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आज बंद होंगे द्वितीय केदार मदमहेश्वर धाम के कपाट, 21 नवंबर को ओंकारेश्वर पहुंचेगी डोली - रुद्रप्रयाग लेटेस्ट न्यूज

उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित द्वितीय केदार भगवान मदमहेश्वर के कपाट आज बंद हो जाएंगे. इसके बाद आगामी 6 महीने तक भगवान मदमहेश्वर की पूचा-अर्चना ओंकारेश्वर मंदिर में की जाएगी.

Madmaheshwar
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Published : Nov 17, 2022, 5:41 PM IST

Updated : Nov 18, 2022, 7:16 AM IST

रुद्रप्रयाग: द्वितीय केदार भगवान मदमहेश्वर धाम के कपाट आज शीतकाल के लिए बंद होंगे. धाम के कपाट बंद करने के लिए मंदिर समिति के अधिकारी मद्महेश्वर धाम पहुंच गए हैं. शुक्रवार को शुभ लग्नानुसार भगवान मदमहेश्वर के कपाट शीतकाल के लिए विधि-विधान से बंद कर दिये जाएंगे. वहीं भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली के कैलाश से ऊखीमठ आगमन पर ऊखीमठ और मनसूना में लगने वाले मेलों की तैयारियां जोरों पर है.

मंदिर समिति द्वारा भी आंकारेश्वर मंदिर को भव्य रूप से सजाने की तैयारियां शुरू कर दी गयी हैं. जानकारी देते हुए कार्याधिकारी आरसी तिवारी ने बताया कि शुक्रवार को भगवान मदमहेश्वर के कपाट शुभ लग्नानुसार शीतकाल के लिए वेद ऋचाओं के साथ बंद कर दिये जाएंगे और कपाट बंद होने के बाद भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली कैलाश से रवाना होगी. विभिन्न यात्रा पड़ावों पर श्रद्धालुओं को आशीर्वाद देते हुए प्रथम रात्रि प्रवास के लिए गौंडार गांव पहुंचेगी.
पढ़ें- चंद्र ग्रहण के बाद रहस्यमयी ढंग से हल्द्वानी के इस घर में लग रही आग, अचरज में लोग

उन्होंने बताया कि 19 नवंबर को भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली गौंडार गांव से रवाना होगी और रात्रि प्रवास के लिए राकेश्वरी मंदिर रांसी पहुंचेगी. इसके बाद 20 नवंबर को भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली राकेश्वरी मन्दिर रांसी से रवाना होकर अंतिम रात्रि प्रवास के लिए गिरीया गांव पहुंचेगी. 21 नंवबर को गिरीया गांव से रवाना होकर शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मन्दिर में विराजमान होगी.

22 नवंबर से भगवान मदमहेश्वर की शीतकालीन पूजा ओंकारेश्वर मंदिर में विधिवत शुरू होगी. उन्होंने बताया कि भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली के ऊखीमठ आगमन पर मंदिर समिति द्वारा ओंकारेश्वर मन्दिर को भव्य रूप से सजाने की तैयारियां शुरू कर दी गयी हैं, भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली के मनसूना आगमन पर मनसूना में आज से शुरू होने वाले तीन दिवसीय मेले की सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं.
पढ़ें- केदारघाटी में पर्वतीय शैली में बनेगा मिनी एयरपोर्ट, उत्तराखंड में हेली कनेक्टिविटी बढ़ाने पर जोर

जानकारी देते हुए जिला पंचायत सदस्य कालीमठ विनोद राणा ने बताया कि भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली के कैलाश से ऊखीमठ आगमन पर मनसूना में आज से शुरू होने वाले तीन दिवसीय मदमहेश्वर मेले की सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी है. मेले में स्थानीय व उत्तराखंड के सुप्रसिद्ध कलाकारों के धार्मिक भजनों की धूम रहेगी.

