रुद्रप्रयाग: अलकनंदा नदी पर बने मोटर पुल का ट्रीटमेंट का कार्य आखिरकार छह माह बाद शुरू हो गया है. रुद्रप्रयाग की आधे से अधिक आबादी के अलावा केदारनाथ यात्रा को जोड़ने के लिए मोटरपुल का ट्रीटमेंट जरूरी है. 6 माह पहले पुल की जर्जर स्थिति को देखते हुए इस पर भारी वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई थी.
अप्रैल माह में शुरू हो रही केदारनाथ धाम की यात्रा को देखते हुए एनएच ने पुल की मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया है. हालांकि, यात्रा सीजन में भी पुल पर भारी वाहनों की आवाजाही बंद रहेगी. पुल पर मात्र 20 सीटर बस और एंबुलेंस के अलावा अन्य छोटे वाहनों का ही संचालन होगा.
साठ के दशक में रुद्रप्रयाग मुख्य बाजार में अलकनंदा नदी पर लगभग साठ मीटर लंबे मोटर पुल का निर्माण हुआ था. 2013 की आपदा में पुल के आधार स्तंभ हिलने से पुल जर्जर हो गया था. भारी वाहनों के चलते पुल कांपने लग जाता है. बीते 2022 की यात्रा में अत्यधिक वाहनों का संचालन होने के कारण पुल की स्थिति और दयनीय हो गई. अक्टूबर माह में पुल पर भारी वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई.
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अप्रैल माह में शुरू हो रही चारधाम यात्रा को देखते हुए एनएच विभाग ने पुल का ट्रीटमेंट शुरू कर दिया है. हालांकि, पुल को अभी सिर्फ छोटे वाहनों के अलावा बीस सीटर बसों के लिए खोला जा रहा है. पुल पर अभी भी माल वाहक वाहनों के अलावा बड़ी बसों का संचालन बंद रहेगा. बदरीनाथ धाम आने-जाने वाले सभी बड़े वाहन रुद्रप्रयाग मुख्य बाजार से और केदारनाथ धाम जाने वाले सभी बड़े वाहन जवाड़ी बाइपास से आवाजाही करेंगे.
रुद्रप्रयाग पुलिस उपाधीक्षक प्रबोध कुमार घिल्डियाल ने बताया यह पुल यात्रा संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. पुल पर अभी भी भारी वाहनों की अनुमति नहीं है. बीस सीटर बसों का संचालन यहां से किया जा सकेगा. अब एंबुलेंस के लिए भी ये रास्ता खोल दिया जाएगा.