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मौसम साफ होते ही केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों में आई तेजी - रुद्रप्रयाग अपडेट समाचार

मौसम साफ होने के बाद केदारपुरी में पुनर्निर्माण कार्यों में तेजी आई है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल आस्था पथ का कार्य पूरा हो चुका है. आस्था पथ पर लाइटिंग, म्यूजिक सिस्टम और बैंच लगाई जा रही हैं. वहीं, तीर्थ पुरोहितों के तीन भवन एक माह के भीतर बन जायेंगे.

केदारनाथ
केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों में आई तेजी
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Published : Sep 1, 2020, 8:03 PM IST

Updated : Sep 1, 2020, 8:37 PM IST

रुद्रप्रयाग: मॉनसून सीजन में केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्य प्रभावित होने के बाद, अब मौसम साफ होने से निर्माण कार्य ने गति पकड़ ली है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत धाम में तीन कार्य चल रहे हैं, जिनमें आस्था पथ का कार्य पूरा हो चुका है और अब बैंच, लाइटिंग और म्यूजिक सिस्टम लगाया जाना है. जिससे दिव्यांग श्रद्धालुओं को यात्रा में आनंद की अनुभूति मिल सके. इसके साथ ही शंकराचार्य समाधि स्थल पर दूसरे चरण के तहत निर्माण कार्य किया जा रहा है. एक माह के भीतर तीर्थ पुरोहितों के तीन भवनों का कार्य भी पूरा हो जाएगा.

केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों में आई तेजी.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल धाम में तीन कार्य किये जा रहे हैं. इनमें मंदाकिनी नदी किनारे आस्था पथ का कार्य पूरा चुका है. यह आस्था पथ दिव्यांग श्रद्धालुओं के लिए बनाया गया है, जिससे उन्हें भगवान केदारनाथ के दर्शन करने में आसानी हो सके. आस्था पथ बनकर तैयार हो गया है. अब इस पथ पर लाइटिंग और म्यूजिक सिस्टम के साथ ही बैंच लगाई जानी है. जिससे दिव्यांग श्रद्धालु भगवान केदारनाथ की भक्ति में लीन होकर दर्शन कर सके.

धाम में 28 करोड़ की लागत से आस्था पथ और चार घाटों का निर्माण किया गया है. आस्था पथ की लम्बाई 504 मीटर है और यह मार्ग केदारनाथ मंदिर के पीछे थ्री डी सुरक्षा दीवार से मंदाकिनी व सरस्वती के संगम तक बनाया गया है. मंदाकिनी नदी की ओर से सुरक्षा दीवार बनाये जाने से तीर्थ पुरोहितों को भवन बनाने में सुविधा मिलेगी और उन्हें काफी जमीन भी सुरक्षित मिल गयी है.

ये भी पढ़े: राजस्थान के कटप्पा पत्थर से निखरेगी भगवान तुंगनाथ के मंदिर की सुंदरता

धाम में बीस करोड़ की लागत से केदारनाथ मंदिर के पीछे आदि गुरु शंकराचार्य समाधि स्थल का निर्माण कार्य भी जारी है. पहले चरण में खुदाई का कार्य पूरा किया गया है. वहीं, दूसरे चरण का कार्य चल रहा है. इसके साथ ही 7 करोड़ की लागत से केदारनाथ में तीर्थ पुरोहितों के पांच भवनों का कार्य किया जा रहा है. इनमें दो भवन पहले ही बन चुके हैं, जिन्हें तीर्थ पुरोहितों को सौंपा जा चुका है. जबकि, तीन भवन बनकर तैयार होने को हैं. ये भवन भी एक माह के भीतर तीर्थ पुरोहितों को सौंप दिये जायेंगे.

केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्य कर रही वुड स्टोन कंपनी के प्रबंधक मनोज सेमवाल ने बताया कि मॉनसून सीजन में धाम में पुनर्निर्माण कार्यो को करने में काफी दिक्कतें हुई हैं. गौरीकुण्ड से केदारनाथ के बीच पैदल मार्ग के जगह-जगह खराब होने से भारी सामान नहीं पहुंचाया जा सका. जबकि, सीमेंट वर्क भी प्रभावित हुए हैं. उन्होंने कहा कि अब मौसम साफ हो रहा है. जिसकी वजह से निर्माण कार्यो में भी तेजी देखने को मिल रही है.

