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यात्रा मार्गों के संरक्षण की कवायद तेज, चारों धामों के पौराणिक रास्तों की खोज पर निकला ट्रैकिंग दल - Discover Legendary Travel Routes

चारधाम यात्रा के पौराणिक यात्रा मार्गों को धामी सरकार पुनर्जीवित करने का प्रयास कर रही है. इसके लिए पर्यटन विभाग के तत्वाधान द ट्रैक हिमालया का 20 सदस्यीय दल पौराणिक रास्तों की खोज पर रवाना हो गया. इस दौरान यह दल चारों धाम के तहत 1250 किलोमीटर की दूरी तय करेगा.

the track himalaya team
ट्रैकिंग दल
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Published : Nov 25, 2021, 10:49 AM IST

रुद्रप्रयाग: देवभूमि उत्तराखंड में कई ऐसे पौराणिक यात्रा मार्ग हैं, जिनको पुनर्जीवित करने के साथ ही उनका संरक्षण किया जाना जरूरी है. इन यात्रा मार्गों के जरिये पूर्व में लोग चारधामों की यात्रा किया करते थे. शासन-प्रशासन अब इन यात्रा मार्गों के संरक्षण को लेकर कार्रवाई कर रहा रहा है. बीते रोज पर्यटन विभाग के तत्वाधान में द ट्रैक हिमालया का 20 सदस्यीय दल पौराणिक रास्तों की खोज पर रवाना हो चुका है.

बता दें, करोड़ों हिन्दुओं की आस्था के प्रतीक चारधामों में हर वर्ष देश-विदेश से तीर्थयात्री पहुंचते हैं. इनमें कुछ लोग वाहन के जरिये धामों को पहुंचते हैं, जबकि कई श्रद्धालु पैदल ट्रैकिंग (पैदल) करना पसंद करते हैं. इसके साथ ही मॉनसून सीजन पहाड़ी दरकने पर यात्रा मार्ग बंद हो जाती है, जिस कारण लोग समय से यात्रा नहीं कर पाते हैं. साथ ही आपदाएं भी पहाड़ों में ज्यादा आती हैं. ऐसे में शासन-प्रशासन की ओर से पौराणिक यात्रा मार्गों की तलाश की जा रही है. उनके सर्वेक्षण और उन्हें पुनर्जीवित करने को लेकर कार्य किया किया जा रहा है.

चारों धामों के पौराणिक रास्तों की खोज पर निकला ट्रैकिंग दल.

चारों धामों के दर्शन को प्रयुक्त होने वाले परंपरागत पौराणिक यात्रा मार्गों के सर्वेक्षण एवं पुनर्जीवित करने को लेकर पर्यटन विभाग के तत्वावधान में द ट्रैक हिमालया (The Track Himalaya) का 20 सदस्यों का दल 50 दिनों के भीतर में चारों धाम के अन्तर्गत 1250 किलोमीटर की दूरी तय करेगा.

पढ़ें- रद्द हो सकता है देवस्थानम बोर्ड, एक-दो दिन में धामी सरकार करेगी बड़ा ऐलान

बुधवार को यह दल ऋषिकेश से पैदल रवाना होकर गंगोत्री से होते हुए पंवालीकांठा-त्रियुगीनारायण पहुंचा. इसके बाद ट्रेकिंग दल के सोनप्रयाग पहुंचने पर जिला पर्यटन विकास अधिकारी सुशील नौटियाल, होटल एसोसिएशन केदारधाम के सचिव नितिन जमलोकी, उपाध्यक्ष प्रमोद नौटियाल व स्थानीय व्यापारियों ने फूल मालाओं से स्वागत किया.

इसके बाद यह दल गौरीकुंड में मां गौरी माई के मंदिर पहुंचा, जहां पर पर्यटन अधिकारी एवं दल के सदस्यों ने मंदिर में पूजा अर्चना कर केदारनाथ को प्रस्थान किया. गौरीकुंड मंदिर में स्थानीय व्यापार संघ अध्यक्ष अरविंद गोस्वामी, संजय गोस्वामी व श्रीधर प्रसाद, राकेश कुमार ने फूल माला डालकर दल का स्वागत किया और दल को शुभकामनाएं देकर केदारनाथ की ओर रवाना किया.

रुद्रप्रयाग: देवभूमि उत्तराखंड में कई ऐसे पौराणिक यात्रा मार्ग हैं, जिनको पुनर्जीवित करने के साथ ही उनका संरक्षण किया जाना जरूरी है. इन यात्रा मार्गों के जरिये पूर्व में लोग चारधामों की यात्रा किया करते थे. शासन-प्रशासन अब इन यात्रा मार्गों के संरक्षण को लेकर कार्रवाई कर रहा रहा है. बीते रोज पर्यटन विभाग के तत्वाधान में द ट्रैक हिमालया का 20 सदस्यीय दल पौराणिक रास्तों की खोज पर रवाना हो चुका है.

बता दें, करोड़ों हिन्दुओं की आस्था के प्रतीक चारधामों में हर वर्ष देश-विदेश से तीर्थयात्री पहुंचते हैं. इनमें कुछ लोग वाहन के जरिये धामों को पहुंचते हैं, जबकि कई श्रद्धालु पैदल ट्रैकिंग (पैदल) करना पसंद करते हैं. इसके साथ ही मॉनसून सीजन पहाड़ी दरकने पर यात्रा मार्ग बंद हो जाती है, जिस कारण लोग समय से यात्रा नहीं कर पाते हैं. साथ ही आपदाएं भी पहाड़ों में ज्यादा आती हैं. ऐसे में शासन-प्रशासन की ओर से पौराणिक यात्रा मार्गों की तलाश की जा रही है. उनके सर्वेक्षण और उन्हें पुनर्जीवित करने को लेकर कार्य किया किया जा रहा है.

चारों धामों के पौराणिक रास्तों की खोज पर निकला ट्रैकिंग दल.

चारों धामों के दर्शन को प्रयुक्त होने वाले परंपरागत पौराणिक यात्रा मार्गों के सर्वेक्षण एवं पुनर्जीवित करने को लेकर पर्यटन विभाग के तत्वावधान में द ट्रैक हिमालया (The Track Himalaya) का 20 सदस्यों का दल 50 दिनों के भीतर में चारों धाम के अन्तर्गत 1250 किलोमीटर की दूरी तय करेगा.

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बुधवार को यह दल ऋषिकेश से पैदल रवाना होकर गंगोत्री से होते हुए पंवालीकांठा-त्रियुगीनारायण पहुंचा. इसके बाद ट्रेकिंग दल के सोनप्रयाग पहुंचने पर जिला पर्यटन विकास अधिकारी सुशील नौटियाल, होटल एसोसिएशन केदारधाम के सचिव नितिन जमलोकी, उपाध्यक्ष प्रमोद नौटियाल व स्थानीय व्यापारियों ने फूल मालाओं से स्वागत किया.

इसके बाद यह दल गौरीकुंड में मां गौरी माई के मंदिर पहुंचा, जहां पर पर्यटन अधिकारी एवं दल के सदस्यों ने मंदिर में पूजा अर्चना कर केदारनाथ को प्रस्थान किया. गौरीकुंड मंदिर में स्थानीय व्यापार संघ अध्यक्ष अरविंद गोस्वामी, संजय गोस्वामी व श्रीधर प्रसाद, राकेश कुमार ने फूल माला डालकर दल का स्वागत किया और दल को शुभकामनाएं देकर केदारनाथ की ओर रवाना किया.

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