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टिहरी के नरेंद्रनगर कोविड केयर सेंटर में 35 मरीजों की मौत, 133 भर्ती

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Published : May 10, 2021, 8:24 AM IST

Updated : May 10, 2021, 9:36 AM IST

उत्तराखंड में कोरोना से मरने वालों की संख्या में इजाफा हो रहा है. वहीं, टिहरी के नरेंद्रनगर कोविड सेंटर में अब तक कोरोना से 35 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 133 कोरोना मरीज अभी भी भर्ती हैं.

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टिहरी: उत्तराखंड में कोरोना का ग्राफ बढ़ता जा रहा है. कोरोना से मरने वालों की संख्या में भी लगातार इजाफा हो रहा है. टिहरी के नरेंद्रनगर कोविड सेंटर में अब तक कोरोना से 35 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 133 कोरोना मरीज अभी भी भर्ती हैं.

टिहरी के नरेंद्रनगर कोविड केयर सेंटर में 35 मरीजों की मौत.



बता दें कि, नरेंद्रनगर स्थित श्रीदेव सुमन राजकीय संयुक्त चिकित्सालय जनपद टिहरी का एकमात्र कोविड केयर सेंटर है. कोविड केयर सेंटर में भर्ती मरीजों के बारे में रविवार से अस्पताल प्रशासन की ओर से दैनिक मेडिकल बुलेटिन की शुरुआत कर दी गई है. अस्पताल के सीएमएस डॉ. नीरज राय ने मेडिकल बुलेटिन जारी किया. पुलिस द्वारा भी मेडिकल बुलेटिन का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है.

सीएमएस के अनुसार श्रीदेव सुमन संयुक्त चिकित्सालय नरेंद्रनगर में 133 कोरोना मरीज भर्ती हैं. इनमें से 66 मरीज ऑक्सीजन के सपोर्ट में रखे गए हैं. 20 मरीजों की स्थिति सीरियस हैं. 9 मरीज ज्यादा गंभीर स्थिति में हैं, जिनका ऑक्सीजन लेवल 85 से नीचे है. जबकि 38 संक्रमित मरीज नॉर्मल स्थिति में हैं.

तहसीलदार अयोध्या प्रसाद उनियाल ने बताया कि स्थानीय प्रशासन कोरोना की रोकथाम के लिए एकदम मुस्तैद है. अस्पताल से लेकर नगर और कुमारखेड़ा में साफ-सफाई और सैनिटाइजेशन का काम किया जा रहा है. पालिका अध्यक्ष राजेंद्र विक्रम सिंह पंवार ने राजकीय संयुक्त चिकित्सालय में पेयजल व्यवस्था सुचारू करने की मांग जिलाधिकारी से की है.

पढ़ें: कोरोना कर्फ्यू के नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई

कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है, जो एक चिंता का विषय है. सिर्फ कोरोना कर्फ्यू और सरकार के प्रयासों से कोरोना की जंग नहीं जीत पाएंगे. जब तक जनता में जन जागरूकता नहीं आएगी तब तक बिना जन सहभागिता के हम कोरोना से नहीं लड़ सकते. आम आदमी कोरोना के बारे में समझे और कोरोना नियमों का पालन करे. कोरोना गाइडलाइन का पालन न करने वाले लोग अपने और अपने परिजनों की जान खतरे में डाल रहे हैं.

मलेथा: टिहरी विधायक डा. धन सिंह नेगी ने जिले के मलेथा में बने ऑक्सीजन प्लांट को शुरू करने की मांग की है. उन्होंने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में अवगत कराया कि यदि उक्त प्लांट को जल्द शुरू किया जाए तो इससे टिहरी ही नहीं बल्कि पौड़ी, रुद्रप्रयाग और चमोली जिले के अस्पतालों को लिक्विड ऑक्सीजन उपलब्ध हो सकेगी और कोविड सेंटरों में मरीजों की जान बचाई जा सकेगी.

विधायक डॉ. नेगी ने सीएम को भेजे पत्र में अवगत कराया कि प्रदेशभर में ऑक्सीजन सप्लाई की कमी अस्पतालों में बनी हुई है. हालात यह हैं कि ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिल भी नहीं हो पा रहे हैं. इस कारण सांस की समस्या से जूझ रहे मरीजों को दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं. उन्होंने कहा कि हाल ही में नरेंद्रनगर संयुक्त चिकित्सालय में सरकार ने 80 बेड का ऑक्सीजन प्लांट शुरू करा दिया है.

कीर्तिनगर ब्लाॅक के मलेथा में ऑक्सीजन प्लांट बंद पड़ा हुआ है. उन्होंने सीएम से मांग की कि जिला स्तरीय अधिकारियों को तत्काल निर्देश देकर उक्त ऑक्सीजन प्लांट शुरू किया जाए. उन्होंने ये भी कहा कि लिक्विड ऑक्सीजन के लिए स्टैंडर्ड टैंकरों की भी व्यवस्था कराई जाए.
डॉ. नेगी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड काल में कई लोगों की मौत हो रही है. लेकिन उनकी कोरोना जांच न होने के कारण अधिकारी इन मौतों को कोविड-19 प्रोटोकॉल में नहीं मान रहे हैं, जो सरासर अन्याय है.

