धनोल्टी: देश में अपनी पहचान बनाने वाले जिले का प्रसिद्ध बाजार भल्डियाना आज अपनी पुरानी रंगत खोने के कगार पर है. स्थानीय लोगों की मानें तो ऋषिकेश-गंगोत्री हाइवे से सटा भल्डियाना बाजार पहले के समय में मुख्य व्यापारिक केंद्र हुआ करता था. जहां दूर-दराज से लोग रोजमर्रा की वस्तुओं को खरीदने आया करते थे. लेकिन टिहरी झील बनने के बाद ये स्थान अपना अस्तित्व खोता जा रहा है.
भल्डियाना बाजार में पहले दूर दराज के क्षेत्रों से सैकड़ों ग्रामीण घोड़े और खच्चरों से खरीदारी करने आते थे. भल्डियाना बाजार राजशाही के जमाने यात्रियों के लिए भी मुख्य आकर्षण का केंद्र हुआ करता था. जहां यात्रियों के लिए एक धर्मशाला भी था. वहीं सरकारी प्रतिष्ठानों की बात करें तो यहां वन विभाग का चैक पोस्ट बैरियर, आपूर्ति विभाग का गल्ला गोदाम, बैंक शाखा, स्कूल,पोस्ट आफिस, सिचाई विभाग का गोदाम और विद्युत विभाग ऑफिस सहित अन्य सरकारी कार्यालय हुआ करते थे. जो अब शिफ्ट हो गए हैं.
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वहीं, भल्डियाना बाजार वर्तमान में झील बनने के बाद टिहरी का ये मुख्य बाजार अपनी पुरानी पहचान खोता जा रहा है. जिससे यहां के लोगों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, लोगों का कहना है कि, यहां पर छाए सन्नाटे की मुख्य वजह झील और बांध हैं. स्थानीय लोगों ने बताया कि, वो मामले की गुहार जिला प्रशासन से कई बार लगा चुके हैं, लेकिन प्रशासन कुंभकरणीय नींद में सोया हुआ है.