रुद्रप्रयागः केदारनाथ यात्रा के अहम पड़ाव फाटा और सीतापुर में शौचालय की व्यवस्था न होने से व्यापारियों में आक्रोश है. व्यापारियों का कहना है कि चारधाम यात्रा के दौरान तीर्थ यात्रियों को शौचालय की कोई सुविधा नहीं मिल पाती है, जिस कारण यात्री खासे परेशान रहते हैं. इसके साथ ही व्यापारी वर्ग को भी शौचालय की समस्या से जूझना पड़ रहा है. वहीं, केदारनाथ यात्रा को लेकर डीएम मनुज गोयल ने अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली.
बता दें कि केदारनाथ यात्रा पड़ावों में शौचालय की सुविधा नहीं है, जिस कारण स्थानीय व्यापारियों एवं चारधाम यात्रा के समय तीर्थयात्रियों को खासी परेशानियां उठानी पड़ती है. प्रशासन की ओर से चारधाम यात्रा को चाक-चौबंद बनाए जाने के दावे तो किए जाते हैं, लेकिन हकीकत कुछ ओर ही बयां करती है.
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केदारनाथ होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रेम प्रकाश गोस्वामी एवं व्यापार संघ अध्यक्ष सीतापुर आशीष कुनियाल ने बताया कि केदारनाथ यात्रा के महत्वपूर्ण पड़ावों में सुलभ शौचालय की कोई व्यवस्था नहीं है. यह प्रशासन की नाकामी को दर्शाता है. यात्रा पड़ाव के सीतापुर एवं फाटा में शौचालय नहीं बनाया गया है.
केदारनाथ यात्रा के चरम पर रहने के दौरान यात्रियों को भारी दिक्कतों से जूझना पड़ता है. शौचालय न हो पाने से यात्रियों को बड़ी असुविधा से गुजरना पड़ता है. उन्होंने बताया कि पूर्व में कई बार जिलाधिकारी, अपर मुख्य अधिकारी और जिला पंचायत अध्यक्ष को इस समस्या से अवगत कराया गया, लेकिन किसी ने भी इस समस्या का कोई समाधान नहीं किया.
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व्यापारियों ने बताया कि केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ावों में समुचित व्यवस्थाएं होनी जरूरी है. पड़ावों में शौचालय की समस्या होने से व्यापारियों को भी दिक्कतें होती हैं. उन्होंने मांग करते हुए कहा कि यात्रा शुरू होने से पूर्व जल्द से जल्द यात्रा के प्रमुख पड़ावों में सुलभ शौचालय का निर्माण करवाया जाए, जिससे यात्रियों के साथ-साथ व्यापारियों को सुविधा मिल सके.
केदारनाथ यात्रा को लेकर बैठकः केदारनाथ यात्रा के दृष्टिगत जिलाधिकारी मनुज गोयल ने संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने धाम में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को लेकर संबंधित व्यवस्थाओं की बिंदुवार समीक्षा कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. साथ ही यात्रा के सफल संचालन में सभी की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करने को कहा.