देहरादून: जिले के कंगसाली क्षेत्र में हुए दर्दनाक हादसे के हादसे के बाद राज्य सरकार एक्शन मोड में दिख रही है. सरकार के लापरवाही के चलते दो पुलिस कर्मचारी, एक परिवहन अधिकारी और प्रभारी खंड शिक्षा अधिकारी को निलंबित कर दिया है. इसके साथ ही मृतकों और घायलों के परिजनों को आर्थिक मदद देने की भी घोषणा की है.
बता दें कि टिहरी के कंगसाली क्षेत्र में हुए आज सुबह हु हादसे में 9 स्कूली बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई थी. साथ ही 11 बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए थे. घायल बच्चों में से 5 बच्चों की स्थिति अभी भी नाजुक बनी हुई है. जिनका ऋषिकेश एम्स में इलाज चल रहा है.
मामले में शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक ने बताया कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जांच के निर्देश दे दिये हैं. साथ ही चेकिंग में लापरवाही बरतने के चलते 2 पुलिस कर्मी और एक परिवहन अधिकारी को सस्पेंड भी कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि जिला अधिकारी स्तर पर इस मामले की जांच चल रही है. जांच के बाद जो रिपोर्ट सामने आएगी, उसके अनुसार ही कार्रवाई की जाएगी.
पढे़ं-उत्तराखंडः मंगल बना अमंगल, 15 मौत और मांओं की चीखों से रो दिया 'पहाड़'
वहीं, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस हादसे को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. उन्होंने कहा कि एक गाड़ी में 20 बच्चे जबरन बैठाये गए थे, जो नाकाबिले बर्दाश्त है. जिसको देखते हुए क्षेत्र के पुलिस अधिकारी और परिवहन के अधिकारी को सस्पेंड कर दिया गया है. इसके साथ ही उस विद्यालय की जांच के भी निर्देश दिये गये हैं.
सीएम ने बताया कि जो बच्चे घायल हैं, उन बच्चों का इलाज राज्य सरकार करवाएगी. साथ ही मृतक बच्चों के परिजनों को एक लाख और घायल बच्चों के परिजनों को दस हजार रुपये की आर्थिक मदद भी दी जाएगी.
वहीं, इस घटना के बाद सचिव शिक्षा मीनाक्षी सुंदरम ने बिना देर किये प्रभारी खंड शिक्षा अधिकारी धनवीर सिंह को निलंबित कर दिया है. बताया जा रहा है कि निजी वाहनों से बच्चों को स्कूल लाने और ले जाने की अनुमति नहीं देने के चलते यह कार्रवाई की गई है.