रुद्रप्रयाग: विकासखंड अगस्त्यमुनि की ग्राम पंचायत मरोड़ा के डोब गांव में पानी का गंभीर संकट बना हुआ है. स्थिति इतनी विकराल हो गई है कि ग्रामीण महिलाएं देर रात तक पेयजल श्रोत पर बूंद-बूंद पानी भरने को मजबूर हैं. दरअसल, वर्ष 2018 में जिला योजना से ग्राम डोब, धांदड़ चैरीधार तोक के लिए पेयजल लाइन बिछाई गई थी. प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत जसोली से भुनका मोटरमार्ग निर्माण से पेयजल योजना क्षतिग्रस्त हो गई है. इस योजना की मरम्मत को लेकर स्थानीय लोगों ने कई बार विभागीय अधिकारियों से वार्ता की, लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ.
गांव में ही एक प्राकृतिक जल स्रोत था, जिसके क्षतिग्रस्त होने की वजह से ग्रामीणों के साथ ही मवेशी भी पानी की बूंद-बूंद के लिए तरस गए हैं. वहीं उत्तराखंड क्रांति दल के नेताओं ने गांव में पहुंचकर ग्रामीणों की समस्या सुनीं. उन्होंने पीएमजीएसवाई के अधिकारियों को जल्द से जल्द पेयजल योजना को ठीक करने को कहा.
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पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य मनोरी लाल, रमेश लाल, रघुवीर लाल, ऊषा देवी, रंजना देवी, प्रकाश लाल, मोहन कुमार लिखवार, श्याम लाल का कहना है कि पानी के संकट के कारण उनके सभी दैनिक कार्य प्रभावित हो गए हैं.