रुद्रप्रयाग/पिथौरागढ़: उत्तराखंड में बारिश ने कहर मचा रखा है. मौसम के तल्ख तेवर को देखते हुए सरकार ने चारधाम यात्रा पर भी रोक लगा दी है. वहीं पुलिस और प्रशासन की टीम भी राहत व बचाव कार्य में जुटी हुई है. सोमवार देर रात उत्तराखंड पुलिस की SDRF और स्थानीय पुलिस के जवानों ने मूसलाधार बारिश और भूस्खलन के खतरे की परवाह किये बिना केदारनाथ धाम से दर्शन कर लौट रहे बारिश के बीच जंगलचट्टी में फंसे 22 श्रद्धालुओं को सुरक्षित रेस्क्यू कर गौरीकुंड पहुंचाया.
वहीं पिथौरागढ़ जिले में भी स्थिति ऐसी ही बनी हुई है. यहां झूलाघाट तालेश्वर मन्दिर पानी में डूब गया है. पुलिस ने सभी ग्राम वासियों से अपील है कि मंदिर के पुल से आवागमन न करें. मौसम सामान्य होने तक अपने-अपने घरों में सुरक्षित बने रहें. इसके अलावा पिथौरागढ़ जिले के कोतवाली अस्कोट से जौलजीबी के बीच लखनपुर नामक स्थान पर रोड अवरुद्ध है. जेसीबी मौके पर है, परंतु लगातार बारिश व ऊपर से पत्थर आने के कारण जेसीबी काम नहीं कर पा रही है.
वहीं पिथौरागढ़ पुलिस ने कहा कि सम्पूर्ण उत्तराखंड राज्य में लगातार हो रही भारी वर्षा के दृष्टिगत जनपद पिथौरागढ़ पुलिस आप सभी से अपील करती है कि मौसम के अनुकूल होने तक यात्रा करने से बचें. यदि आप कहीं बारिश के कारण फंसे हुए हैं तो शीघ्र दिए गए नंबरों पर संपर्क करें. पुलिस कंट्रोल रूम नंबर-112, 05964226651
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बता दें उत्तराखंड में पिछले दो दिनों से जोरदार बारिश हो रही है. बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा रखी हैं. चारों तरफ हाहाकार मचा हुआ है. नदियों का जलस्तर लोगों को डरा रहा है. मैदान से लेकर पहाड़ तक जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है. पहाड़ी जिलों में हालात सबसे ज्यादा खराब हैं, क्योंकि यहां पर भारी बारिश की वजह से लगातार भूस्खलन हो रहा है.
उत्तराखंड शासन और सभी जिलों के पुलिस-प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे बेवजह घरों से बाहर नहीं निकलें. पहाड़ों पर तो सफर करने के लिए बिल्कुल मनाही की है. क्योंकि इस बारिश के बाद पहाड़ों में कई जगह नए भूस्खलन जोन सक्रिय हो गए हैं.