टिहरी: डीएम कार्यालय के बाहर घनसाली विधानसभा के पूर्व विधायक भीम लाल आर्य अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं. पूर्व विधायक 50 सूत्रीय मांगों को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं. इस दौरान उन्होंने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व की सरकार में जो शासनादेश जारी हुए थे, उन शासनादेशों पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है. उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार घनसाली विधानसभा क्षेत्र की उपेक्षा कर रही है.
पूर्व विधायक भीम लाल आर्य ने कहा कि टिहरी बांध प्रभावित घनसाली सहित अन्य प्रभावित क्षेत्रों की समस्या आज भी जस की तस बनी हुई है. इस दौरान उन्होंने सरकार से बांध के ऊपर आवागमन की समय सीमा को बढ़ाकर 24 घंटे करने और बांध प्रभावित लोगों को रेत चुगान के लिए अनुमति देने की मांग की, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिल सके.
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उन्होंने कहा कि सीमांत विधानसभा क्षेत्र घनसाली के अंतर्गत गुनसोला हाइड्रो पावर की ओर से 3 मेगावाट की चानी-चुरैना (बासर) जल विद्युत परियोजना का निर्माण 2009 में किया गया था. जबकि उक्त परियोजना का निर्माण स्वीकृत डीपीआर के सापेक्ष अगुंडा (थाती कठोर) में किया जाना था. बहुउद्देशीय परियोजना गुनसोला हाइड्रो पावर कंपनी राजनीतिक से प्रभावित हो रही है.साथ ही लोगों पर झूठे मुकदमे में फंसाया जा रहा है.
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इतना ही नहीं ग्रामीणों के हक-हकूक पर अतिक्रमण किया गया है, जिससे प्रभावित आज भी न्याय की गुहार लगा रहे हैं. उन्होंने कहा कि लोगों की इन समस्याओं को देखते हुए डीएम कार्यालय के बाहर धरना-प्रदर्शन किया जा रहा है. अगर प्रदेश सरकार इन मांगों को जल्द पूरा नहीं करती है तो वे विधानसभा सचिवालय के बाद भी धरने देने के मजबूर होंगे.