धनौल्टी: जिलाधिकारी ईवा आशीष श्रीवास्तव (DM Eva Ashish Srivastava) ने कंडीसौड़ तहसील कार्यालय का औचक निरीक्षण किया. इससे पूर्व डीएम ने ऑलवेदर रोड़ निर्माण कार्य में लगी कंपनियों के द्वारा जगह-जगह अव्यवस्थित तरीके से सड़क किनारे बने डम्पिंग जोनों व सड़क पर बेतरतीब पड़े मलबे को लेकर नाराजगी जताई गई था. तहसील कार्यालय में बिखरी अव्यवस्थाओं व गंदगी पर डीएम ने गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए साफ-सफाई और आलमारी मे अव्यवस्थित रखें अभिलेखों के उचित रखरखाव को लेकर कड़े निर्देश दिए.
बता दें कि, गुरुवार दोपहर डीएम ईवा आशीष श्रीवास्तव कंडीसौड़ तहसील कार्यालय में पहुंची. तहसील कार्यालय एवं विभिन्न पटलों का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान नजारत, नकल खतौनी कक्ष व रजिस्ट्रार कानूनगो कक्षों व अलमारियों में दस्तावेज अव्यवस्थित ढंग से रखे हुए पाए गए. जिसपर डीएम ने संबंधित पटल प्रभारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए रिकार्ड रूम/फाइलों को व्यवस्थित तरीके से रखने के निर्देश दिए हैं.
पत्रावलियों के अव्यवस्थित पाए जाने और डीएम द्वारा मांगी गई पत्रावलियों को प्रस्तुत नहीं किए जाने पर जिलाधिकारी ने नजारत दर्शनलाल थपलियाल व रजिस्टार कानूनगो को कार्यशैली में सुधार लाने के निर्देश दिये. डीएम ने तहसील क्षेत्रान्तर्गत आपदा से क्षतिग्रस्त फसलों के मुआवजे संबंधी दस्तावेजों के निरीक्षण में पाया कि दो राजस्व उपनिरीक्षक क्षेत्रों से 200 मामलों में से 133 को फसल क्षति का मुआवजा वितरित किया गया.
जिसमें से 21 प्रभावितों का मुआवजे की राशि खातों में त्रुटि के कारण वापस राजस्व विभाग के खाते में आई है. जिस पर डीएम ने रजिस्ट्रार कानूनगो को निर्देश दिए कि जितने भी लोगों को फसलों की क्षति का मुआवजा वितरित किया गया है उसका सत्यापन करते हुए रिपोर्ट प्रस्तुत करें. ताकि यह स्पष्ट हो सके कि जिन व्यक्तियों को मुआवजा राशि दी गई है उनके खाते में मुआवजे की धनराशि पहुंची भी है या नहीं.
वहीं, जमीन नामांतरण के दौरान जारी होने वाले घोषणा पत्रों को सह-खाता धारकों सहित सार्वजनिक स्थानों पर चस्पा करने के निर्देश दिए. ताकि ऐसे मामलों में पारदर्शिता बनी रहे. क्षेत्र में राजस्व पुलिस के मामलों की जांच में कुल 12 मामले पाए गए. जिसमें से 4 रेगुलर पुलिस को स्थानांतरित, 4 पर आरोप पत्र जारी व 4 पर विवेचना जारी होने पाया है. वहीं तहसील कोर्ट में जमीन नामांतरण के भी 24 मामले लंबित पाए गए. जिनको शीघ्र निस्तारण के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए हैं.
इसके अलावा जिलाधिकारी ने तहसीलदार व वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी को निर्देश दिए कि वह समय-समय पर अपने कार्यों के साथ-साथ तहसील के सभी पटलो का निरीक्षण करते हुए दस्तावेजों व भवन की स्थिति को प्राथमिकता के आधार पर दुरुस्त करें. वही खाता-खतौनी की अर्जित राजस्व की धनराशि को नजारत कक्ष के सिंगल लॉक में रखने के निर्देश दिए हैं.
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रिकार्ड रूम के निरीक्षण के दौरान सभी दस्तावेज व्यवस्थित व सुरक्षित पाए गए. इसके उपरांत डीएम ने राजस्व उपनिरीक्षक चौकी छाम का भी निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान डीएम ने पाया कि पटवारी चौकी छाम का 1989 के बाद किसी भी राजस्व विभाग के सक्षम अधिकारी द्वारा निरीक्षण नहीं किया गया. पूछे जाने पर राजस्व उपनिरीक्षक कण्डीसौड़ जमीन से संबंधित अतिक्रमण पंजिका नहीं दिखा पाए.
ऐसे में डीएम द्वारा राजस्व उपनिरीक्षक को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि जल्द ही वह भूमि समन्धित अतिक्रमण पंजिका, दैनिक पंजिका बनाकर उसमे मामलो की सूचि तैयार करे इसके बाद जिलाधिकारी के द्वारा सीएचसी छाम का निरीक्षण किया गया. डीएम ईवा आशीष श्रीवास्तव के द्वारा प्रभारी चिकित्साधिकारी को अस्पताल में ओपीडी बढ़ाने ओटी रूम मे साफ सफाई रखने के निर्देश दिए गए.