रुद्रप्रयाग: जनपद के कई गांवों में लोग वायरल फीवर से पीड़ित हैं. कोरोना के भय से लोग अस्पताल नहीं पहुंच पा रहे हैं. जो लोग अस्पताल उपचार के लिए आना चाहते हैं, उन्हें कोई भी वाहन लाने के लिए तैयार नहीं है. समय पर बीमार लोगों को उपचार नहीं मिला तो अनहोनी भी हो सकती है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से ग्रामीण इलाकों के लिए 12 टीमें बनाई गई हैं, जो नाकाफी साबित हो रही है. ऐसे में शहरी इलाकों से लौटे प्रवासियों के साथ ही ग्रामीण जनता खासी परेशान है.
हालात ये हैं कि अगर कोई किसी तरह जिला अस्पताल पहुंच भी गया, तो वहां डॉक्टर मिलना मुश्किल है. जिला अस्पताल में 50% से अधिक डॉक्टरों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव है. जिला पंचायत सदस्य नरेन्द्र बिष्ट का कहना है कि जिन गांवों से वायरल फीवर की शिकायत आ रही है. वहां स्वास्थ्य विभाग को तुरंत मेडिकल टीम भेजनी चाहिए. इसके साथ ही इन गांवों में कोरोना सैंपलिंग भी की जानी चाहिए. कोरोना महामारी के कारण प्रवासी घर लौट रहे हैं और उनसे कोरोना संक्रमण फैलने का डर बना रहता है. ऐसे में जरूरी है कि स्वास्थ्य विभाग को टीम बढ़ानी चाहिए और शीघ्रता से कार्य करना चाहिए.
वहीं, जिलाधिकारी मनुज गोयल का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग की 12 टीमें गांवों में जाकर दवाई देने के साथ ही सैंपलिंग कर रही है. कुछ ग्रामीण क्षेत्र काफी दूर हैं, वहां भी टीम पहुंच रही हैं. रोस्टर के अनुसार टीमों को भेजा जा रहा है. वर्तमान में कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों से संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम को लेकर ग्राम निगरानी समिति का गठन किया गया है. ग्राम प्रधानों एवं आंगनबाड़ी वर्करों को पल्स ऑक्सीमीटर एवं हैंड सैनिटाइजर उपलब्ध कराये गये हैं. स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिये गये है, ताकि होम आईसोलेशन में रह रहे व्यक्तियों की जांच कर उनका उचित उपचार करवाया जा सके और उन्हें अपने कार्यों में सहूलियत हो सके.
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रात-दिन ड्यूटी कर रहे पुलिस जवान
कोरोना की दूसरी लहर से आम जन के बचाव को लेकर पुलिस मुस्तैदी से जुटी हुई है. पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में कार्मिक रात-दिन ड्यूटी में जुटे हुए हैं. जहां, ग्रामीण इलाकों में जाकर लोगों को जागरूक करने का कार्य किया जा रहा है, वहीं रात के समय गरीब एवं असहाय लोगों की मदद भी की जा रही है. पुलिस के जवान आम जनता की हरसंभव मदद में जुटे हुए हैं. इसके साथ ही कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर पुलिस अब तक 5,636 व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई कर चुकी है, जिससे लगभग नौ लाख रुपए का अर्थदंड वसूला गया है.
पुलिस द्वारा कार्रवाई
- 24 मार्च से अब तक पुलिस 5636 चालान काट चुकी है.
- मास्क न पहनने पर 1812 चालान.
- सामाजिक दूरी का पालन न करने पर 3749 चालान.
- पुलिस अधिनियम के तहत 75 चालान.
- कार्रवाई से अब तक कुल ₹9 लाख का शुल्क वसूला गया
- कुल 7,248 व्यक्तियों को मास्क वितरित किए गए.
