रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहितों का आंदोलन देवस्थानम बोर्ड के खिलाफ और तेज होता जा रहा है. तीर्थ-पुरोहितों ने रक्षाबंधन के दिन प्रदेश सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन कर पुतला फूंका. पुरोहितों का कहना है कि प्रदेश सरकार बोर्ड को भंग करने की बजाय इसका विस्तार कर रही है. सरकार ने घोषणा की है कि बोर्ड के संबंध में उच्च स्तरीय समिति का गठन किया जाएगा. लेकिन तीर्थ-पुरोहित इसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेंगे.
दरअसल, केदारनाथ धाम में रविवार को देवस्थानम बोर्ड के खिलाफ तीर्थ-पुरोहितों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ रैली निकालकर जोरदार प्रदर्शन किया. इस दौरान तीर्थ-पुजारियों ने प्रदेश सरकार का पुतला भी दहन किया. तीर्थ-पुजारियों ने कहा कि सरकार उनको गुमराह कर उनके हक-हकूक छीन रही है. उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से तीर्थ-पुरोहितों से वार्ता के लिए एक उच्च कमेटी बनाए जाने की बात कही जा रही है, लेकिन उच्च कमेटी अभी तक नहीं बनी है और कमेटी का अध्यक्ष मनोहरकांत ध्यानी को बनाया गया है.
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वहीं, प्रदर्शनकारी तीर्थ-पुरोहितों का कहना है कि मनोहर कांत ध्यानी देवस्थानम बोर्ड यथावत रहने की बात कह रहे हैं. ध्यानी का कहना है कि बोर्ड के साथ किसी भी प्रकार की कोई छेड़छाड़ नहीं होगी. वहीं, तीर्थ-पुरोहितों ने चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार की इस तरह की जालसाजी को जरा भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इसके लिए अब तीर्थ-पुरोहितों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ आर-पार की लड़ाई लड़ने का मन बना लिया है.