टिहरी: उत्तराखंड में कोरोना का ग्राफ बढ़ता जा रहा है. कोरोना से मरने वालों की संख्या में भी लगातार इजाफा हो रहा है. टिहरी के नरेंद्रनगर कोविड सेंटर में अब तक कोरोना से 35 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 133 कोरोना मरीज अभी भी भर्ती हैं.

टिहरी के नरेंद्रनगर कोविड केयर सेंटर में 35 मरीजों की मौत.



बता दें कि, नरेंद्रनगर स्थित श्रीदेव सुमन राजकीय संयुक्त चिकित्सालय जनपद टिहरी का एकमात्र कोविड केयर सेंटर है. कोविड केयर सेंटर में भर्ती मरीजों के बारे में रविवार से अस्पताल प्रशासन की ओर से दैनिक मेडिकल बुलेटिन की शुरुआत कर दी गई है. अस्पताल के सीएमएस डॉ. नीरज राय ने मेडिकल बुलेटिन जारी किया. पुलिस द्वारा भी मेडिकल बुलेटिन का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है.

सीएमएस के अनुसार श्रीदेव सुमन संयुक्त चिकित्सालय नरेंद्रनगर में 133 कोरोना मरीज भर्ती हैं. इनमें से 66 मरीज ऑक्सीजन के सपोर्ट में रखे गए हैं. 20 मरीजों की स्थिति सीरियस हैं. 9 मरीज ज्यादा गंभीर स्थिति में हैं, जिनका ऑक्सीजन लेवल 85 से नीचे है. जबकि 38 संक्रमित मरीज नॉर्मल स्थिति में हैं.

तहसीलदार अयोध्या प्रसाद उनियाल ने बताया कि स्थानीय प्रशासन कोरोना की रोकथाम के लिए एकदम मुस्तैद है. अस्पताल से लेकर नगर और कुमारखेड़ा में साफ-सफाई और सैनिटाइजेशन का काम किया जा रहा है. पालिका अध्यक्ष राजेंद्र विक्रम सिंह पंवार ने राजकीय संयुक्त चिकित्सालय में पेयजल व्यवस्था सुचारू करने की मांग जिलाधिकारी से की है.

पढ़ें: कोरोना कर्फ्यू के नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई

कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है, जो एक चिंता का विषय है. सिर्फ कोरोना कर्फ्यू और सरकार के प्रयासों से कोरोना की जंग नहीं जीत पाएंगे. जब तक जनता में जन जागरूकता नहीं आएगी तब तक बिना जन सहभागिता के हम कोरोना से नहीं लड़ सकते. आम आदमी कोरोना के बारे में समझे और कोरोना नियमों का पालन करे. कोरोना गाइडलाइन का पालन न करने वाले लोग अपने और अपने परिजनों की जान खतरे में डाल रहे हैं.

मलेथा: टिहरी विधायक डा. धन सिंह नेगी ने जिले के मलेथा में बने ऑक्सीजन प्लांट को शुरू करने की मांग की है. उन्होंने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में अवगत कराया कि यदि उक्त प्लांट को जल्द शुरू किया जाए तो इससे टिहरी ही नहीं बल्कि पौड़ी, रुद्रप्रयाग और चमोली जिले के अस्पतालों को लिक्विड ऑक्सीजन उपलब्ध हो सकेगी और कोविड सेंटरों में मरीजों की जान बचाई जा सकेगी.

विधायक डॉ. नेगी ने सीएम को भेजे पत्र में अवगत कराया कि प्रदेशभर में ऑक्सीजन सप्लाई की कमी अस्पतालों में बनी हुई है. हालात यह हैं कि ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिल भी नहीं हो पा रहे हैं. इस कारण सांस की समस्या से जूझ रहे मरीजों को दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं. उन्होंने कहा कि हाल ही में नरेंद्रनगर संयुक्त चिकित्सालय में सरकार ने 80 बेड का ऑक्सीजन प्लांट शुरू करा दिया है.

कीर्तिनगर ब्लाॅक के मलेथा में ऑक्सीजन प्लांट बंद पड़ा हुआ है. उन्होंने सीएम से मांग की कि जिला स्तरीय अधिकारियों को तत्काल निर्देश देकर उक्त ऑक्सीजन प्लांट शुरू किया जाए. उन्होंने ये भी कहा कि लिक्विड ऑक्सीजन के लिए स्टैंडर्ड टैंकरों की भी व्यवस्था कराई जाए.
डॉ. नेगी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड काल में कई लोगों की मौत हो रही है. लेकिन उनकी कोरोना जांच न होने के कारण अधिकारी इन मौतों को कोविड-19 प्रोटोकॉल में नहीं मान रहे हैं, जो सरासर अन्याय है.

Last Updated : May 10, 2021, 9:36 AM IST
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