- दवाईयों, मेडिकल सामग्री और ऑक्सीजन की कालाबाजारी के लिए टीमों का गठन
57 पुलिस जवान कोरोना संक्रमित
पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने बताया कि जिले की दो सीमाओं पर पुलिस के चार-चार जवान तैनात हैं, जो वाहनों को रोककर पूछताछ करने के साथ ही सैंपलिंग के लिए लोगों को जागरूक कर रहे हैं. इन सीमाओं पर स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी मौजूद हैं, जो आने-जाने वाले लोगों के सैंपल ले रहे हैं. उन्होंने बताया कि ड्यूटी देते समय पुलिस के 57 जवान कोविड संक्रमित हुए, इनमें 22 जवान ड्यूटी पर लौट आए हैं. अन्य जवान होम आइसोलेट हैं.
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टेलीमेडिसिन की शुरूआत
रुद्रप्रयाग जनपद में बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए केदारनाथ विधायक मनोज रावत की पहल पर प्रदेश में पहली बार टेलीमेडिसिन की शुरूआत होने जा रही है. आने वाले दिनों में ये प्रयोग कोरोना महामारी से लड़ने में कारगर सिद्ध हो सकता है. टेलीमेडिसिन कार्यक्रम के लिए दून मेडिकल काॅलेज, हेल्पेज इंडिया, जन शिक्षा समिति मिलकर सहयोग करेंगी. कार्यक्रम में पहले चरण में आशा वर्करों, मेडिकल स्टोर संचालकों व ग्राम प्रधानों को मरीजों को प्राथमिक स्तर पर दवाईयों को देने की ऑनलाइन ट्रेनिंग दी जाएगी. जिससे गांव में ही कोरोना संक्रमितों को आइसोलेशन के दौरान दवाईयां मिल सकें. वहीं दूसरी ओर इसमें 15 से 50 डॉक्टरों का ग्रुप बनाया जायेगा. इसमें मॉनिटरिंग व सलाह भी ली जाती रहेगी.
6 किमी. पैदल चलकर टीकारकरण केंद्र पहुंची स्वास्थ्य टीम
मद्महेश्वर घाटी के सीमांत गांव गौंडार में कोविड टीकाकरण कार्य किया गया. 6 किमी पैदल चलकर स्वास्थ्य कर्मी गांव में पहुंचे और यहां पर लगभग 60 से अधिक बुजुर्गों का टीकाकरण किया. साथ ही टीकाकरण करने वालों को स्वास्थ्य विभाग की ओर से बुखार की दवाइयां भी दी गई.
मिशन हौसला के तहत पुलिस ने पहुंचाई मदद
रुद्रप्रयाग में मिशन हौसला के तहत पुलिस ने कोरोनाकाल में विभिन्न स्थानों पर जबरूरमंदों को खाद्य सामग्री के साथ ही अन्य मदद पहुंचाई, ताकि लोग स्वस्थ्य व सुरक्षित रह सके. वहीं संबंधित लोगों ने पुलिस के इन कार्यों की सराहना भी की.
- ऊखीमठ थानाध्यक्ष मुकेश थलेड़ी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने शारीरिक रूप से अक्षम मोहन लाल निवासी ग्राम गांधीनगर के घर राशन सामग्री पहुंचाकर उसकी मदद की.
- थाना अगस्त्यमुनि पुलिस ने एक 72 वर्षीय बुजुर्ग महिला के साथ उसके छोटे पोता एवं पोती रहते हैं, उस जरूरतमंद महिला को खाद्यान्न सामग्री उपलब्ध कराई.
- राहुल कुमार निवासी बसंत विहार देहरादून अपनी कार से गोपेश्वर की तरफ जा रहे थे, कि अचानक जवाड़ी बाईपास के निकट पहाड़ी से एक पत्थर गिरने के कारण उक्त कार के चेंबर क्षतिग्रस्त हो गया. उक्त वाहन स्वामी ने कोतवाली पुलिस को अपनी समस्या बताई तो कोतवाली पुलिस ने रुद्रप्रयाग कस्बे में एक वर्कशॉप स्वामी से संपर्क कर, उक्त कार को ठीक करवाया.
- थाना अगस्त्यमुनि पुलिस ने मचकन्डी, ग्राम केड़ा मल्ला में जरूरतमंद, वरिष्ठ नागरिको से भेंट कर उनकी कुशलता जानी और जरूरतमंद लोगों को खाद्यान्न सामग्री उपलब्ध करायी गई.