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अनावरण का इंतजार कर रही थी शहीद सते सिंह की प्रतिमा, बेटी ने खुद हटा दिया पर्दा, शहीद महेंद्र की मूर्ति भी हुई सार्वजनिक - रुद्रप्रयाग शहीद स्टोरी

Martyrs of Rudraprayag रुद्रप्रयाग के गिंवाला में 28 साल पहले कश्मीर में शहीद हुए सते सिंह रावत की मूर्ति का अनावरण किया गया. शहीद की प्रतिमा का लंबे समय से अनावरण नहीं हुआ तो उनकी बेटी ने खुद अनावरण कार्यक्रम कर दिया. उधर पस्ता गांव में भी शहीद महेंद्र सिंह की प्रतिमा का अनावरण किया गया.

Martyrs of Rudraprayag
रुद्रप्रयाग शहीद प्रतिमा समाचार
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Published : Aug 18, 2023, 12:29 PM IST

रुद्रप्रयाग: राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय गिंवाला में हुए कार्यक्रम में शहीद सते सिंह रावत की मूर्ति का अनावरण किया गया. ऊखीमठ तहसील के गिंवाला गांव के सते सिंह रावत मात्र 30 वर्ष की युवावस्था में कुपवाड़ा (जम्मू-कश्मीर) में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए 25 अगस्त 1995 को शहीद हो गए थे. उनकी स्मृति में गांव में लगाई गई मूर्ति का अनावरण नहीं हो पाया था.

Martyrs of Rudraprayag
बेटी ने खुद कर दिया शहीद पिता की प्रतिमा का अनावरण

शहीद सते सिंह रावत की मूर्ति का हुआ अनावरण: दरअसल, कांग्रेस के निवर्तमान विधायक मनोज रावत ने अपनी विधानसभा सीट में सभी शहीद सैनिकों की मूर्तियां उनके गृह क्षेत्र में लगाने का निर्णय लिया था. यह मूर्तियां बनवाई भी गई, मगर तब तक चुनाव आचार संहिता लग गई. यह मूर्तियां बनती रहीं और गांव में भेजी गईं. मगर इनमें से अधिकांश मूर्तियों का अनावरण नहीं हो पाया था. उनमें से एक मूर्ति शहीद सते सिंह रावत की भी थी. जो विगत कई माह से अनावरण का इन्तजार कर रही थी.

Martyrs of Rudraprayag
शहीद सते सिंह रावत की प्रतिमा अनावरण का कार्यक्रम

शहीद की बेटी ने खुद किया मूर्ति का अनावरण: आखिरकार उनकी पुत्री लीला नेगी ने खुद ही अपने पिता की मूर्ति का अनावरण कर माल्यार्पण कर दिया. वह सरकार और जनप्रतिनिधियों की ओर से शहीदों की मूर्तियों को यूं ही लावारिस छोड़ दिये जाने से क्षुब्ध थीं. इस अवसर पर स्कूल के बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये और शहीदों को श्रद्धांजलि का कार्यक्रम भी हुआ. इसमें शहीद के परिजन भी पहुंचे और नाते-रिश्तेदार व गांव के लोग भी. स्कूल के प्रधानाध्यापक नंदलाल आर्य, गिरीश बैंजवाल व योगेंद्र नेगी के अलावा गिंवाला गांव के बुजुर्ग कुंवर सिंह बर्तवाल, शहीद के परिजन यशपाल सिंह रावत, शिशुपाल सिंह रावत, पूर्व सैनिक गीताराम मलासी, शहीद के दामाद सुखदेव सिंह नेगी, अनसूया प्रसाद मलासी, गांव की महिलाएं, स्कूल के बच्चे भी शामिल रहे.

Martyrs of Rudraprayag
शहीद महेंद्र सिंह की प्रतिमा का भी अनावरण हुआ

शहीद राइफलमैन महेंद्र सिंह की प्रतिमा का अनावरण: वहीं बसुकेदार तहसील के अन्तर्गत राप्रावि पस्ता में ऑपरेशन रक्षक में शहीद हुए राइफलमैन महेंद्र सिंह की मूर्ति का अनावरण भी किया गया. शहीद के परिजनों के साथ ही क्षेत्र के ग्रामीणों ने शहीद को याद करते हुए उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. केदारनाथ के पूर्व विधायक मनोज रावत के प्रतिनिधि के रूप में मौजूद जिपंस गणेश तिवारी की अध्यक्षता में संपन्न हुए कार्यक्रम में आर्मी कैंट रुद्रप्रयाग से पहुंचे मेजर भद्रिया ने शहीद की मूर्ति पर माल्यार्पण करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की.
ये भी पढ़ें: Meri Mati Mera Desh: गैरसैंण के पज्याणा में कारगिल शहीद को किया याद, गांव में निकाली तिरंगा यात्रा

