रुद्रप्रयाग: केदारनाथ के तीर्थपुरोहित समाज के प्रतिनिधिमंडल ने तहसील प्रशासन के माध्यम से देवस्थानम बोर्ड व मास्टर प्लान को भंग करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा. इसके साथ ही चेतावनी दी है कि अगर उनके प्रदर्शन को जबरन खत्म करने की कोशिश की गई तो वो उग्र आंदोलन करने को विवश होंगे. उन्होंने शासन-प्रशासन पर तीर्थपुरोहितों की अनदेखी का आरोप भी लगाया है.
केदार सभा के महामंत्री कुबेरनाथ पोस्ती के नेतृत्व में तीर्थपुरोहित समाज के प्रतिनिधिमंडल तहसील ऊखीमठ पहुंचा. यहां प्रशासनिक अधिकारियों से भेंटवार्ता के बाद उन्होंने प्रशासन के माध्यम से ज्ञापन भेजा. जिसमें तीर्थपुरोहितों एवं हक-हकूकधारियों को बिना विश्वास में लिए बगैर देवस्थानम बोर्ड का गठन करने की बात कही गई है. कहा कि वे लोकतांत्रिक व शांतिपूर्ण तरीके से अपना आंदोलन कर रहे हैं. बावजूद इसके शासन-प्रशासन ने अभी तक उनकी सुध लेना जरूरी नहीं समझा.
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प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अगर प्रशासन ने उन्हें जबरन हटाने या धरने से उठाने का प्रयास किया तो समस्त केदारघाटी की जनता के तहसील मुख्यालय का घेराव करने को बाध्य होगी. इसके बाद तीर्थपुरोहितों का प्रतिनिधिमंडल किमाणा गांव स्थित भोलेश्वर मंदिर पहुंचा. जहां पर उन्होंने देवस्थानम बोर्ड के विरोध में अर्धनग्न होकर बीते चार दिन से धरना दे रहे आचार्य संतोष त्रिवेदी के समर्थन में नारेबाजी करते हुए क्रमिक धरना दिया.