मसूरी/रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड में भीषण गर्मी के बाद मौसम ने करवट बदली है. मसूरी में देर रात से हो रही बारिश से तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है. सुबह के समय तेज हवाओं के चलने से कई घरों की छतें उड़ गईं, जिससे घर में रखा सामान क्षतिग्रस्त हो गया. घरों के टिन शेड उड़ने के कारण उसकी चपेट में आने से कई लोग बाल-बाल बच गए. मसूरी के नाभा हाउस के मकानों की घरों की छतें तेज हवाओं के कारण उड़ कर कई मीटर दूर जाकर गिरी हैं. लोगों ने बताया कि कई क्षेत्रों में विद्युत सेवा ठप (Power supply stalled in Mussoorie) हो गई, जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा.
एसडीएम ने दी मदद: वहीं, मसूरी में तेज बारिश के बाद तेज बारिश और हवा के कारण मसूरी नाभा हाउस के पास 4 परिवारों को हुए नुकसान को लेकर एसडीएम मसूरी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पीड़ित परिवारों को राहता राशि प्रदान की है. मसूरी एसडीएम दुर्गापाल द्वारा प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण करते हुए मौके पर ही पीड़ित परिवारों को ₹7000 प्रति परिवार राहत राशि का चेक देकर हर संभव मदद किए जाने का भरोसा दिलाया है.
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रुद्रप्रयाग में बरगद का पेड़ गिरने से चार परिवारों के रसोई घर एवं शौचालय ध्वस्त हो गए, जबकि आवासीय भवन खतरे की जद में आ गये हैं. पौराणिक गंगतल महादेव मंदिर भी खतरे की जद में आ गया है. गनीमत रही कि पेड़ नीचे की ओर गिरा और वहां से गुजर रही ओएफसी केबिल पर अटक गई नहीं तो राष्ट्रीय राजमार्ग भी बंद हो जाता और आवासीय भवनों को भी नुकसान हो सकता था, फिर भी चार घरों के रसोई घर एवं शौचालय क्षतिग्रस्त हो गये हैं.
राजस्व उपनिरीक्षक ने घटनास्थल पर पहुंचकर नुकसान का जायजा लिया. क्षेत्रीय विधायक भरत चौधरी ने भी प्रभावित परिवारों से मिलकर उन्हें सांत्वना देते हुए उचित मुआवजा दिलवाने का आश्वासन दिया है. उन्होंने एसडीआरएफ को बुलवाकर तुरन्त क्षतिग्रस्त पेड़ को हटाने के निर्देश दिए और राजस्व उपनिरीक्षक को नुकसान का आकलन कर शीघ्र ही रिपोर्ट उप जिलाधिकारी तक पहुंचाने के निर्देश दिए हैं.