रुद्रप्रयाग: तृतीय केदार भगवान के धाम में त्रीस जूला महायज्ञ समिति चन्द्र शिला के तत्वावधान में तीन दिवसीय महायज्ञ का विधिवत शुभारंभ हो गया है. महायज्ञ के शुभारंभ अवसर पर तुंगनाथ धाम विद्वान आचार्यों के वेद ऋचाओं से गुंजायमान हो उठा. तीन दिवसीय महायज्ञ के प्रथम दिन सैकड़ों श्रद्धालुओं ने तुंगनाथ धाम पहुंचकर भगवान तुंगनाथ पूजा अर्चना की. जलाभिषेक करने के साथ ही महायज्ञ में सहभागिता कर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए. आज मंगलवार को महायज्ञ में भव्य जल कलश यात्रा निकाली जायेगी और कल बुधवार को पूर्णाहुति के साथ महायज्ञ का समापन होगा.
सोमवार को तुंगनाथ धाम में विद्वान आचार्यों ने ब्रह्म बेला पर पंचाग पूजन के तहत अनेक पूजाएं संपन्न कर भगवान तुंगनाथ सहित 33 कोटि देवी-देवताओं का आह्वान किया और ठीक 11 बजे वेद ऋचाओं के साथ महायज्ञ का शुभारंभ हुआ. महायज्ञ के प्रथम दिन विद्वान आचार्यों ने हवन कुण्ड में विभिन्न पूजार्थ सामाग्रियों की आहूतियां डालकर विश्व समृद्धि की कामना की. तीन दिवसीय महायज्ञ में मठापति रामप्रसाद मैठाणी व त्रीस जूला महायज्ञ समिति अध्यक्ष गोपाल सिंह रमोला की ओर से महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जा रही है, जबकि मक्कू गांव के चन्द्र प्रकाश मैठाणी आचार्य तथा किमोठा गांव के प्रभु दत्त किमोठी ब्रह्मा की भूमिका अदा कर रहे हैं.
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महायज्ञ में मक्कू, विशाल, किमोठा, बीरों, देवशाल, थाला, कांडई, महड़, सलना व भिकोना सहित विभिन्न गांवों के विद्वान आचार्यों द्वारा हवन कुंड में आहूतियां डालकर विश्व कल्याण व क्षेत्र के खुशहाली की कामना की जा रही है. तीन दिवसीय महायज्ञ के पावन अवसर पर त्रीस जूला महायज्ञ समिति द्वारा भक्तों के लिए विशाल भंडारे का आयोजन भी किया जा रहा है. महायज्ञ में शिरकत करने पहुंचे बदरी केदार मंदिर समिति उपाध्यक्ष किशोर पंवार ने कहा कि तुंगनाथ धाम में आयोजित तीन दिवसीय महायज्ञ के सफल आयोजन में त्रीस जूला महायज्ञ समिति, मक्कू गांव सहित पोखरी, हापला व तुंगनाथ घाटी के जनप्रतिनिधियों व जनता का अहम योगदान है.