टिहरी: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 के लिए बीजेपी और कांग्रेस मैदान में उतर चुकी है. शनिवार को पीएम मोदी ने देहरादून में रैली कर चुनावी शंखनाद किया. इस दौरान पीएम में कई योजनाओं का शिलायन्यास किया और भाषण भी दिया. पीएम मोदी के संबोधन पर कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व सीएम हरीश रावत ने निशाना साधा है.
उन्होंने पीएम मोदी के भाषण को राजनीतिक बताते हुए कहा कि ये उन्होंने सिर्फ जुमलों की बारिश की है. पीएम मोदी के इस राजनीति भाषण का जवाब कांग्रेस राजनीतिक तरीके से देगी. इसी के साथ हरीश रावत ने पीएम की कविता पर तंज कसने के लिए एक सोशल मीडिया पर कुछ पक्तियां लिखा है.
हरीश रावत ने लिखा-
प्रधानमंत्री जी आये, जुमलों की बरसात कर गये. एक कविता भी उन्होंने सुनाई. मेरे मन में भी कुछ भाव उपजे, प्रधानमंत्री जी कहते हैं,
"जब-जब मैं आता हूं, उत्तराखंड तेरे गीत गाता हूँ,
कभी केदार का नाम लेकर, कभी गंगा का नाम लेकर,
मैं उत्तराखंड वादियों को बहलाता हूं,
उत्तराखंड वासियों को कुछ झूठ-मूठ कुछ कहकर बहलाता हूं.
मैं जब-जब आता हूं, उत्तराखंड मैं तेरे गीत तुझको ही सुनाता हूं,
दूसरों ने गुफा बनाई, उस तप कर उसको अपना बताता हूं.
ऑल वेदर रोड, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन पर भी अपना नाम खुदवाता हूं.
मंजूर चाहे वो कभी हुई हो, मैं प्रधानमंत्री हूं, मैं उसको अपना बताता हूं.
कुछ दे सकूं- न दे सकूं, मैं डबल इंजन का नाम लेकर मैं तुम्हारे वोटों को समेटने का काम करता हूं,
जब डबल इंजन कुछ काम न कर पाए तो मुख्यमंत्री बदलकर मैं लोगों का ध्यान भटकाता हूं,
कोरोना में कितना ही उत्तराखंड अपनों को खो गया हो,
मैं उनके नाम पर एक भी आंसू नहीं बहाता हूं, आपदा आए या कुछ आए,
मैं उसमें राजनीति ढूंढता हूं,उत्तराखंड तुझको कुछ दूं-न दूं,
मगर अपनी बातों से मैं हमेशा तेरा मन बहलाता हूं,
कुछ जुमले, कुछ बातें जो तुमसे जुड़ी हैं,
उनको कह-कहकर मैं तुम्हारे मन को उकसाता हूं,
कुछ धरती पर दिखाई दे या न दिखाई दे,
किसी ने भी कुछ किया हो, मैं उस सबको अपना बताता हूं,
रेडियो टेलीविजन अखबार पर मेरा एकाधिकार है,
जो मैं तुमको सुनाता हूं वही उनसे छपवाता हूं, उनसे आपको बतवाता हूं.
मैं प्रधानमंत्री हूं, जुमलों से मुझको बड़ा है प्यार और उत्तराखंड तुझको बहलाने के लिए मैं हर बार कुछ नये जुमले गढ़ कर लाता हूं.,
मैं जब-जब उत्तराखंड आता हूं, तुमको कुछ नये गीत सुनाता हूं.
हरीश रावत ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने बहुत लंबा भाषण दिया. पीएम मोदी का भाषण राजनीति था, जिसमें जुमलों की बरसात थी. सब को मालूम हैं कि जुमले सिर्फ जुमले ही रह जाते हैं.
हरीश रावत ने कहा कि डबल इंजन के जुमले का कारनाम उत्तराखंड भुगत चुका है. उत्तराखंड बीजेपी के पांच साल बीतने की प्रतिक्षा कर रहा है. बीजेपी राज में विकास ठप पड़ा हुआ है. प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा कि उत्तराखंड की जवानी और पानी यहीं के काम आएंगी, लेकिन ये कितना काम आया और कितना आएगा, इसका कोई रोड मैप नहीं है. इससे तो ऐसा ही लगता है कि या तो पीएम मोदी को इसकी जानकारी नहीं है या फिर उन्होंने इसे छुपाया है.
हरीश रावत ने कहा ने जिन सरकारी नौकरियों के पदों पर कांग्रेस के समय में अधियाचन शुरू हुआ था, वो पद ही विहिन हो गए. प्रदेश में सरकारी विभागों में 24 हजार से ज्यादा पद खाली पड़े हुए हैं और आगे की भी कोई संभावना नहीं दिखाई दे रही है.
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हरीश रावत ने कहा कि कोरोना काल में हजारों हाथों से काम छीन गया. उनको कैसे काम मिलेंगे? इसका कोई रोड मैप इस सरकार के पास नहीं है. हरीश रावत ने बताया कि उन्होंने अपनी सरकार में पलायन रोकने के कई उपाए किए थे, लेकिन बीजेपी ने उन सभी कामों को ठप कर दिया. इसके बाद पीएम कह रहे है कि पहाड़ की जवानी और पानी यहीं के काम आ रहा है, लेकिन कहा पर ये वे नहीं बता पा रहे है.
हरीश रावत ने कहा कि कुल मिलाकर देखा जाए तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण उत्तराखंड के लिहाज से निराशाजनक है. पीएम के भाषण में राजनीति बहुत है और कांग्रेस राजनीति का राजनीति से जवाब देगी. बीजेपी सरकार के कार्यकाल में उत्तराखंडियत खतरे में पड़ी है. उत्तराखंड पीएम मोदी से हिसाब पूछेगा, क्यों इस प्रदेश के विकास की योजनाएं बंद कर दी गई.