टिहरी: प्रथम विश्वयुद्ध के नायक विक्टोरिया क्रॉस विजेता गबर सिंह नेगी की 108वीं जयंती के मौके पर चंबा में मंत्री गणेश जोशी ने उनकी मूर्ति पर माल्यापर्ण कर श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दौरान मंत्री गणेश जोशी ने कहा उनकी सीडीएस बिपिन रावत से सैनिक कल्याण को लेकर चर्चा हुई है. साथ ही उत्तराखंड में अलग से बीआरओ कार्यालय बनाए जाने की मांग की गई है.
शहीद विक्टोरिया क्रॉस विजेता गबर सिंह नेगी के पैतृक आवास को संग्रहालय बनाने को लेकर भी बाततीच हुई है. मोदी सरकार सैनिकों की हर तरह की मदद के लिए सरकार तैयार है. मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के तौर पर पहुंचे वीर सिंह ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि शहीद गबर सिंह नेगी की धरती पर जन्म लेना गौरव की बात है. वहीं, विक्टोरिया क्रॉस विजेता गबर सिंह नेगी की जयंती पर कवि सोमवारी लाल सकलानी ने अपनी कविता के माध्यम से उन्हें नमन किया.
कौन थे गबर सिंह नेगी
प्रखंड चंबा के मज्यूड़ गांव निवासी शहीद गबर सिंह नेगी का जन्म 21 अप्रैल 1895 को हुआ था. वे छह अक्टूबर 1913 में द्वितीय गढ़वाल राइफल्स में भर्ती हुए. वर्ष 1914 में प्रथम विश्वयुद्ध हुआ तो ब्रिटिश सेना की ओर से उनकी बटालियन द्वितीय गढ़वाल राइफल्स को इस युद्ध में जर्मन सेना के खिलाफ लड़ने के लिए भेजा गया, जिसकी कमान गबर सिंह नेगी को सौंपी गई.
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उन्होंने शौर्य और पराक्रम से लड़ते हुए जर्मन सेना में खलबली मचा दी और उनके सैकड़ों सैनिकों को मार गिराया. इसके अलावा उनके 350 सैनिकों व अफसरों को बंदी बना दिया. लेकिन इस युद्ध में बहादुरी से लड़ते हुए 10 मार्च 1915 को वे वीरगति को प्राप्त हो गए. उनकी स्मृति में चंबा नगर में बने स्मारक पर उनकी जयंती और शहादत दिवस पर सेना के जवान श्रद्धांजलि देने पहुंचते हैं.