महेंद्र सिंह ने सीमा पर दी थी शहादत: महेंद्र सिंह 16वीं गढ़वाल राइफल के वीर सैनिक थे. वो 4 सितम्बर 1997 को ऑपरेशन रक्षक के दौरान सीमा पर शहीद हुए थे. उनकी याद में पूर्व विधायक मनोज रावत ने उनकी मूर्ति उनके गृह क्षेत्र राप्रावि पस्ता में लगवाई. इस अवसर पर विद्यालय के छात्र छात्राओं ने रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी. कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के सहायक अध्यापक सुरेन्द्र सोनियाल ने की. इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाध्यापिका चन्दा शाह, ग्राम प्रधान नारायणी देवी, संकुल समन्वयक गोपाल सिंह नेगी सहित क्षेत्रीय ग्रामीण बड़ी संख्या में मौजूद रहे.
ये भी पढ़ें: रुद्रप्रयाग का जवान अरविंद सिंह पंचतत्व में विलीन, पार्थिव शरीर से लिपटकर रोयीं बेटी और पत्नी

रुद्रप्रयाग: राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय गिंवाला में हुए कार्यक्रम में शहीद सते सिंह रावत की मूर्ति का अनावरण किया गया. ऊखीमठ तहसील के गिंवाला गांव के सते सिंह रावत मात्र 30 वर्ष की युवावस्था में कुपवाड़ा (जम्मू-कश्मीर) में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए 25 अगस्त 1995 को शहीद हो गए थे. उनकी स्मृति में गांव में लगाई गई मूर्ति का अनावरण नहीं हो पाया था.

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बेटी ने खुद कर दिया शहीद पिता की प्रतिमा का अनावरण

शहीद सते सिंह रावत की मूर्ति का हुआ अनावरण: दरअसल, कांग्रेस के निवर्तमान विधायक मनोज रावत ने अपनी विधानसभा सीट में सभी शहीद सैनिकों की मूर्तियां उनके गृह क्षेत्र में लगाने का निर्णय लिया था. यह मूर्तियां बनवाई भी गई, मगर तब तक चुनाव आचार संहिता लग गई. यह मूर्तियां बनती रहीं और गांव में भेजी गईं. मगर इनमें से अधिकांश मूर्तियों का अनावरण नहीं हो पाया था. उनमें से एक मूर्ति शहीद सते सिंह रावत की भी थी. जो विगत कई माह से अनावरण का इन्तजार कर रही थी.

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शहीद सते सिंह रावत की प्रतिमा अनावरण का कार्यक्रम

शहीद की बेटी ने खुद किया मूर्ति का अनावरण: आखिरकार उनकी पुत्री लीला नेगी ने खुद ही अपने पिता की मूर्ति का अनावरण कर माल्यार्पण कर दिया. वह सरकार और जनप्रतिनिधियों की ओर से शहीदों की मूर्तियों को यूं ही लावारिस छोड़ दिये जाने से क्षुब्ध थीं. इस अवसर पर स्कूल के बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये और शहीदों को श्रद्धांजलि का कार्यक्रम भी हुआ. इसमें शहीद के परिजन भी पहुंचे और नाते-रिश्तेदार व गांव के लोग भी. स्कूल के प्रधानाध्यापक नंदलाल आर्य, गिरीश बैंजवाल व योगेंद्र नेगी के अलावा गिंवाला गांव के बुजुर्ग कुंवर सिंह बर्तवाल, शहीद के परिजन यशपाल सिंह रावत, शिशुपाल सिंह रावत, पूर्व सैनिक गीताराम मलासी, शहीद के दामाद सुखदेव सिंह नेगी, अनसूया प्रसाद मलासी, गांव की महिलाएं, स्कूल के बच्चे भी शामिल रहे.

Martyrs of Rudraprayag
शहीद महेंद्र सिंह की प्रतिमा का भी अनावरण हुआ

शहीद राइफलमैन महेंद्र सिंह की प्रतिमा का अनावरण: वहीं बसुकेदार तहसील के अन्तर्गत राप्रावि पस्ता में ऑपरेशन रक्षक में शहीद हुए राइफलमैन महेंद्र सिंह की मूर्ति का अनावरण भी किया गया. शहीद के परिजनों के साथ ही क्षेत्र के ग्रामीणों ने शहीद को याद करते हुए उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. केदारनाथ के पूर्व विधायक मनोज रावत के प्रतिनिधि के रूप में मौजूद जिपंस गणेश तिवारी की अध्यक्षता में संपन्न हुए कार्यक्रम में आर्मी कैंट रुद्रप्रयाग से पहुंचे मेजर भद्रिया ने शहीद की मूर्ति पर माल्यार्पण करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की.
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महेंद्र सिंह ने सीमा पर दी थी शहादत: महेंद्र सिंह 16वीं गढ़वाल राइफल के वीर सैनिक थे. वो 4 सितम्बर 1997 को ऑपरेशन रक्षक के दौरान सीमा पर शहीद हुए थे. उनकी याद में पूर्व विधायक मनोज रावत ने उनकी मूर्ति उनके गृह क्षेत्र राप्रावि पस्ता में लगवाई. इस अवसर पर विद्यालय के छात्र छात्राओं ने रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी. कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के सहायक अध्यापक सुरेन्द्र सोनियाल ने की. इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाध्यापिका चन्दा शाह, ग्राम प्रधान नारायणी देवी, संकुल समन्वयक गोपाल सिंह नेगी सहित क्षेत्रीय ग्रामीण बड़ी संख्या में मौजूद रहे.
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