टिहरी: जोशीमठ जैसे हालात उत्तराखंड के कई इलाकों में बनते जा रहे हैं. वहीं अब टिहरी झील के ऊपर डोबरा चांठी पुल के पास बने हेलीपैड में भी दरारें पड़नी शुरू हो गईं हैं. हेलीपैड पर पड़ी दरारें लगातार चौड़ी होती जा रही है. इस हेलीपैड का निर्माण 13 साल पहले लोक निर्माण विभाग चंबा ने किया था. स्थानीय जनता ने मांग की है कि तत्काल इस हेलीपैड को दुरुस्त किया जाए.
13 साल पहले उत्तराखंड सरकार ने इस हेलीपैड का निर्माण पर्यटक को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कराया था, ताकि पर्यटक यहां से डोबरा चांठी पुल के साथ-साथ टिहरी झील का आनंद भी ले सकते हैं. इसके अलावा इमरजेंसी में भी यहां पर हेलीकॉप्टर उतारा जा सके. क्योंकि आपदा के समय यहां हेलीकॉप्टर आसानी से उतारा जा सकता है.
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वहीं, सामाजिक कार्यकर्ता शक्ति प्रसाद जोशी का कहना है कि शासन-प्रशासन को तत्काल इसी हेलीपैड को ठीक करना चाहिए. चारधाम यात्रा शुरू होने के बाद यहां पर बड़ी संख्या में पर्यटक टिहरी झील और डोबरा चांठी पुल को देखने आते हैं. यदि हेलीपैड को सही नहीं कराया गया तो बड़ा हादसा हो सकता है. ये हेलीपैड चुनाव के समय सबसे ज्यादा व्यस्त रहता है.
वहीं, टिहरी के जिला अधिकारी डॉ सौरभ गहरवार ने मामले का संज्ञान लेते हुए तत्काल लोक निर्माण विभाग चंबा और पर्यटन के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वह तत्काल इस हेलीपैड को ठीक करें. बता दें कि जमीनों में दरारे आने की सिलसिला उत्तराखंड के जोशीमठ शहर से शुरू हुआ था. जोशीमठ में तो बदरीनाथ हाईवे पर भी दरारें पड़ चुकी हैं.