रुद्रप्रयाग: कार्तिक स्वामी तीर्थ पहली बार पेयजल लाइन से जुड़ गया है. अब कार्तिक स्वामी तीर्थ पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की पेयजल समस्या से नहीं जूझना पड़ेगा. कार्तिक स्वामी तीर्थ पहली बार एक श्रद्धालु के व्यक्तिगत प्रयासों से पेयजल योजना से जुड़ पाया है. इससे पूर्व केन्द्रीय मंत्री उमा भारती के प्रयासों से कार्तिक स्वामी के आधार शिविर स्कन्द नगरी नमामि गंगे योजना के अन्तर्गत पेयजल योजना से जुड़ गया था.
भगवान कार्तिक स्वामी के तीर्थ व आधार शिविर स्कन्द नगरी के पेयजल योजना से जुड़ने से अब भविष्य में धार्मिक अनुष्ठानों के आयोजन में सरलता मिलने के साथ ही स्थानीय तीर्थाटन व्यवसाय में भी इजाफा होगा. बता दें कि देव सेनापति भगवान कार्तिक स्वामी के तीर्थ में पेयजल की समस्या लंबे समय से बनी हुई है. कार्तिक स्वामी तीर्थ में होने वाले धार्मिक अनुष्ठानों के सफल आयोजन के लिए आधार शिविर स्कन्द नगरी से लगभग एक किमी दूर ढाढिक से पानी ढोना पड़ता था.
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ऐसे में पूर्व केन्द्रीय मंत्री उमा भारती के प्रयासों से कार्तिक स्वामी तीर्थ के आधार शिविर स्कन्द नगरी तक पेयजल आपूर्ति सुचारू करवाई गई. अब कार्तिक स्वामी तीर्थ के निकटवर्ती गांव पोगठा, पोखरी चमोली निवासी महिताब सिंह नेगी के व्यक्तिगत प्रयासों से कार्तिक स्वामी तीर्थ में पेयजल आपूर्ति सुचारू करवाई गई है. पेयजल योजना का निर्माण करने वाले केदार सिंह नेगी ने बताया कि महिताब सिंह नेगी व उनकी पत्नी गीता देवी द्वारा पेयजल योजना का निर्माण किया गया है. स्कन्द नगरी से कार्तिक स्वामी तीर्थ तक पेयजल योजना के निर्माण में 4 लाख 25 हजार रुपये व्यय हुए हैं.
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उन्होंने बताया कि पेयजल योजना के निर्माण में कार्तिक स्वामी तीर्थ के सहायक पुजारी ताजबर पुरी व कार्तिक स्वामी मन्दिर समिति का योगदान सराहनीय रहा है. पेयजल योजना में भैरवनाथ मन्दिर व कार्तिक स्वामी तीर्थ में सप्लाई टैंक बनाये गये हैं. इसलिए अब कार्तिक स्वामी तीर्थ आने वाले श्रद्धालुओं को पेयजल समस्या से नहीं जूझना पड़ेगा. वहीं पेयजल आपूर्ति होने से स्थानीय तीर्थाटन व्यवसाय को बढ़ावा मिलेगा.