रुद्रप्रयाग: सीडीएस जनरल बिपिन रावत की मौत के बाद रुद्रप्रयाग में भी शोक की लहर है. जगह-जगह लोग उनकी मौत की खबर से स्तब्ध और क्षुब्ध हैं. सभी उन्हें श्रद्धांजलि देकर पुष्प अर्पित कर रहे हैं. तिलवाड़ा में व्यापारियों और स्थानीय जनता ने कैंडल मार्च निकालकर सीडीएस रावत के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. वहीं, पांडव लीला एवं शिव समिति पुनाड़ के तत्वाधान में चल रही पांडव लीला में पांडव पश्वों के साथ ही श्रद्धालुओं ने देश के सीडीएस रहे जनरल विपिन रावत को श्रद्धांजलि दी. इसके अलावा नगर पंचायत अगस्त्यमुनि में भी जनरल रावत को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की गई.
बता दें सीडीएस बिपिन रावत की तमिलनाडु के कन्नूर में हेलीकाॅप्टर हादसे में मौत हो गई थी. जिसके बाद से देश में शोक की लहर है. रुद्रप्रयाग जनपद के विभिन्न इलाकों में कैंडल मार्च निकालने के साथ ही शोक सभा का आयोजन कर सीडीएस रावत के चित्र पर पुष्प अर्पित किये जा रहे हैं. जिले के तिलवाड़ा में स्थानीय व्यापारियों एवं जनता ने कैंडल मार्च निकालकर स्वर्गीय रावत को श्रद्धांजलि दी.
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इसके साथ ही रुद्रप्रयाग मुख्यालय के पुनाड़ में आयोजित पांडव लीला में पांडव पश्वों के साथ ही श्रद्धालुओं ने सीडीएस रावत को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी. इस मौके पर पांडवों के साथ स्थानीय लोगों ने यहां पर दो मिनट का मौन रखते हुए मृतक आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की. इस मौके पर सभी ने देश और उत्तराखंड को विपिन रावत द्वारा दिए योगदान को याद किया गया. नगर पंचायत अगस्त्यमुनि के सभागार में सीडीएस जनरल बिपिन रावत के आकस्मिक निधन पर 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई.
बता दें तमिलनाडु हेलीकॉप्टर क्रैश में जान गंवाने वाले सीडीएस जनरल बिपिन रावत (Gen Bipin Rawat) और उनकी पत्नी मधुलिका रावत (Madhulika Rawat) के पार्थिव शरीर को उनके आवास से बरार स्क्वायर (Barar Square) श्मशान घाट, पर पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. सीडीएस जनरल बिपिन रावत (Gen Bipin Rawat) को उनकी बड़ी बेटी कृतिका व छोटी बेटी तारिणी ने मुखाग्नि दी. इस दौरान उन्हें 17 तोपों की सलामी दी गई. इस मौके पर सेना के 800 जवान मौजूद रहे. वहीं, आवास के अलावा बरार स्क्वायर का दृश्य काफी हृदय विदारक था. लोग अपने जांबाज सिपाही के अंतिम सफर के हर क्षण को अपनी आंखों के सामने होते देखना चाहते थे.