टिहरी: पूर्व पर्यटन मंत्री और उत्तराखंड जन एकता पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष दिनेश धनै ने आग बुझाते समय जान गंवाने वाले वन श्रमिक सत्येंद्र सिंह पंवार के परिजनों को प्रदेश सरकार से ₹25 लाख मुआवजा देने की मांग की. वहीं, उन्होंने टिहरी विधायक किशोर उपाध्याय पर भेदभाव करने का आरोप लगाया.
बता दें कि 24 जून को टिहरी वन प्रभाग रेंज के बुडोगी के पास जंगल में आग लगी थी. आग पर काबू पाने के लिए वन श्रमिक सत्येंद्र सिंह पंवार मोर्चे पर डटे रहे, लेकिन तेज हवा के चलते आग की लपटों ने सत्येंद्र सिंह को अपनी चपेट में ले लिया और वह अपनी जान गंवा बैठे. सत्येंद्र के माता पिता वृद्ध हैं. वहीं, वह अपने पीछे अपनी पत्नी और दो पुत्री को छोड़ गए हैं.
दिनेश धनै ने सत्येंद्र पंवार के परिजनों को 25 लाख मुआवजा और आग बुझाते समय जान गंवाने वाले वन कर्मियों को शहीद का दर्जा देने की प्रदेश सरकार से मांग की. साथ ही आग पर काबू पाने के लिए पर्याप्त उपकरणों और सुरक्षा कवच देने की सरकार से मांग की. उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तथा वन मंत्री सुबोध उनियाल को मांग को लेकर ज्ञापन भेजा.
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वहीं, दिनेश धनै ने भाजपा विधायक किशोर उपाध्याय पर कटाक्ष किया. उन्होंने कहा वन श्रमिक की मौत के बाद भी विधायक मृतक के घर नहीं गए. उन्होंने आरोप लगाया कि किशोर श्री देव सुमन विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह को भी टिहरी में नहीं करा पाए. जो अपने आप में सबसे बड़ा नकारात्मक सोच जनता के सामने दिखा.
दिनेश ने कहा उपाध्याय मेरे समय के हुए कार्यों को अपना बता कर वाहवाही लूटने में लगे हैं. जबकि सभी जानते हैं कि नर्सिंग कॉलेज किसके द्वारा बनाया गया. हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज किसके द्वारा बनाया गया. सभी कार्यों को अपना कार्य बताकर जनता को गुमराह कर रहे हैं, लेकिन सच्चाई से सभी लोग भली-भांति परिचित हैं कि किशोर उपाध्याय जब कांग्रेस में थे, तब उन्होंने अपने ही पार्टी के मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी के विरोध में चले गए और काम नहीं करने दिया.
वहीं,दिनेश धनै ने वन मंत्री सुबोध उनियाल पर कहा कि उन्होंने जो ग्रामीणों की जमीन पर लगे पेड़ों को काटने को लेकर जो नियम बनाए हैं, वह तारीफ के काबिल हैं. हम उसका सम्मान करते हैं. क्योंकि यह पहल जनता के हित में की गई पहल है, जिससे जनता को लाभ मिलेगा.