रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड चारधाम यात्रा जोरों पर है. देशभर से श्रद्धालु चारधाम में दर्शन के लिए उत्तराखंड पहुंच रहे है. ऐसे में इन श्रद्धालुओं की किसी भी तरह की दिक्कतों का सामना न करना पड़े, उसको लेकर उत्तराखंड पुलिस और एसडीआरएफ पूरी तरह से मुस्तैद है. बुजुर्ग और बीमार श्रद्धालुओं को सबसे ज्यादा मुश्किलों का सामना केदारनाथ पैदल मार्ग पर करना पड़ता है. एक तरह 16 किमी की लंबी चढ़ाई और दूसरी तरफ मौसम की मार. ऐसे हालत में बीमार और बुजुर्ग श्रद्धालुओं के लिए मित्र पुलिस के जवान बाबा केदार के देवदूत बनकर उनकी सेवा कर रहे हैं.
मित्र पुलिस का ऑपरेशन मुस्कान: शुक्रवार 28 अप्रैल को एक महिला बाबा केदार के दर्शन करने के बाद केदारनाथ पैदल मार्ग से घोड़े पर वापस लौट रही थी, तभी बीच रास्ते में जंगलचट्टी के पास घोड़ा फिसलने से वह घायल हो गई. पुलिस ने ऑपरेशन मुस्कान के तहत 75 साल की रूपा देवी को रेस्क्यू किया और जंगलचट्टी में तैनात होमगार्ड के जवान केशर सिंह और दिनेश चंद्र महिला को कंधों पर लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जंगलचट्टी पहुंचे.
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जहां प्राथमिक उपचार देने के बाद महिला को परिजनों के साथ गौरीकुंड के लिए भेज दिया गया. वहीं, केदारनाथ यात्रा पर आए गुजरात के गिरीश भाई को मोबाइल खो गया था, जिसकी शिकायत उन्होंने पुलिस से की. पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक कर कड़ी मशक्कत के बाद गिरीश भाई के मोबाइल को ढूंढ निकाला. वहीं, गुरुवार 25 अप्रैल को आंध्र प्रदेश की महिला तीर्थयात्री की बर्फबारी में अचानक तबीयत बिगड़ गई थी, जिसे SDRF टीम ने तत्काल बर्फबारी के बीच स्ट्रेचर के लिए विवेकानंद हॉस्पिटल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने महिला का इलाज किया और उसकी जान बचाई.
वहीं, केदारनाथ दर्शन के लिए आई एक महिला ने जब बीच रास्ते में ही चलने में असमर्थ दिखाई तो SDRF के जवानों ने उस महिला को सहारा देकर धाम तक पहुंचाया. साथ ही दर्शन करने में सहयोग किया. ऐसे तमाम मुश्किलों को पार करते हुए मित्र पुलिस के जवान केदारनाथ धाम आने वाले श्रद्धालुओं की मदद कर रहे है. रुद्रप्रयाग पुलिस अधीक्षक विशाखा अशोक भदाणे ने कहा ऑपरेशन मुस्कान के तहत पुलिस केदारनाथ धाम यात्रा पर आये श्रद्धालुओं के चेहरे पर मुस्कान लाने का काम कर रही है.