रुद्रप्रयाग: अलकनंदा एवं मंदाकिनी नदी के संगम स्थल पर शनिवार दोपहर दिल्ली की एक पर्यटक का पैर फिसल गया और वह नदी की तेज धारा में बहने लगी. इस बीच संस्कृत महाविद्यालय में पढ़ने वाले तीन छात्रों ने अपनी जान की परवाह किये बगैर नदी में छलांग लगाई और पर्यटक को सकुशल नदी में डूबने से बचा लिया. युवकों की इस बहादुरी पर व्यापार संघ रुद्रप्रयाग ने तीनों युवकों को सम्मानित किया.
दरअसल, दिल्ली के कुछ पर्यटक संगम स्थल पर घूमने आए थे. इस बीच नारद शिला के निकट एक 22 वर्षीय युवती का पैर फिसल गया और वह देखते ही देखते नदी की तेज धारा में बहने लगी. युवती अलकनंदा नदी की तेज धारा में कुछ आगे तक बह के भी गयी. इस बीच संस्कृत महाविद्यालय रुद्रप्रयाग में पढ़ने वाले भूपेंद्र बहुगुणा, प्रदीप सेमवाल और शुभम देवली ने अपनी जान की परवाह किये बगैर युवती की जान बचाने के लिए नदी में छलांग लगा दी. इस तरह रुद्रप्रयाग में अलकनंदा और मंदाकिनी के संगम में डूब रही युवती को युवकों ने बचाया.
तीनों युवकों की कड़ी मेहनत के बाद युवती की जान बच पाई. युवकों की बहादुरी पर व्यापार संघ ने उनको सम्मानित किया. व्यापार संघ अध्यक्ष चंद्रमोहन सेमवाल ने कहा कि तीनों युवकों ने युवती की जान बचाकर बहादुरी का परिचय दिया है. युवती अगर कुछ दूर तक और बहती तो बचाना मुश्किल हो जाता, लेकिन युवकों ने बहादुरी दिखाते हुए उसकी जान बचाई है. इसलिए व्यापार संघ ने तीनों युवकों को सम्मानित किया है.