टिहरीः उत्तरकाशी जिले के द्रौपदी का डांडा 2 में एवलॉन्च की घटना ने कई परिवारों को गहरा जख्म दे गया. एवलॉन्च की घटना में 29 पर्वतारोहियों की जान चली गई. हालांकि, इनमें से दो अभी भी लापता हैं, लेकिन इनमें कुछ लोग ऐसे भी जो भाग्यशाली रहे और जिंदा बचकर वापस आए. उन्हीं में एक युवा टिहरी का रोहित भट्ट भी हैं. अब रोहित के पिता का कहना है कि इतनी बड़ी घटना हुई, लेकिन उनके विधायक ने हाल तक नहीं पूछा.
गौर हो कि बीती 4 अक्टूबर को उत्तरकाशी जिले के द्रौपदी का डांडा 2 (Draupadi Ka Danda Avalanche) के डोकरानी बामक ग्लेशियर क्षेत्र में एवलॉन्च की घटना हुई थी. जिसकी चपेट में एडवांस कोर्स प्रशिक्षण के लिए गए नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (Nehru Institute of Mountaineering) के प्रशिक्षु पर्वतारोही और प्रशिक्षक आ गए थे. जिनमें माउंट एवरेस्ट विजेता सविता कंसवाल, पर्वतारोही नवमी रावत, पर्वतारोही अजय बिष्ट समेत 29 पर्वतारोहियों की जान चली गई थी. एवलॉन्च की घटना में टिहरी जिले के रोहित भट्ट खुश किस्मती से बच निकले.
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टिहरी जिले की घनसाली विधानसभा के अंतर्गत ग्राम पौखाल के 21 वर्षीय रोहित भट्ट ट्रेकिंग करने उत्तरकाशी के द्रौपदी का डांडा गए थे. द्रौपदी का डांडा में एवलॉन्च हादसे में वो बुरी तरह से घायल हो गए थे. 13 सितंबर को रोहित भट्ट नीम के कैंप में थे. 5 अक्टूबर को सुबह 3:15 बजे द्रौपदी का डांडा के लिए निकले. जिसमें 34 ट्रेनी और 7 प्रशिक्षक शामिल थे. करीब 17,000 फीट की ऊंचाई पर 8:45 पर बर्फीले तूफान के एवलॉन्च में बुरी तरह से घायल हो गए. उत्तरकाशी प्रशासन ने रोहित के पिता को एवलॉन्च में फंसे होने की खबर दी. रेस्क्यू टीम ने तत्परता के बाद रोहित को घायल अवस्था में उत्तरकाशी पहुंचाया.
वहीं, द्रौपदी का डांडा से एवलॉन्च से बचकर आए रोहित भट्ट के परिजनों ने बड़ी बात कही है. उनके परिजनों का कहना है कि रोहित के जिंदा घर आने से खुशी है तो वहीं इस घटना में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति दुख भी है. उन्होंने कहा सबसे आश्चर्य की बात है कि घनसाली विधानसभा सीट के विधायक शक्ति लाल शाह (Ghansali MLA Shakti Lal Shah) ने उनकी कोई सुध नहीं ली. दूसरी विधानसभा सीट यानी देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी (Devprayag MLA Vinod Kandari) ने उनका संज्ञान लिया और हालचाल पूछा. साथ ही उन्होंने कहा कि खुद उनके गांव के प्रधान ने भी उनसे संपर्क नहीं किया.