रुद्रप्रयाग: जिला मुख्यालय में इन दिनों बद्रीनाथ हाईवे पर ऑल वेदर सड़क निर्माण के तहत हाईवे को चौड़ीकरण का किया जा रहा है. हाईवे चौड़ीकरण के कारण हाईवे किनारे के पुश्ते गिरने की कगार पर हैं. जबकि हाईवे पर नालियों का निर्माण न होने से गंदा पानी सड़क पर बह रहा है. ऐसे में पैदल चलने वाले राहगीरों के साथ ही वाहन चालकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसके अतिरिक्त जिन स्थानों पर हाईवे बेहद संकरा है, वहां पर कटिंग नहीं की गई है. मात्र हाईवे किनारे खोदकर नालियों का निर्माण किया जा रहा है.
हाईवे पर पैदल चलने वाले राहगीरों, वाहन चालकों को भारी परेशानियों से होकर गुजरना पड़ रहा है. नए बस अड्डे से लेकर बेलनी पुल तक एक किमी के दायरे में हाईवे पर कीचड़ ही कीचड़ है. जिसके चलते हाईवे पर कई घंटों तक लंबा जाम भी लग रहा है. हाईवे के चौड़ीकरण से विद्युत एवं पेयजल की लाइनें ध्वस्त हो रखी हैं. ऐसे में जिला मुख्यालय में कई घंटों तक पेयजल एवं विद्युत सप्लाई नहीं हो पा रही है और लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
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स्थानीय लोगों के पैदल आवाजाही वाले मार्ग भी हाईवे चौड़ीकरण के कारण ध्वस्त हो गए हैं. संबंधित कार्यदायी संस्था ने कई स्थानों पर हाईवे का निर्माण कार्य आधा-अधूरा भी छोड़ा हुआ है. अभी तक लोगों के पैदल आवाजाही वाले मार्ग न बनने से जनता को सफर करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
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वहीं, हाईवे का चौड़ीकरण में भी कई प्रकार की खामियां सामने आ रही है. कई संकरे स्थानों पर हाईवे को चौड़ा नहीं किया जा रहा है. यहां हाईवे को खोदकर मात्र नाली बनाकर आदि की जा रही है. जबकि इन्हीं संकरे स्थानों पर सबसे अधिक जाम लगता है. कई दुकानों के आगे इन दिनों हाईवे का मलबा पड़ा हुआ है. ऐसे में व्यापारियों का व्यापार भी प्रभावित हो रहा है. मामले में जिलाधिकारी वंदना सिंह ने कहा कि इस संबंध में एनएच के अधिकारियों के साथ वार्ता की गई है. पेयजल लाइनें, पैदल मार्ग आदि की वैकल्पिक व्यवस्था कराने के निर्देश दिए गये हैं.