ETV Bharat / state

'इंडियन आइडल-12' के विजेता पवनदीप पहुंचे टिहरी, एक कार्यक्रम में की शिरकत

इंडियन आइडल-12 (Indian Idol 12) के विजेता पवनदीप राजन टिहरी पहुंचे. जहां आनंदा होटल में चल रहे एक कार्यक्रम में पवनदीप राजन ने शिरकत की.

Indian Idol-12 winner Pawandeep Rajan
Indian Idol-12 winner Pawandeep Rajan
author img

By

Published : Sep 19, 2021, 8:51 AM IST

टिहरी: इंडियन आइडल-12 (Indian Idol 12) के विजेता पवनदीप राजन टिहरी पहुंचे. जहां आनंदा होटल में चल रहे एक कार्यक्रम में पवनदीप राजन ने शिरकत की. कार्यक्रम में पवनदीप ने अपने गाने गाकर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया.

टिहरी जिले में प्रसिद्व नरेंद्रनगर के आनंदा इन 'द हिमालयस होटल एंड रिसोर्ट' में 17 से 19 सितंबर तक एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें बेगम प्रबीन सुल्ताना, अरुणा साईराम, उस्ताद शुजात खान, प्रसून जोशी, रोनू मजुमदार, जयतीर्थ मेवउंदी ने शिरकत की. इस कार्यक्रम में इंडियन आइडियल 12 के विजेता पवनदीप का नाम पहले शामिल नहीं था. लेकिन बाद में पवनदीप को बुलाया गया. जहां पवनदीप ने अपने गानों से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया.

पढ़ें: चारधाम यात्रा पर आने से पहले जानें गाइडलाइन, पहले दिन इतने श्रद्धालुओं ने किए दर्शन

बता दें कि, उत्तराखंड के पवनदीप राजन ने टेलीविजन के लोकप्रिय सिंगिंग रियलिटी शो 'इंडियन आइडल-12' का खिताब जीता है.

2 साल की उम्र में तबला बजाने लगे थे पवनदीप: 1998 में जब पवनदीप सिर्फ 2 साल के थे तो इनकी अंगुलियां तबले पर थिरकने लगी थीं. उस वर्ष पवनदीप ने चंपावत में आयोजित कुमाऊं महोत्सव में कार्यक्रम प्रस्तुत कर अपने गुदड़ी का लाल होने का एहसास करा दिया था. आकाशवाणी अल्मोड़ा ने भी पवन के तबला वादन का कार्यक्रम प्रसारित किया था. अक्टूबर 2000 में नैनीताल में संपन्न कुमाऊं महोत्सव में जब पवनदीप ने तबले की तान छेड़ी तो तत्कालीन राज्यपाल भी मंत्रमुग्ध हो गए थे. उन्होंने पवनदीप को 11 हजार रुपए इनाम देने की घोषणा की थी.

पवनदीप के परिवार की आर्थिक स्थिति थी कमजोर: जब पवन छोटे थे तो परिवार की माली हालत ठीक नहीं थी. पिता भी संगीत के जरिए कुछ खास नहीं कमा पाते थे. बाद में उन्होंने एक प्राइवेट स्कूल में संगीत शिक्षक की भी नौकरी की. पवन की मेहनत और लगन उसको आगे लेकर आई. कॉलेज के दिनों में वह चंडीगढ़ में एक बैंड में भी शामिल हुए, जहां से उन्होंने गिटार, पियानो तथा अन्य वाद्य यंत्रों में भी महारत हासिल की.

टिहरी: इंडियन आइडल-12 (Indian Idol 12) के विजेता पवनदीप राजन टिहरी पहुंचे. जहां आनंदा होटल में चल रहे एक कार्यक्रम में पवनदीप राजन ने शिरकत की. कार्यक्रम में पवनदीप ने अपने गाने गाकर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया.

टिहरी जिले में प्रसिद्व नरेंद्रनगर के आनंदा इन 'द हिमालयस होटल एंड रिसोर्ट' में 17 से 19 सितंबर तक एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें बेगम प्रबीन सुल्ताना, अरुणा साईराम, उस्ताद शुजात खान, प्रसून जोशी, रोनू मजुमदार, जयतीर्थ मेवउंदी ने शिरकत की. इस कार्यक्रम में इंडियन आइडियल 12 के विजेता पवनदीप का नाम पहले शामिल नहीं था. लेकिन बाद में पवनदीप को बुलाया गया. जहां पवनदीप ने अपने गानों से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया.

पढ़ें: चारधाम यात्रा पर आने से पहले जानें गाइडलाइन, पहले दिन इतने श्रद्धालुओं ने किए दर्शन

बता दें कि, उत्तराखंड के पवनदीप राजन ने टेलीविजन के लोकप्रिय सिंगिंग रियलिटी शो 'इंडियन आइडल-12' का खिताब जीता है.

2 साल की उम्र में तबला बजाने लगे थे पवनदीप: 1998 में जब पवनदीप सिर्फ 2 साल के थे तो इनकी अंगुलियां तबले पर थिरकने लगी थीं. उस वर्ष पवनदीप ने चंपावत में आयोजित कुमाऊं महोत्सव में कार्यक्रम प्रस्तुत कर अपने गुदड़ी का लाल होने का एहसास करा दिया था. आकाशवाणी अल्मोड़ा ने भी पवन के तबला वादन का कार्यक्रम प्रसारित किया था. अक्टूबर 2000 में नैनीताल में संपन्न कुमाऊं महोत्सव में जब पवनदीप ने तबले की तान छेड़ी तो तत्कालीन राज्यपाल भी मंत्रमुग्ध हो गए थे. उन्होंने पवनदीप को 11 हजार रुपए इनाम देने की घोषणा की थी.

पवनदीप के परिवार की आर्थिक स्थिति थी कमजोर: जब पवन छोटे थे तो परिवार की माली हालत ठीक नहीं थी. पिता भी संगीत के जरिए कुछ खास नहीं कमा पाते थे. बाद में उन्होंने एक प्राइवेट स्कूल में संगीत शिक्षक की भी नौकरी की. पवन की मेहनत और लगन उसको आगे लेकर आई. कॉलेज के दिनों में वह चंडीगढ़ में एक बैंड में भी शामिल हुए, जहां से उन्होंने गिटार, पियानो तथा अन्य वाद्य यंत्रों में भी महारत हासिल की.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.