रुद्रप्रयाग: हिट एंड रन मामले (hit and run case) में दो लोगों को मौत के घाट उतारने (two people death of hit and run) वाले दोषियों को आखिरकार पुलिस ने दबोच ही लिया. मामला बीती 25 सितंबर रात का है. जब चन्द्रापुरी में राष्ट्रीय राजमार्ग पर तीन लोग तेज रफ्तार वाहन की चपेट में आ गए, जिसमें दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. जबकि एक व्यक्ति बुरी तरह घायल हो गया था. घटना के बाद वाहन चालक फरार हो गया था. पुलिस ने मामले में पांच दिन तक काफी मशक्कत की और आखिरकार दोषियों को धर-दबोच लिया (police arrested three accused). मामले में दोषी तीन लोगों को न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है.
बता दें कि बीती 25 सितंबर रात दो बजे के लगभग थाना अगस्त्यमुनि पुलिस को सूचना मिली कि गबनी गांव चन्द्रापुरी के पास किसी व्यक्ति को चोट लगी है, जो कि सड़क किनारे पड़ा है. सूचना पर प्रभारी निरीक्षक अगस्त्यमुनि पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. मौके पर पहुंचने पर तीन व्यक्ति सड़क किनारे पड़े मिले. घटना में तीनों लोगों पर काफी चोट लगी थी और शरीर से खून भी बह रहा था. पुलिस ने तत्काल तीनों को सीएचसी अगस्त्यमुनि पहुंचाया, जहां पर डॉक्टरों नेमदन व हरवीर को मृत घोषित किया और तीसरे व्यक्ति धर्मेन्द्र निवासी मूसाढुंग को हायर सेन्टर के लिए रेफर कर दिया गया. ये तीनों युवक गौरीकुंड से अपने खच्चरों को लेकर घर जा रहे थे.
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घटना के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए परिजनों की तहरीर पर थाना अगस्त्यमुनि में 35/2022 धारा 279, 337, 338, 304 ए आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज किया करते हुए खुलासे के लिए टीमों का गठन किया. गठित टीमों ने क्षेत्र के सीसीटीवी से घटना का समय पता लगाया और उस दौरान दुर्घटनास्थल से गुजरने वाले वाहनों को तलाश किया.
साथ ही आस-पास के लोगों से पूछताछ की. सीसीटीवी में दिख रहे संदिग्ध वाहन मैक्स को पकड़ा गया, जिसमें बैठे नीरज सिंह नेगी पुत्र कलम सिंह नेगी उम्र 27 ग्राम नाला, उत्तम लाल पुत्र सोहन लाल उम्र्र 26 निवासी मस्ता व अमित शाह पुत्र किशोरी लाल उम्र 28 निवासी नारायणकोटी से सख्ती से पूछताछ की गई तो उन्होंने पूरी सच्चाई बता दी.
घटना के दिन वाहन चलाने वाले चालक नीरज के पास डीएल नहीं होने के कारण मुकदमे में 304 एवं 201 भादवि की बढ़ोत्तरी की गई. पुलिस ने घटना का खुलासा करने के लिए विभिन्न स्थानों पर लगे लगभग 80 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज से संदिग्ध वाहनों को ट्रैस किया और रात्रि में गुजरने वाले लगभग 10 से 15 वाहन चालकों से पूछताछ की.
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पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने बताया कि जनपद रुद्रप्रयाग पुलिस ने इस ब्लाइंड केस का खुलासा कर दिया है. उन्होंने कहा कि इस केस तीन लोग दोषी पाए गए हैं, जिन्हें गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है.