ETV Bharat / state

सोशल मीडिया पर फैल रही विधायक और जिपं अध्यक्ष के बीच मनमुटाव की खबर, दोनों दे रहे ये सफाई - mutual conflict

सोशल मीडिया पर विधायक भरत सिंह चौधरी और जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह के बीच तकरार होने की खबर को जमकर तूल दिया जा रहा है. इतना ही नहीं लोग मामले पर तरह-तरह की बातें बना रहे हैं. वहीं, दोनों ने आपस में मतभेद न होने की बात कही है. जानिए, क्या है मामला...

rudrapyarag news
भरत सिंह चौधरी और अमरदेई
author img

By

Published : Jun 4, 2020, 10:46 PM IST

रुद्रप्रयागः विधायक भरत सिंह चौधरी और जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह के बीच तकरार का मामला इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. बताया जा रहा है कि विधायक और जिला पंचायत अध्यक्ष एक दूसरे के व्हाट्सएप ग्रुप से भी अलग हो गए हैं. सोशल मीडिया पर इन दोनों के बीच मनमुटाव को लेकर कई तरह की चर्चाएं चल रही हैं. हालांकि, मामले में जिला पंचायत अध्यक्ष और विधायक चौधरी का कहना है कि उनके बीच किसी भी प्रकार कोई मतभेद नहीं है. जिले के विकास के लिए वो साथ काम करते आ रहे हैं और आगे भी करेंगे.

दरअसल, बीते दो दिन पहले प्रभारी मंत्री डॉ. धन सिंह रावत रुद्रप्रयाग आए थे. जहां उन्होंने जिला सभागार में खनन न्याय की बैठक ली थी. बैठक में रुद्रप्रयाग विधायक भरत सिंह चौधरी, केदारनाथ विधायक मनोज रावत समेत जिलाधिकारी और अन्य लोग शामिल थे. बताया जा रहा है कि इस बीच जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह भी बैठक में पहुंच गईं, लेकिन सभागार में जिला पंचायत अध्यक्ष की नेम प्लेट नहीं लगी थी और वो किसी अन्यत्र स्थान पर बैठ गईं.

सोशल मीडिया में फैल रही विधायक और जिपं अध्यक्ष मनमुटाव की खबर.

बैठक के दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष की ओर से काफी आक्रोश दिखाने की बात भी सामने आई है. जिसके बाद जिला पंचायत अध्यक्ष के सम्मान में विधायक भरत चौधरी अपनी कुर्सी से उठे और उन्हें बैठने के लिए कहा. कुछ देर बाद सोशल मीडिया पर विधायक और जिला पंचायत अध्यक्ष के बीच मनमुटाव होने की खबर फैल गई. हालांकि, खनन न्यास की बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष का प्रॉटोकॉल नहीं था.

ये भी पढ़ेंः हाईकोर्ट की फटकार के बाद जागी सरकार, कांग्रेस ने साधा निशाना

बताया जा रहा है कि शाम होते-होते विधायक समेत अन्य लोग भी एक व्हाट्सएप ग्रुप से हट गए. जबकि, सुबह के समय जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह भी एक व्हाट्सएप ग्रुप से हट गईं. सोशल मीडिया में यह खबर आग की तरह फैल गई और लोग विधायक और अध्यक्ष के बीच आपसी मनमुटाव होने की बात करने लगे.

बात यहां तक भी पहुंच गई कि यह साजिश के तहत किया गया और जो खबर सोशल मीडिया में फैलाई जा रही है, वह तथ्य विहिन है. हालांकि, अभी मामला शांत नहीं हुआ है. सोशल मीडिया में अभी कई तरह की बातें की जा रही हैं.

ये भी पढ़ेंः कांग्रेस ने बीजेपी पर साधा निशाना, चारधाम यात्रा पर पुनर्विचार करने की मांग

विधायक भरत सिंह चौधरी और जिला पंचायत अध्यक्ष के बीच सोशल मीडिया में छिड़ी वार का नुकसान कहीं न कही पार्टी को भी भुगतना पड़ सकता है. दोनों एक ही पार्टी से जुड़े हुए हैं. वहीं, मामले पर विधायक चौधरी का कहना है कि जिला पंचायत अध्यक्ष के साथ उनका कोई मनमुटाव नहीं है. बैठक में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ, जिस तरह की बाते सोशल मीडिया में फैलाई जा रही है.

