रुद्रप्रयाग: दो दिन पहले मिनी स्विट्जरलैंड चोपता में हुई बर्फबारी जहां पर्यटकों के लिए खुशियां लेकर आई है. वहीं, स्थानीय लोगों की परेशानियां इससे बढ़ गई हैं. चोपता-बदरीनाथ मोटरमार्ग पर अभी भी जगह जगह बर्फ पड़ी है. बर्फ के ऊपर पाले की मोटी परत जम गई है. जेसीबी मशीन से बर्फ साफ नहीं हो रही है. अब मजदूरों को बर्फ की सफाई के लिए लगाया गया है. वहीं, केदारनाथ धाम में 5 फीट तक बर्फ जमी हुई है. केदारनाथ धाम से 2 किमी दूर गरुड़चट्टी का बर्फबारी वाला वीडियो भी सामने आया है. जिसमें गरुड़चट्टी पूरी तरह बर्फ से ढकी नजर आ रही है.
चोपता में दो दिन पहले 2 फीट से अधिक तक बर्फबारी हुई है. इस बर्फ का दीदार करने के लिए पर्यटक भारी संख्या में पहुंच रहे हैं. चोपता में अब चारो और सिर्फ बर्फ ही बर्फ है. यह बर्फ अब स्थानीय लोगों के लिए परेशानी का सबब बन रही है. चोपता-बदरीनाथ मोटरमार्ग पर बर्फ की मोटी चादर बिछी हुई है. जिस पर पाला पड़ने के बाद फिसलन बढ़ गई है. किसी तरह से वाहनों की आवाजाही मोटरमार्ग पर हो रही है.
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वहीं, दूसरी ओर केदारनाथ धाम के गरुड़चट्टी से बर्फबारी के बाद वीडियो सामने आया है. गरुड़चट्टी में चारों और बर्फ की मोटी चादर बिछी हुई है. गरुड़चट्टी केदारनाथ धाम से दो किमी दूर है. ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि धाम में भी बर्फ की मोटी चादर बिछी होगी.
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अत्यधिक बर्फबारी होने के कारण केदारनाथ धाम के सभी पुनर्निर्माण कार्य दिसम्बर माह से ही बन्द हैं. मजदूरों के अलावा मंदिर की सुरक्षा में लगे पुलिस जवान भी पिछले महीने ही नीचे आ गए थे. बर्फबारी और ठंड के बाद धाम में सब कुछ जमने लग जाता है. फिलहाल केदारनाथ के गरुड़चट्टी में कुछ साधु संत तपस्या में लीन हैं.