रुद्रप्रयाग: केदारनाथ यात्रा में महाराष्ट्र से आये एक परिवारे के दो जुड़वा बच्चे अपने परिवार से बिछड़ गये. रोते हुए दोनों बच्चों पर पुलिस के जवानों की नजर पड़ी. पूछताछ में बच्चों ने अपना नाम प्रिंस और प्रियांस बताया. उन्होंने बताया कि वे अपने परिजनों से बिछड़ गये हैं. जिसके बाद पुलिस के जवानों में कड़ी मशक्कत कर उनके मां बाप से मिलवाया. परिजनों से मिलने के बाद बच्चों ने पुलिस का आभार जताया.
बता दें केदारनाथ यात्रा में हजारों की तादाद में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. गौरीकुंड से केदारनाथ धाम की 18 की खड़ी चढ़ाई के समय तीर्थयात्री अपने परिजनों से बिछड़ रहे हैं, जबकि यात्रा मार्ग पर छोटे-छोटे बच्चे भी अपने मां-बाप से बिछड़ रहे हैं, जिन्हें मिलाने के लिए पुलिस के जवान त्वरित कार्यवाही कर रहे हैं. शनिवार को गौरीकुंड घोड़ा पड़ाव में दो जुड़वा बच्चे परेशानी की दशा में भटक दिखाई दिये. ड्यूटीरत पुलिस कार्मिकों ने बालकों से बात की तो दोनों ने अपना नाम प्रियांश और प्रिंस बताया गया.
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यह जानकारी जैसे ही केदारनाथ धाम यात्रा व्यवस्था के संचालन के लिए आये अपर पुलिस अधीक्षक स्वप्न किशोर सिंह को मिली तो उन्होंने बच्चों को दिलासा दिया कि आपके मम्मी-पापा को ढूंढकर आपके पास लेकर आ रहे हैं. हालांकि, ये दोनों बच्चे मात्र 8-9 साल की उम्र के थे. ये अपने माता-पिता के हुलिए के बारे में ज्यादा नहीं बता पा रहे थे. इनकी परेशानी को दूर करने के लिए पुलिस बल को निर्देशित किया गया. गौरीकुंड पुलिस टीम ने समस्त यात्रा मार्ग में स्थापित पुलिस चेक पोस्ट से सम्पर्क किया, मगर फिर भी सफलता नहीं मिली.
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इस पर अपर पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर दो पुलिस टीमें बालकों के माता-पिता की तलाश के लिए भेजी गई. टीमों ने सम्पूर्ण यात्रा मार्ग का पैदल भ्रमण कर लगभग चार घंटे पश्चात बालकों के माता-पिता को ढूंढ निकाला. जिसके बाद बालकों को सकुशल उनके सुपुर्द किया गया. अपने बालकों को सुरक्षित पाकर मां अंजलि के भावों को शब्दों में बयां किया जाना मुश्किल था. बच्चों की मां ने पुलिस का आभार प्रकट किया. इसके बाद महाराष्ट्र से आये इन यात्रियों को केदारनाथ धाम के लिए रवाना किया गया.