टिहरी: यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को वापस लाने के लिए भारत सरकार लगातार प्रयासरत है. यूक्रेन से सकुशल टिहरी पहुंचीं अदिति कंडारी ने यूक्रेन के हालातों को ईटीवी भारत के साथ साझा किया है. जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर उनकी फ्लाइट लैंड करते ही अदिति के परिजनों की खुशियां लौट आईं. कंडारी परिवार ने केंद्र और राज्य सरकार का आभार जताया है. अदिति नई टिहरी के बौराड़ी अपने घर पहुंच पहुंच गईं हैं. इस दौरान ईटीवी भारत से अदिति ने यूक्रेन के हालात बयां किए.
अदिति कंडारी ने ETV Bharat से कहा कि यूक्रेन में जो भी भारतीय छात्र फंसे हैं, उनको निकालने के लिए भारत सरकार का प्रयास सराहनीत है. यही कारण है कि आज हम अपने वतन सुरक्षित पहुंच पाए हैं. लेकिन कई ऐसे बच्चे हैं जो अभी भी वहां पर फंसे हैं. उनको लाने के लिए भारत सरकार को तेजी से कार्रवाई करनी चाहिए. अदिति ने बताया कि इन चार दिनों में उन्हें अहसास हुआ कि अपनों का साथ क्या होता है ? उनकी वीडियो कॉल पर माता-पिता से बात हो रही थी. बावजूद इसके वहां जो हालात हैं वह भयावह हैं. ईश्वर से यही प्रार्थना है कि सबकुछ ठीक कर दें.
यूक्रेन के चेरनिव्तसी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की द्वितीय वर्ष की छात्रा अदिति कंडारी विशेष विमान से दिल्ली पहुंचीं. उनके पिता दरमान सिंह कंडारी को जैसे ही बेटी के स्वदेश पहुंचने की सूचना मिली, वह अपनी लाडली से मिलने के उत्सुक दिखे. कंडारी नई टिहरी से सीधे देहरादून के जौलीग्रांट एयरपोर्ट के लिये रवाना हुए. अदिति यूक्रेन से दिल्ली और दिल्ली से जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंची हैं.
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बेटी के स्वदेश लौटने पर अदिति के परिजनों ने शासन-प्रशासन का आभार जताया है. साथ ही भारत सरकार से आग्रह है कि वहां फंसे छात्रों और अन्य पेशेवर युवाओं को तत्काल वापस भारत लाने के लिए विशेष प्रयास करें. अदिति के साथ श्रीनगर गढ़वाल और देहरादून की दो अन्य छात्राएं भी यूक्रेन से उत्तराखंड पहुंचीं.
मोदी सरकार भेजेगी 4 मंत्री: पीएम नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन संकट को लेकर सोमवार को एक हाई लेवल बैठक बुलाई. सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, किरेन रिजिजू और पूर्व थलसेना अध्यक्ष वीके सिंह यूक्रेन के पड़ोसी देशों में जाएंगे, ताकि वहां फंसे भारतीयों के बचाव कार्य में मदद की जा सके.