वहीं, जिलाधिकारी वंदना सिंह ने कहा कि केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्य प्रगति पर है. शंकराचार्य समाधि स्थल, तीर्थ पुरोहित भवन व ब्रिज का कार्य चल रहा है. बारिश होने पर धाम में सामान पहुंचाने में दिक्कतें होती है और जब मौसम साफ होता है तो निर्माण कार्य तेजी से किये जाते हैं.

रुद्रप्रयाग: मॉनसून सीजन में केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्य प्रभावित होने के बाद, अब मौसम साफ होने से निर्माण कार्य ने गति पकड़ ली है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत धाम में तीन कार्य चल रहे हैं, जिनमें आस्था पथ का कार्य पूरा हो चुका है और अब बैंच, लाइटिंग और म्यूजिक सिस्टम लगाया जाना है. जिससे दिव्यांग श्रद्धालुओं को यात्रा में आनंद की अनुभूति मिल सके. इसके साथ ही शंकराचार्य समाधि स्थल पर दूसरे चरण के तहत निर्माण कार्य किया जा रहा है. एक माह के भीतर तीर्थ पुरोहितों के तीन भवनों का कार्य भी पूरा हो जाएगा.

केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों में आई तेजी.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल धाम में तीन कार्य किये जा रहे हैं. इनमें मंदाकिनी नदी किनारे आस्था पथ का कार्य पूरा चुका है. यह आस्था पथ दिव्यांग श्रद्धालुओं के लिए बनाया गया है, जिससे उन्हें भगवान केदारनाथ के दर्शन करने में आसानी हो सके. आस्था पथ बनकर तैयार हो गया है. अब इस पथ पर लाइटिंग और म्यूजिक सिस्टम के साथ ही बैंच लगाई जानी है. जिससे दिव्यांग श्रद्धालु भगवान केदारनाथ की भक्ति में लीन होकर दर्शन कर सके.

धाम में 28 करोड़ की लागत से आस्था पथ और चार घाटों का निर्माण किया गया है. आस्था पथ की लम्बाई 504 मीटर है और यह मार्ग केदारनाथ मंदिर के पीछे थ्री डी सुरक्षा दीवार से मंदाकिनी व सरस्वती के संगम तक बनाया गया है. मंदाकिनी नदी की ओर से सुरक्षा दीवार बनाये जाने से तीर्थ पुरोहितों को भवन बनाने में सुविधा मिलेगी और उन्हें काफी जमीन भी सुरक्षित मिल गयी है.

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धाम में बीस करोड़ की लागत से केदारनाथ मंदिर के पीछे आदि गुरु शंकराचार्य समाधि स्थल का निर्माण कार्य भी जारी है. पहले चरण में खुदाई का कार्य पूरा किया गया है. वहीं, दूसरे चरण का कार्य चल रहा है. इसके साथ ही 7 करोड़ की लागत से केदारनाथ में तीर्थ पुरोहितों के पांच भवनों का कार्य किया जा रहा है. इनमें दो भवन पहले ही बन चुके हैं, जिन्हें तीर्थ पुरोहितों को सौंपा जा चुका है. जबकि, तीन भवन बनकर तैयार होने को हैं. ये भवन भी एक माह के भीतर तीर्थ पुरोहितों को सौंप दिये जायेंगे.

केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्य कर रही वुड स्टोन कंपनी के प्रबंधक मनोज सेमवाल ने बताया कि मॉनसून सीजन में धाम में पुनर्निर्माण कार्यो को करने में काफी दिक्कतें हुई हैं. गौरीकुण्ड से केदारनाथ के बीच पैदल मार्ग के जगह-जगह खराब होने से भारी सामान नहीं पहुंचाया जा सका. जबकि, सीमेंट वर्क भी प्रभावित हुए हैं. उन्होंने कहा कि अब मौसम साफ हो रहा है. जिसकी वजह से निर्माण कार्यो में भी तेजी देखने को मिल रही है.

वहीं, जिलाधिकारी वंदना सिंह ने कहा कि केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्य प्रगति पर है. शंकराचार्य समाधि स्थल, तीर्थ पुरोहित भवन व ब्रिज का कार्य चल रहा है. बारिश होने पर धाम में सामान पहुंचाने में दिक्कतें होती है और जब मौसम साफ होता है तो निर्माण कार्य तेजी से किये जाते हैं.

Last Updated : Sep 1, 2020, 8:37 PM IST
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