रुद्रप्रयाग: केदारनाथ वन प्रभाग के तुंगनाथ और मद्महेश्वर क्षेत्र में हिम तेंदुए के पैरों के निशान मिले हैं. वन विभाग की टीम ने निशान जांच के लिए भेज दिए हैं. वहीं, इसकी पुष्टि को लेकर भारतीय वन्यजीव संस्थान की ओर से की जाएगी. इस बात की संभावना जताई जा रही है कि क्षेत्र में संरक्षित वन्य जीव हिम तेंदुआ मौजूद हैं.
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ऐसा पहली बार हो रहा है जब केदारनाथ वन प्रभाग उच्च हिमालयी क्षेत्र में रहने वाले संरक्षित प्रजाति के वन्य जीवों को ट्रेस कर आकंड़े जुटा रहा है. वन विभाग के पास इन जीवों की संख्या का वास्तविक आंकड़ा नहीं है, ऐसे में वन विभाग की पांच टीमें तुंगनाथ, मद्महेश्वर सहित उच्च हिमालयी क्षेत्रों में इन दिनों रेकी कर संरक्षित वन्य जीवों के पदचिह्नों की जांच कर रही है. इसके बाद क्षेत्र में कैमरे लगाकर उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी.
केदारनाथ वन प्रभाग के उप वनसंरक्षक अमित कंवर ने बताया कि केदारनाथ वन प्रभाग के तहत तुंगनाथ और मदमहेश्वर क्षेत्र में हिम तेंदुआ, कस्तूरी मृग, काला भालू आदि संरक्षित प्रजाति के वन्य जीवों की मौजूदगी हो सकती है. ये वन्य जीव आमतौर पर 14 हजार फीट की ऊंचाई में बर्फीले क्षेत्र में रहते हैं. उन्होंने बताया कि तुंगनाथ और मद्महेश्वर में मिले छह पदचिन्ह प्रारंभिक तौर पर हिम तेंदुए के लग रहे हैं, लेकिन इसकी पुष्टि भारतीय वन्यजीव संस्थान की ओर से की जाएगी.