रुद्रप्रयाग: कृषि महाविद्यालय चिरबिटिया में पर्वतीय क्षेत्रों में हो रहे पलायन पर एक दिवसीय राज्य स्तरीय विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया. जिसमें काबीना मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने शिरकत की. माउंटेन फोरम देहरादून एवं जन विकास संस्थान चिरबटिया के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री ने अपने विचार रखे.
इस मौके पर उन्होंने कहा कि पलायन की चर्चा सिर्फ देहरादून में की जाती है. इस चर्चा को हमें दूरस्थ गावों मे जाकर जनता के बीच करनी होगी. साथ ही आम जनता को पलायन से रोकने के लिये प्रेरित करना होगा. क्योंकि पहाड़ में पलायन एक गंभीर विषय बना हुआ है. इस दौरान वे राज्य सरकार पर हमलावर दिखाई दिए.
कार्यक्रम के दौरान वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने कहा कि पौड़ी से ही सीएम और कई नेताओं के साथ ही अधिकारी भी आते हैं. वहीं से सबसे ज्यादा पलायन हो रहा है. इस दौरान उन्होंने केन्द्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक पर भी निशाना साधा. हरक सिंह रावत ने कहा सरकार भी पलायन के प्रति चिंतित है और पलायन रोकने के लिये कारगार नीति बना रही है.
उन्होंने कहा कि आज ग्रामीण जनता भी गांवों को छोड़कर शहरों का रुख कर रही है, इसके लिये कही न कही हम भी जिम्मेदार हैं. काबीना मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने यह भी कहा कि सबसे अधिक पलायन उन जिलों में हुआ है, जहां से सबसे अधिक मंत्री, विधायक एवं अफसर हैं. उन्होंने आगे कहा उत्तराखंड में जिन जिलों में सबसे ज्यादा अधिकारी देश के उच्च पदों पर आसीन हैं वहीं से ज्यादा पलायन हो रहा है.
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एनएसए अजित डोभाल, थल सेना अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, रॉ के चीफ धस्माना, यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ, सीएम त्रिवेन्द्र रावत, मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, मंत्री सतपाल महाराज, मंत्री सुबोध उनियाल, मंत्री धन सिंह रावत और स्वयं हरक सिंह खुद पौड़ी जिले के हैं. लेकिन इस सबके बावजूद भी पौड़ी जिले में पलायन सबसे ज्यादा है.