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रुद्रप्रयाग: मंदाकिनी डायवर्सन को लेकर छात्र संगठन में रोष, रखी ये मांग - Mandakini diversion

रुद्रप्रयाग के राजकीय महाविद्यालय अगस्त्यमुनि के ठीक नीचे मंदाकिनी नदी को डायवर्ट करने के बाद पूरी बस्ती को खतरा पैदा हो गया है. जिसको लेकर छात्र संगठन ने सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता को एक ज्ञापन सौंपा.

मंदाकिनी डाइवर्जन
मंदाकिनी डाइवर्जन
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Published : May 19, 2020, 9:56 PM IST

Updated : May 27, 2020, 7:46 PM IST

रुद्रप्रयाग: राजकीय महाविद्यालय अगस्त्यमुनि के ठीक नीचे मंदाकिनी नदी को डायवर्ट करने के बाद पूरी बस्ती को खतरा पैदा हो गया है. मामले को लेकर जय हो छात्र संगठन ने सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता को एक ज्ञापन सौंपा है. साथ ही नदी के रुख को पूर्ववत करने की मांग की है. वहीं, मामले पर कार्रवाई न होने पर आंदोलन करने की चेतावनी भी दी.

गौर हो कि, साल 2019 में स्वीकृत महाविद्यालय अगस्त्यमुनि के ठीक नीचे सुरक्षा दीवार का निर्माण कार्य किया गया है. इस दौरान सिंचाई खंड केदारनाथ ने मंदाकिनी नदी को डाइवर्ट कर विपरीत दिशा में नदी का रुख किया गया था, लेकिन काम खत्म होने के बाद भी नदी विपरीत दिशा में फैली हुई है. जिसके कारण नदी किनारे की बस्तियां खतरे की जद में आ गई हैं.

स्थानीय निवासी प्रियंक कुमार ने बताया कि कई बार नदी का रुख पुरानी दिशा में करने के लिए सिंचाई विभाग में बात की जा चुकी है, लेकिन विभाग बार-बार उन्हें आश्वासन ही दे रहा है. महाविद्यालय के विवि प्रतिनिधि लवकुश भट्ट ने कहा कि दीवार का कार्य करीब पूरा हो चुका है और जून से नदी का जलस्तर बढ़ जाएगा. ऐसे में विजयनगर झूला पुल के निवासियों के लिए खतरा पैदा हो सकता है.

पढ़ें- पुलिस कर्मी की सरेआम फाड़ी वर्दी, कांग्रेस नेता समेत 6 लोगों पर मुकदमा दर्ज

वहीं, सचिव प्रीतम गोस्वामी ने कहा कि सिंचाई विभाग जल्द से जल्द नदी का रुख बीच में नहीं करता तो पूरा छात्रसंघ आंदोलन के लिए बाध्य होगा. जिसकी पूरी जिम्मेदारी सिचाई विभाग की होगी.

रुद्रप्रयाग: राजकीय महाविद्यालय अगस्त्यमुनि के ठीक नीचे मंदाकिनी नदी को डायवर्ट करने के बाद पूरी बस्ती को खतरा पैदा हो गया है. मामले को लेकर जय हो छात्र संगठन ने सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता को एक ज्ञापन सौंपा है. साथ ही नदी के रुख को पूर्ववत करने की मांग की है. वहीं, मामले पर कार्रवाई न होने पर आंदोलन करने की चेतावनी भी दी.

गौर हो कि, साल 2019 में स्वीकृत महाविद्यालय अगस्त्यमुनि के ठीक नीचे सुरक्षा दीवार का निर्माण कार्य किया गया है. इस दौरान सिंचाई खंड केदारनाथ ने मंदाकिनी नदी को डाइवर्ट कर विपरीत दिशा में नदी का रुख किया गया था, लेकिन काम खत्म होने के बाद भी नदी विपरीत दिशा में फैली हुई है. जिसके कारण नदी किनारे की बस्तियां खतरे की जद में आ गई हैं.

स्थानीय निवासी प्रियंक कुमार ने बताया कि कई बार नदी का रुख पुरानी दिशा में करने के लिए सिंचाई विभाग में बात की जा चुकी है, लेकिन विभाग बार-बार उन्हें आश्वासन ही दे रहा है. महाविद्यालय के विवि प्रतिनिधि लवकुश भट्ट ने कहा कि दीवार का कार्य करीब पूरा हो चुका है और जून से नदी का जलस्तर बढ़ जाएगा. ऐसे में विजयनगर झूला पुल के निवासियों के लिए खतरा पैदा हो सकता है.

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वहीं, सचिव प्रीतम गोस्वामी ने कहा कि सिंचाई विभाग जल्द से जल्द नदी का रुख बीच में नहीं करता तो पूरा छात्रसंघ आंदोलन के लिए बाध्य होगा. जिसकी पूरी जिम्मेदारी सिचाई विभाग की होगी.

Last Updated : May 27, 2020, 7:46 PM IST
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