रुद्रप्रयाग: जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने मुख्यालय स्थित पेयजल निगम और पीएमजीएसवाई के कार्यालयों का औचक निरीक्षण कर कार्यों का जायजा लिया. इस दौरान जल निगम में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी द्वारा काम के दौरान मोबाइल फोन का संचालन करते हुए पाए जाने पर डीएम ने कार्मिक का वेतन रोकने के साथ ही संबंधित मामले में विभागीय कार्रवाई करने के निर्देश दिए.
शुक्रवार को जल निगम कार्यालय का औचक निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने संबंधित पटल सहायकों से कहा कि विभागीय कार्यों में ढिलाई बर्दाशत नहीं की जाएगी, साथ ही जनता के कार्यों को भी समय से निपटाना होगा. सभी फाइलों का रख-रखाव ठीक ढंग से करने के भी निर्देश दिए गए. उन्होंने कार्यालय में स्वच्छता बनाए रखने के लिए साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिए जाने को कहा.
इसके साथ ही डीएम ने अधिशासी अभियंता को निर्देश दिए कि कार्यालय में जो भी पुराने रिकॉर्ड हैं, उनका बस्ता बनाते हुए लेबल लगाया जाए. सभी कर्मचारियों के पटल पर अनिवार्य रूप से नेम प्लेट लगाई जाए. जिलाधिकारी ने बायोमेट्रिक मशीन और अटेंडेंस रजिस्टर को भी चेक किया.
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उन्होंने जल जीवन मिशन के तहत किए जा रहे भुगतान के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की. पीएमजीएसवाई (प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना) कार्यालय का निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी ने हाजिरी रजिस्टर का निरीक्षण और बायोमेट्रिक मशीन को चेक किया. डीएम को बताया गया कि अधिशासी अभियंता और कर्मचारी राजेंद्र लाल मेडिकल अवकाश तथा द्वारिका प्रसाद अर्जित अवकाश पर हैं.
जिलाधिकारी ने कार्यालय में तैनात अवर अभियंता के बारे में भी जानकारी ली, जिस पर सहायक अभियंता ने उन्हें बताया कि कार्यालय में तीन अवर अभियंता नियमित हैं तथा आठ अवर अभियंता संविदा पर कार्यरत हैं, जो फील्ड में गए हैं. जिलाधिकारी ने निरीक्षण मूवमेंट रजिस्टर बनाए जाने के भी निर्देश दिए.
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इसके साथ ही कार्यालय में साफ-सफाई व्यवस्था ठीक ढंग से न होने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त की तथा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी धनपाल सिंह द्वारा कार्यवधि में मोबाइल फोन का संचालन करते हुए पाए जाने पर उसका वेतन रोकने के कार्रवाई के निर्देशग दिए. उन्होंने सभी कर्मचारियों को निर्देश दिए कि कार्य अवधि के दौरान किसी भी प्रकार से अनावश्यक रूप से समय व्यतीत न करें.
उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि कार्यालय की दीवारों एवं अलमारियों में किसी भी तरह के पोस्टर अथवा कैलेंडर चस्पा न किए जाएं तथा कार्यालय स्थल को साफ-सुथरा बनाए रखें. उन्होंने सभी पटल सहायकों से कहा कि आम जनमानस द्वारा जो भी समस्याएं प्राप्त होती हैं, उनका समय से निराकरण करें तथा किसी भी समस्या एवं शिकायत के निराकरण में अनावश्यक विलंब न किया जाए. यदि किसी कार्मिक की ओर से अपने दायित्वों के निर्वहन करने में शिथिलता बरती जाती है तो उनके विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.
डीएम ने सभी कार्यालयों में रिश्वत लेने संबंधी शिकायत दर्ज कराने को लेकर टोल फ्री नंबर-1064 का बोर्ड अनिवार्य रूप से लगाने के भी निर्देश दिए. इस अवसर पर जिलाधिकारी द्वारा बेलनी में संचालित हो रहे सीएससी सेंटर का भी निरीक्षण किया तथा संचालक के रजिस्ट्रेशन की भी जांच की गई.