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धनोल्टी: पुरानी पहचान खोता जा रहा भल्डियाना बाजार, लोगों ने बयां किया दर्द

जिले का प्रसिद्ध बाजार भल्डियाना आज अपनी पुरानी रंगत खोने के कगार पर है.लोग इसके लिए टिहरी झील बनने को जिम्मेदार बताते हैं.

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पुरानी पहचान खोने की कगार पर भल्डियाना बाजार
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Published : Dec 24, 2019, 1:15 PM IST

धनोल्टी: देश में अपनी पहचान बनाने वाले जिले का प्रसिद्ध बाजार भल्डियाना आज अपनी पुरानी रंगत खोने के कगार पर है. स्थानीय लोगों की मानें तो ऋषिकेश-गंगोत्री हाइवे से सटा भल्डियाना बाजार पहले के समय में मुख्य व्यापारिक केंद्र हुआ करता था. जहां दूर-दराज से लोग रोजमर्रा की वस्तुओं को खरीदने आया करते थे. लेकिन टिहरी झील बनने के बाद ये स्थान अपना अस्तित्व खोता जा रहा है.

पुरानी पहचान खोने की कगार पर भल्डियाना बाजार

भल्डियाना बाजार में पहले दूर दराज के क्षेत्रों से सैकड़ों ग्रामीण घोड़े और खच्चरों से खरीदारी करने आते थे. भल्डियाना बाजार राजशाही के जमाने यात्रियों के लिए भी मुख्य आकर्षण का केंद्र हुआ करता था. जहां यात्रियों के लिए एक धर्मशाला भी था. वहीं सरकारी प्रतिष्ठानों की बात करें तो यहां वन विभाग का चैक पोस्ट बैरियर, आपूर्ति विभाग का गल्ला गोदाम, बैंक शाखा, स्कूल,पोस्ट आफिस, सिचाई विभाग का गोदाम और विद्युत विभाग ऑफिस सहित अन्य सरकारी कार्यालय हुआ करते थे. जो अब शिफ्ट हो गए हैं.

ये भी पढ़ें: डोबरा चांठी पुल का जल्द पूरा होगा निर्माण कार्य, मार्च 2020 में उद्घाटन का लक्ष्य

वहीं, भल्डियाना बाजार वर्तमान में झील बनने के बाद टिहरी का ये मुख्य बाजार अपनी पुरानी पहचान खोता जा रहा है. जिससे यहां के लोगों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, लोगों का कहना है कि, यहां पर छाए सन्नाटे की मुख्य वजह झील और बांध हैं. स्थानीय लोगों ने बताया कि, वो मामले की गुहार जिला प्रशासन से कई बार लगा चुके हैं, लेकिन प्रशासन कुंभकरणीय नींद में सोया हुआ है.

धनोल्टी: देश में अपनी पहचान बनाने वाले जिले का प्रसिद्ध बाजार भल्डियाना आज अपनी पुरानी रंगत खोने के कगार पर है. स्थानीय लोगों की मानें तो ऋषिकेश-गंगोत्री हाइवे से सटा भल्डियाना बाजार पहले के समय में मुख्य व्यापारिक केंद्र हुआ करता था. जहां दूर-दराज से लोग रोजमर्रा की वस्तुओं को खरीदने आया करते थे. लेकिन टिहरी झील बनने के बाद ये स्थान अपना अस्तित्व खोता जा रहा है.

पुरानी पहचान खोने की कगार पर भल्डियाना बाजार

भल्डियाना बाजार में पहले दूर दराज के क्षेत्रों से सैकड़ों ग्रामीण घोड़े और खच्चरों से खरीदारी करने आते थे. भल्डियाना बाजार राजशाही के जमाने यात्रियों के लिए भी मुख्य आकर्षण का केंद्र हुआ करता था. जहां यात्रियों के लिए एक धर्मशाला भी था. वहीं सरकारी प्रतिष्ठानों की बात करें तो यहां वन विभाग का चैक पोस्ट बैरियर, आपूर्ति विभाग का गल्ला गोदाम, बैंक शाखा, स्कूल,पोस्ट आफिस, सिचाई विभाग का गोदाम और विद्युत विभाग ऑफिस सहित अन्य सरकारी कार्यालय हुआ करते थे. जो अब शिफ्ट हो गए हैं.

