टिहरी: टिहरी डैम की भागीरथी पुरम खांडखाला में पर्यटन विभाग की भूमि पर अवैध रूप से बनी मस्जिद को स्थानीय लोग और विश्व हिन्दू परिषद कई दिनों से हटाने की मांग कर रहे थे. इसको लेकर आज जिला प्रशासन और पुलिस ने मस्जिद कमेटी के साथ बैठक की. जिसके बाद मस्जिद कमेटी की सहमति से पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में मस्जिद को हटाया गया.
बता दें कि 42 किलोमीटर तक फैली एशिया के सबसे बड़े टिहरी बांध की झील किनारे खांडखाला में 100 मीटर की दूरी पर अवैध रूप से जामा मस्जिद बनायी गयी थी. इसका कुछ दिनों से स्थानीय निवासी, सामाजिक कार्यकर्ता और विश्व हिंदू परिषद संगठन बार-बार टिहरी डैम की सुरक्षा को देखते हुए हटाने की मांग कर रहे थे. वहीं, इसको लेकर कुछ दिन पहले विश्व हिन्दू परिषद और मस्जिद कमेटी के बीच विवाद भी हुआ था.
कोटी कॉलोनी के वार्ड सभासद पवन शाह ने बताया कि टिहरी बांध की सुरक्षा को देखते हुए हम लोग कई दिनों से इस जामा मस्जिद को हटाने की मांग कर रहे थे. क्योंकि जहां पर यह मस्जिद बनी है, वह टिहरी डैम से 70 मीटर की दूरी पर बना है. जबकि टिहरी डैम की सुरक्षा में लगे सीआईएसएफ ने पहले ही टिहरी डैम की सुरक्षा को लेकर 5 किलोमीटर के दायरे में कोई भी गतिविधि या असामाजिक तत्वों पर पूरी तरह से रोक लगाई है.
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पवन शाह ने कहा हमारा किसी भी धर्म-जाति के प्रति कोई द्वेष भाव नहीं है. हमारा सबसे पहले कर्तव्य राष्ट्रहित और सुरक्षा का है. यहां हमारी लड़ाई नहीं, देश की सुरक्षा की लड़ाई है. हमने दो-तीन बार इसको हटाने को लेकर धरना भी दिया था. आज जिला प्रशासन ने जामा मस्जिद कमेटी के लोगों के साथ बैठक की, जिसके बाद मस्जिद कमेटी ने खुद ही इसे हटा दिया.
जामा मस्जिद की देखरेख करने वाले उस्मान ने बताया कि मामले में कई दिनों से विवाद चल रहा था. कई लोग कह रहे थे कि राष्ट्रहित को देखते हुए यह जामा मस्जिद टिहरी डैम की प्रतिबंधित क्षेत्र में ठीक नहीं है. जिससे कई भाइयों को ऐतराज हो रहा था. आज राष्ट्र देश हित व आपसी भाईचारा को देखते हुए और यहां पर सांप्रदायिक सौहार्द ना बिगड़े, इसलिए जामा मस्जिद कमेटी द्वारा निर्णय लिया गया कि मस्जिद को हटाया जाए. वर्तमान में इस मस्जिद का मामला अल्पसंख्यक आयोग में चल रहा है, जो विचाराधीन है.
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20 अक्टूबर को इसका फैसला आएगा और जो भी फैसला आयोग से आएगा, वह मान्य होगा. अगर फैसला हमारे पक्ष में आएगा तो हम इसे बनाएंगे. देश की सुरक्षा व भाईचारे के लिए इसे हटाना पड़ा है. इसमें हमारा कोई एतराज नहीं है. शासन-प्रशासन ने हमसे इस मस्जिद को हटाने के लिए अनुरोध किया, उनकी बात हमने मानी और जामा मस्जिद की कमेटी ने आपस में राय-मशविरा करके धार्मिक विधि-विधान से आज इसे हटाया जा रहा है. दो-तीन दिन में पूरी तरह से मस्जिद को हटा देंगे. जामा मस्जिद कमेटी के लोग स्वयं इसे हटा रहे हैं. जो भी इसका सामान होगा, उसको नई टिहरी के बौराड़ी में स्थित मस्जिद में रखा जाएगा.
उस्मान ने मुस्लिम समुदाय के लोगों से अपील की है कि इस जामा मस्जिद को हटाने के लिए कमेटी ने जो निर्णय लिया है. उस निर्णय पर किसी मुस्लिम भाई को ऐतराज नहीं होना चाहिए. यह फैसला देश हित में लिया गया है. किसी को भी इस मुद्दे पर कोई बयानबाजी नहीं करनी चाहिए. सब्र करें जिससे आपसी भाईचारा बना रहे.
सबसे आश्चर्य की बात यहां पर यह देखने को मिली थी टिहरी झील के किनारे पर्यटन विभाग की जमीन पर बनी अवैध मस्जिद को हटाने के लिए पर्यटन विभाग का कोई भी अधिकारी और कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा. पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने मात्र जामा मस्जिद की देखरेख करने वालों को नोटिस थमा कर इतिश्री कर दी थी.