वहीं भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली के ऊखीमठ आगमन पर जीआईसी के खेल मैदान में आगामी 20 नवंबर से 22 नवंबर तक लगने वाले त्रिदिवसीय मदमहेश्वर मेले की तैयारियां जोरों पर हैं. मेला सचिव प्रकाश रावत ने बताया कि मेला समिति द्वारा मेले को भव्य रूप देने की सामूहिक पहल की जा रही है तथा त्रिदिवसीय मदमहेश्वर मेले की तैयारियां जोरों पर हैं. उन्होंने बताया कि त्रिदिवसीय मदमहेश्वर मेले को भव्य रूप देने के लिए व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार किया जा रहा है.

रुद्रप्रयाग: द्वितीय केदार भगवान मदमहेश्वर धाम के कपाट आज शीतकाल के लिए बंद होंगे. धाम के कपाट बंद करने के लिए मंदिर समिति के अधिकारी मद्महेश्वर धाम पहुंच गए हैं. शुक्रवार को शुभ लग्नानुसार भगवान मदमहेश्वर के कपाट शीतकाल के लिए विधि-विधान से बंद कर दिये जाएंगे. वहीं भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली के कैलाश से ऊखीमठ आगमन पर ऊखीमठ और मनसूना में लगने वाले मेलों की तैयारियां जोरों पर है.

मंदिर समिति द्वारा भी आंकारेश्वर मंदिर को भव्य रूप से सजाने की तैयारियां शुरू कर दी गयी हैं. जानकारी देते हुए कार्याधिकारी आरसी तिवारी ने बताया कि शुक्रवार को भगवान मदमहेश्वर के कपाट शुभ लग्नानुसार शीतकाल के लिए वेद ऋचाओं के साथ बंद कर दिये जाएंगे और कपाट बंद होने के बाद भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली कैलाश से रवाना होगी. विभिन्न यात्रा पड़ावों पर श्रद्धालुओं को आशीर्वाद देते हुए प्रथम रात्रि प्रवास के लिए गौंडार गांव पहुंचेगी.
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उन्होंने बताया कि 19 नवंबर को भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली गौंडार गांव से रवाना होगी और रात्रि प्रवास के लिए राकेश्वरी मंदिर रांसी पहुंचेगी. इसके बाद 20 नवंबर को भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली राकेश्वरी मन्दिर रांसी से रवाना होकर अंतिम रात्रि प्रवास के लिए गिरीया गांव पहुंचेगी. 21 नंवबर को गिरीया गांव से रवाना होकर शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मन्दिर में विराजमान होगी.

22 नवंबर से भगवान मदमहेश्वर की शीतकालीन पूजा ओंकारेश्वर मंदिर में विधिवत शुरू होगी. उन्होंने बताया कि भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली के ऊखीमठ आगमन पर मंदिर समिति द्वारा ओंकारेश्वर मन्दिर को भव्य रूप से सजाने की तैयारियां शुरू कर दी गयी हैं, भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली के मनसूना आगमन पर मनसूना में आज से शुरू होने वाले तीन दिवसीय मेले की सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं.
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जानकारी देते हुए जिला पंचायत सदस्य कालीमठ विनोद राणा ने बताया कि भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली के कैलाश से ऊखीमठ आगमन पर मनसूना में आज से शुरू होने वाले तीन दिवसीय मदमहेश्वर मेले की सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी है. मेले में स्थानीय व उत्तराखंड के सुप्रसिद्ध कलाकारों के धार्मिक भजनों की धूम रहेगी.

वहीं भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली के ऊखीमठ आगमन पर जीआईसी के खेल मैदान में आगामी 20 नवंबर से 22 नवंबर तक लगने वाले त्रिदिवसीय मदमहेश्वर मेले की तैयारियां जोरों पर हैं. मेला सचिव प्रकाश रावत ने बताया कि मेला समिति द्वारा मेले को भव्य रूप देने की सामूहिक पहल की जा रही है तथा त्रिदिवसीय मदमहेश्वर मेले की तैयारियां जोरों पर हैं. उन्होंने बताया कि त्रिदिवसीय मदमहेश्वर मेले को भव्य रूप देने के लिए व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार किया जा रहा है.

Last Updated : Nov 18, 2022, 7:16 AM IST
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