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वहीं, भल्डियाना बाजार वर्तमान में झील बनने के बाद टिहरी का ये मुख्य बाजार अपनी पुरानी पहचान खोता जा रहा है. जिससे यहां के लोगों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, लोगों का कहना है कि, यहां पर छाए सन्नाटे की मुख्य वजह झील और बांध हैं. स्थानीय लोगों ने बताया कि, वो मामले की गुहार जिला प्रशासन से कई बार लगा चुके हैं, लेकिन प्रशासन कुंभकरणीय नींद में सोया हुआ है.

Intro:उजाड़ होने की कगार पर ये भल्डियाना बाजारBody:
धनोल्टी (टिहरी)
स्लग-कभी मुख्य व्यापारिक केन्द्र रहा ये बाजार आज उजाड़ होने की कगार पर

एंकर- देश में अपनी पहचान बनाने वाले टिहरी बाध से प्रभावित टिहरी जिले का प्रसिद्ध बाजार भल्डियाना आज उजाड़ होने की कगार पर है। लोगों की माने तो टिहरी बाध झील में समा चुके ऋषिकेश-गंगोत्री हाइवे के एक भाग के बीच बसा भल्डियाना बाजार टिहरी झील बनने से पहले प्रतापनगर ,थौलधार , क्षेत्र का मुख्य व्यापारिक केन्द्र था जहाँ प्रतिदिन दूर दराज के सैकड़ो ग्रामीण क्षेत्र के लोग घोड़े खच्चरों लेकर अपनी रोजमर्रा की चीजो की खरीददारी के लिए पहुँचते थे।भल्डियाना बाजार राजशाही के जमाने यात्रियों का भी मुख्य पड़ाव था इस बाजार में दूर दराज के राहगीर यात्रियों के लिए भी एक धर्मशाला भी था। सरकारी प्रतिष्ठानों की बात करें तो यहां पर वन विभाग का चेक पोस्ट बैरियर , आपूर्ति विभाग का गल्ला बफर गोदाम ,बैंक शाखा, स्कूल,पोस्ट आफिस, सिचाई विभाग का गोदाम , विद्युत विभाग का डिस्टीब्यूट प्वाइंट , सहित अन्य विभागों कैम्प कार्यलय भी थे जिससे बाजार में भारी चहल पहल रहती थी लेकिन टिहरी झील बनने के बाद सभी सरकारी संस्थानों को तो अन्यत्र शिफ्ट कर दिया गया लेकिन बाजार मे रह रहे लोगों को उन्ही के हाल पर छोड़ दिया गया जिससे अब बाजार उजाड़ होने की कगार पर है जिसका खामियाजा वहां के स्थानीय व्यापारियों को उठाना पड़ रहा है अपना दर्द बयां करते हुए 49 साल से अपना होटल व्यवसाय चला रहे भीम सिह का कहना है कि सरकार को टिहरी बाँध से प्रभावित अन्य बाजारों के व्यारियों की तरह भल्डियाना के व्यारियों की तरफ ध्यान देना चाहिए

बाईट- 1भीम सिह रावत
2-कलम सिह कलूड़ा






Conclusion:
टिहरी बाँध झील से प्रभावित टिहरी जनपद का मुख्य बाजार भल्डियाना आज उजाड़ होने की कगार पर है जिससे यहां के लोगों के सामने संकट पैदा हो गया है है लोगों की माने तों टिहरी झील बनने से पहले यह बाजार प्रतापनगर, व थौलधार क्षेत्र का मुख्य व्यापारिक केन्द्र था जहां पर दूर दराज से लोग खरीददारी करने के लिए पहुँचते थे लेकिन झील बनने के बाद अलग थलग पड़े इस बाजार में छाई बीरानी के बाद लोगो के सामने संकट पैदा हो गया है लोगों ने अब सरकार से मदद की गुहार लगाई है
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