वो जिले की प्रथम महिला हैं, बैठक में उनके सम्मान के लिए मैं कुर्सी से उठ गया था. उधर, जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह का कहना है कि विधायक और उनके बीच सब कुछ सही है. विधायक उनके राजनीतिक गुरू हैं और रहेंगे. सोशल मीडिया पर गलत खबर फैलाई जा रही है.

रुद्रप्रयागः विधायक भरत सिंह चौधरी और जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह के बीच तकरार का मामला इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. बताया जा रहा है कि विधायक और जिला पंचायत अध्यक्ष एक दूसरे के व्हाट्सएप ग्रुप से भी अलग हो गए हैं. सोशल मीडिया पर इन दोनों के बीच मनमुटाव को लेकर कई तरह की चर्चाएं चल रही हैं. हालांकि, मामले में जिला पंचायत अध्यक्ष और विधायक चौधरी का कहना है कि उनके बीच किसी भी प्रकार कोई मतभेद नहीं है. जिले के विकास के लिए वो साथ काम करते आ रहे हैं और आगे भी करेंगे.

दरअसल, बीते दो दिन पहले प्रभारी मंत्री डॉ. धन सिंह रावत रुद्रप्रयाग आए थे. जहां उन्होंने जिला सभागार में खनन न्याय की बैठक ली थी. बैठक में रुद्रप्रयाग विधायक भरत सिंह चौधरी, केदारनाथ विधायक मनोज रावत समेत जिलाधिकारी और अन्य लोग शामिल थे. बताया जा रहा है कि इस बीच जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह भी बैठक में पहुंच गईं, लेकिन सभागार में जिला पंचायत अध्यक्ष की नेम प्लेट नहीं लगी थी और वो किसी अन्यत्र स्थान पर बैठ गईं.

सोशल मीडिया में फैल रही विधायक और जिपं अध्यक्ष मनमुटाव की खबर.

बैठक के दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष की ओर से काफी आक्रोश दिखाने की बात भी सामने आई है. जिसके बाद जिला पंचायत अध्यक्ष के सम्मान में विधायक भरत चौधरी अपनी कुर्सी से उठे और उन्हें बैठने के लिए कहा. कुछ देर बाद सोशल मीडिया पर विधायक और जिला पंचायत अध्यक्ष के बीच मनमुटाव होने की खबर फैल गई. हालांकि, खनन न्यास की बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष का प्रॉटोकॉल नहीं था.

ये भी पढ़ेंः हाईकोर्ट की फटकार के बाद जागी सरकार, कांग्रेस ने साधा निशाना

बताया जा रहा है कि शाम होते-होते विधायक समेत अन्य लोग भी एक व्हाट्सएप ग्रुप से हट गए. जबकि, सुबह के समय जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह भी एक व्हाट्सएप ग्रुप से हट गईं. सोशल मीडिया में यह खबर आग की तरह फैल गई और लोग विधायक और अध्यक्ष के बीच आपसी मनमुटाव होने की बात करने लगे.

बात यहां तक भी पहुंच गई कि यह साजिश के तहत किया गया और जो खबर सोशल मीडिया में फैलाई जा रही है, वह तथ्य विहिन है. हालांकि, अभी मामला शांत नहीं हुआ है. सोशल मीडिया में अभी कई तरह की बातें की जा रही हैं.

ये भी पढ़ेंः कांग्रेस ने बीजेपी पर साधा निशाना, चारधाम यात्रा पर पुनर्विचार करने की मांग

विधायक भरत सिंह चौधरी और जिला पंचायत अध्यक्ष के बीच सोशल मीडिया में छिड़ी वार का नुकसान कहीं न कही पार्टी को भी भुगतना पड़ सकता है. दोनों एक ही पार्टी से जुड़े हुए हैं. वहीं, मामले पर विधायक चौधरी का कहना है कि जिला पंचायत अध्यक्ष के साथ उनका कोई मनमुटाव नहीं है. बैठक में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ, जिस तरह की बाते सोशल मीडिया में फैलाई जा रही है.

वो जिले की प्रथम महिला हैं, बैठक में उनके सम्मान के लिए मैं कुर्सी से उठ गया था. उधर, जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह का कहना है कि विधायक और उनके बीच सब कुछ सही है. विधायक उनके राजनीतिक गुरू हैं और रहेंगे. सोशल मीडिया पर गलत खबर फैलाई जा रही है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.