केदारनाथ: आज सावन का दूसरा सोमवार है लेकिन केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) में बाबा का जलाभिषेक करने के लिए भक्त नहीं पहुंच पा रहे हैं. कोरोना महामारी के चलते उत्तराखंड हाईकोर्ट ने चारधाम यात्रा पर रोक लगाई है. ऐसे में यात्रियों के न पहुंचने से धाम में सन्नाटा पसरा हुआ है. हालांकि, मंदिर के पुजारी और तीर्थ पुरोहित बाबा केदार की पूजा-अर्चना कर रहे हैं. केदारनाथ धाम में धर्मशालाएं वीरान पड़ी है. जिन धर्मशालाओं में श्रद्धालु भरे पड़े रहते थे, वो आज खाली हैं.
बता दें कि, हर साल सावन के महीने में बाबा केदार के दरबार में भक्तों की अच्छी खासी भीड़ रहती थी. देश-विदेश के अनेक हिस्सों से भक्त बाबा केदार का जलाभिषेक करने के लिये पहुंचते थे, लेकिन इस बार कोरोना महामारी के चलते यात्रा पर रोक लगने से भक्त बाबा का जलाभिषेक करने के लिये नहीं पहुंच पा रहे हैं. सावन के महीने और सोमवार के दिन भक्तों से भरा रहने वाले केदारनाथ धाम में सन्नाटा पसरा हुआ है. 2020 में कोरोना महामारी पर नियंत्रण के बाद अंतिम चरण की यात्रा खोल दी थी, लेकिन इस बार अभी तक यात्रा न खुलने से भक्तों में निराशा है.
केदारनाथ के तीर्थ पुरोहित अंकित सेमवाल ने कहा कि आज सावन सोमवान के अवसर पर बाबा केदार का जलाभिषेक करके तीर्थ पुरोहितों की ओर से बाबा को ब्रह्मकमल के फूल अर्पित किये गये. सावन महीने में ब्रह्मकमल के फूल चढ़ाने का विशेष महत्व है.
पढ़ें: सावन का दूसरा सोमवार आज, दक्षेश्वर महादेव मंदिर में लगा शिव भक्तों का तांता
केदारसभा के अध्यक्ष विनोद शुक्ला ने कहा कि सावन के माह में केदारपुरी श्रद्धालुओं से भरी पड़ी रहती थी. देश के विभिन्न राज्यों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु बाबा को जलाभिषेक करने के लिए पहुंचते थे, लेकिन आज स्थिति यह है कि बाबा का धाम खाली पड़ा है और धर्मशालाएं वीरान हो चुकी हैं. तीर्थ पुरोहितों को श्रद्धालुओं के आने का इंतजार है. उन्होंने कहा कि सरकार यात्रा खोलने को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठा पा रही है.