कृत्रिम झील में दरार हैं कई प्रकार की खामियां देखने को मिल रही है ग्रामीणों द्वारा उठाए जा रहे सवाल कहीं ना कहीं अपने आप में यह साबित करता है कि निर्माण कार्य में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया है जिसके कारण हैंडओवर होने से पहले ही पर्यटनर आवासगृह व कराया जा रहे तमाम निर्माण कार्यों में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया जिसकी समय रहते जांच हो जानी चाहिए।
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