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खाई में गिरने से तीर्थयात्री हो रहे चोटिल, देवदूत बनकर जान बचा रहे SDRF जवान - केदारनाथ यात्रा 2022

केदारनाथ यात्रा मार्ग पर एसडीआरएफ के जवान तीर्थयात्रियों के लिए देवदूत साबित हो रहे हैं. अभी तक एसडीआरएफ के जवान कई लोगों की जान बचा चुके हैं. इतना ही नहीं कठिन परिस्थितियों में एसडीआरएफ के जवान अपनी ड्यूटी का बखूबी निर्वहन कर रहे हैं.

SDRF jawans saving lives of Pilgrims
एसडीआरएफ जवान
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Published : May 15, 2022, 7:56 PM IST

रुद्रप्रयागः केदारनाथ यात्रा पर आ रहे तीर्थयात्री आये दिन चोटिल हो रहे हैं. कभी तीर्थयात्री घोड़े-खच्चरों के धक्कों से खाई में गिर रहे हैं तो कभी वे खड़ी चढ़ाई तय करने पर थकान के कारण खाई में लुढक रहे हैं. ऐसे में एसडीआरएफ यानी राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल के जवान (State Disaster Response Force) तीर्थयात्रियों के लिए देवदूत बनकर उनकी जान बचा रहे हैं.

बता दें कि गौरीकुंड से केदारनाथ पैदल मार्ग की दूरी करीबन 19 किमी है. इस चढ़ाई को तय करने के लिए तीर्थयात्री घोड़े-खच्चरों से लेकर डंडी-कंडी का सहारा लेते हैं. कुछ आस्थावान श्रद्धालु पैदल ही दूरी तय करके धाम पहुंचते हैं. पैदल दूरी तय करने वाले तीर्थयात्रियों को पैदल मार्ग पर भारी अव्यवस्थाओं का सामना करना पड़ता है. घोड़े-खच्चरों और श्रद्धालुओं की एक ही पड़ाव से आवाजाही के कारण दिक्कतें हो रही हैं.

श्रद्धालुओं को फिसलन भरे रास्ते से होकर गुजरना पड़ रहा है. घोड़े-खच्चरों की लीद के कारण केदारनाथ पैदल मार्ग पर चलना मुश्किल हो रहा है. सुलभ इंटरनेशनल यात्रा मार्ग पर साफ सफाई पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. हर साल करोड़ों रुपए सफाई के नाम पर सुलभ इंटरनेशनल डकार रहा है और फिर भी इसी संस्था को साफ सफाई का टेंडर दिया जाता है. इससे साफ है कि सुलभ और विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत से यह सब हो रहा है.

ये भी पढ़ेंः केदारनाथ में घोड़े के धक्के से खाई में गिरी महिला, एक तीर्थयात्री के सिर पर गिरा पत्थर

साफ सफाई से ना ही सुलभ को कोई मतलब है और ना ही विभागीय अधिकारियों को. उन्हें यात्रियों की जान से भी कोई लेना देना नहीं हैं. सुलभ इंटरनेशनल की लापरवाही के कारण तीर्थयात्रियों की जान पर आ रही है और यह सब देखने के बाद भी जिला प्रशासन कोई बड़ी कार्रवाई नहीं कर रहा है. केदारनाथ यात्रा पर जा रहा एक बुजुर्ग यात्री बेस कैंप के पास 40 मीटर गहरी खाई (Devotees falling in ditch) में जा गिरा.

वहीं, एसडीआरआर पोस्ट केदारनाथ से उप निरीक्षक मनोज रावत के नेतृत्व में टीम तत्काल घटनास्थल पर पहुंची और तीर्थयात्री प्रकाश चंद्र (उम्र 58 वर्ष) निवासी राजस्थान का त्वरित रेस्क्यू कर मुख्य मार्ग तक लाया गया. यात्री के खाई में गिरने से काफी चोट आई हैं. एसडीआरएफ टीम ने तीर्थयात्री का प्राथमिक उपचार किया और स्ट्रेचर की सहायता से मुख्य मार्ग से होते हुए अस्पताल पहुंचाया. तीर्थयात्री ने एसडीआरएफ की टीम का धन्यवाद अदा किया.

वहीं, दूसरी ओर रविवार सुबह के समय 11 बजे भीमबली पुलिस चौकी के पास दो महिलाएं बैठी हुई थी, जिनमें से एक महिला बेहोशी की हालात में थी. उनके साथ बैठी दूसरी महिला से पूछने पर पता चला कि महिला का नाम कांता निवासी नई दिल्ली (उम्र 59 वर्ष) है और गौरीकुंड से भीमबली के पास पहुंचकर महिला अचानक से लड़खड़ा कर गिरने लगी और पैदल चलने के कारण महिला बेहोश हो गई.

