रुद्रप्रयाग: प्रदेश में बारिश का दौर जारी है. बारिश से कई मार्गों पर पहाड़ी से मलबा गिर रहा है. वहीं निर्माणाधीन चौमासी-निवतर एक किमी मोटरमार्ग पर मलबा आने से ग्रामीणों को जान जोखिम में डालकर आवाजाही करनी पड़ रही है. निर्माणाधीन मोटरमार्ग के निचले हिस्से वाले मकानों, जाखराजा मंदिर, तीन पंचायत भवनों व प्राथमिक विद्यालय को खतरा बना हुआ है. लोगों का कहना है कि सूचना देने के बाद भी लोक निर्माण विभाग के अधिकारी नींद से नहीं जाग रहे हैं.
ग्रामीणों द्वारा विभागीय अधिकारियों को अवगत कराने के बावजूद निर्माणाधीन मोटर मार्ग का मलबा नहीं हटाया जा रहा है. इससे भारी बरसात में बड़ा हादसा होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है. निर्माणाधीन चौमासी-निवतर मोटरमार्ग पर दो सप्ताह पूर्व पहाड़ी से भारी मलबा आने के कारण पैदल आवाजाही बाधित हो गयी थी. ग्रामीणों को तीन किमी ऊपरी पहाड़ी पर चढ़कर मंजिल तक पहुंचना पड़ रहा है.
निर्माणाधीन मोटरमार्ग पर मलबा आने से सबसे अधिक परेशानी निवतर के 30 परिवारों को उठानी पड़ रही है. दरअसल निवतर के 30 परिवारों को चैमासी मुख्य बाजार सम्पर्क करने के लिए तीन किमी पहाड़ी नापनी पड़ रही है. प्रधान मुलायम सिंह तिन्दोरी ने बताया कि निर्माणाधीन मोटर मार्ग की ऊपरी पहाड़ी से मलबा आने के कारण ग्रामीणों की पैदल आवाजाही बाधित होने के साथ ही रजपाल सिंह, गब्बर सिंह, पुष्पा देवी, गौरा देवी के मकानों, पौराणिक जाखराजा मंदिर, तीन पंचायत भवनों व प्राथमिक विद्यालय को खतरा बना हुआ है.
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उन्होंने बताया कि विभागीय अधिकारियों को अवगत कराने के बाद भी मलबा नहीं हटाया जा रहा है. ग्रामीण मोहन सिंह तिन्दोरी का कहना है कि निर्माणाधीन मोटर मार्ग की ऊपरी पहाड़ी से मलबा आने के कारण ग्रामीणों को तीन किमी ऊपरी पहाड़ी पर चढ़कर मंजिल तक पहुंचना पड़ रहा है. सबसे अधिक परेशानी ग्रामीण महिलाओं को हो रही है. महिलाओं को जान हथेली पर रखकर आवाजाही करनी पड़ रही है. दूसरी ओर विभाग का कहना है कि ठेकेदार को शीघ्र मलबा हटाने के निर्देश दिये गये हैं.