ये भी पढ़ेंः केदारनाथ में घायल श्रद्धालुओं को किया रेस्क्यू, पहुंचाया गया बेस कैंप

इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए भीमबली पुलिस चौकी पर नियुक्त डीडीआरएफ कर्मी सुनील कुमार, सुभाष कुमार और गजेंद्र ने जिला रुद्रप्रयाग पुलिस के मिशन अपनत्व के तहत तत्काल रेस्क्यू कर भीमबली स्थित मेडिकल रिलीफ प्वाइंट पहुंचाया. उपचार के बाद महिला को सकुशल केदारनाथ यात्रा पर रवाना किया गया.

रुद्रप्रयागः केदारनाथ यात्रा पर आ रहे तीर्थयात्री आये दिन चोटिल हो रहे हैं. कभी तीर्थयात्री घोड़े-खच्चरों के धक्कों से खाई में गिर रहे हैं तो कभी वे खड़ी चढ़ाई तय करने पर थकान के कारण खाई में लुढक रहे हैं. ऐसे में एसडीआरएफ यानी राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल के जवान (State Disaster Response Force) तीर्थयात्रियों के लिए देवदूत बनकर उनकी जान बचा रहे हैं.

बता दें कि गौरीकुंड से केदारनाथ पैदल मार्ग की दूरी करीबन 19 किमी है. इस चढ़ाई को तय करने के लिए तीर्थयात्री घोड़े-खच्चरों से लेकर डंडी-कंडी का सहारा लेते हैं. कुछ आस्थावान श्रद्धालु पैदल ही दूरी तय करके धाम पहुंचते हैं. पैदल दूरी तय करने वाले तीर्थयात्रियों को पैदल मार्ग पर भारी अव्यवस्थाओं का सामना करना पड़ता है. घोड़े-खच्चरों और श्रद्धालुओं की एक ही पड़ाव से आवाजाही के कारण दिक्कतें हो रही हैं.

श्रद्धालुओं को फिसलन भरे रास्ते से होकर गुजरना पड़ रहा है. घोड़े-खच्चरों की लीद के कारण केदारनाथ पैदल मार्ग पर चलना मुश्किल हो रहा है. सुलभ इंटरनेशनल यात्रा मार्ग पर साफ सफाई पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. हर साल करोड़ों रुपए सफाई के नाम पर सुलभ इंटरनेशनल डकार रहा है और फिर भी इसी संस्था को साफ सफाई का टेंडर दिया जाता है. इससे साफ है कि सुलभ और विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत से यह सब हो रहा है.

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साफ सफाई से ना ही सुलभ को कोई मतलब है और ना ही विभागीय अधिकारियों को. उन्हें यात्रियों की जान से भी कोई लेना देना नहीं हैं. सुलभ इंटरनेशनल की लापरवाही के कारण तीर्थयात्रियों की जान पर आ रही है और यह सब देखने के बाद भी जिला प्रशासन कोई बड़ी कार्रवाई नहीं कर रहा है. केदारनाथ यात्रा पर जा रहा एक बुजुर्ग यात्री बेस कैंप के पास 40 मीटर गहरी खाई (Devotees falling in ditch) में जा गिरा.

वहीं, एसडीआरआर पोस्ट केदारनाथ से उप निरीक्षक मनोज रावत के नेतृत्व में टीम तत्काल घटनास्थल पर पहुंची और तीर्थयात्री प्रकाश चंद्र (उम्र 58 वर्ष) निवासी राजस्थान का त्वरित रेस्क्यू कर मुख्य मार्ग तक लाया गया. यात्री के खाई में गिरने से काफी चोट आई हैं. एसडीआरएफ टीम ने तीर्थयात्री का प्राथमिक उपचार किया और स्ट्रेचर की सहायता से मुख्य मार्ग से होते हुए अस्पताल पहुंचाया. तीर्थयात्री ने एसडीआरएफ की टीम का धन्यवाद अदा किया.

वहीं, दूसरी ओर रविवार सुबह के समय 11 बजे भीमबली पुलिस चौकी के पास दो महिलाएं बैठी हुई थी, जिनमें से एक महिला बेहोशी की हालात में थी. उनके साथ बैठी दूसरी महिला से पूछने पर पता चला कि महिला का नाम कांता निवासी नई दिल्ली (उम्र 59 वर्ष) है और गौरीकुंड से भीमबली के पास पहुंचकर महिला अचानक से लड़खड़ा कर गिरने लगी और पैदल चलने के कारण महिला बेहोश हो गई.

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इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए भीमबली पुलिस चौकी पर नियुक्त डीडीआरएफ कर्मी सुनील कुमार, सुभाष कुमार और गजेंद्र ने जिला रुद्रप्रयाग पुलिस के मिशन अपनत्व के तहत तत्काल रेस्क्यू कर भीमबली स्थित मेडिकल रिलीफ प्वाइंट पहुंचाया. उपचार के बाद महिला को सकुशल केदारनाथ यात्रा पर रवाना किया गया.

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