रुद्रप्रयाग: तल्लानागपुर क्षेत्र के उत्तरसू गांव के ग्रामीणों ने 'रोड नहीं तो वोट भी नहीं' का नारा देते हुए विधानसभा चुनाव बहिष्कार का निर्णय लिया है. ग्रामीणों ने साफ तौर पर कहा है कि सड़क निर्माण का काम शुरू नहीं हुआ, तो इस बार ग्रामीण वोट नहीं डालेंगे.
दरअसल, राज्य योजना में रुद्रप्रयाग-चोपड़ा-डुंगरी-चापड़ मोटरमार्ग से ग्राम उत्तरसू के लिए साढ़े तीन किलोमीटर मोटरमार्ग की स्वीकृति मिली है लेकिन निर्माण कार्य अभी तक शुरू नहीं हुआ है. ग्रामीण जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के चक्कर काटते-काटते थक चुके हैं.
सड़क के अभाव में ग्रामीणों को प्रतिदिन अपने पीठ पर सामान ढोहकर अपने गांव पहुंचना पड़ता है. शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं का और भी बुरा हाल है. उत्तरसू गांव के ग्रामीण लंबे समय से मोटर मार्ग की मांग करते आ रहे हैं लेकिन अभी तक विभाग का ढुलमुल रवैया ही रहा है.
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उत्तराखंड क्रांति दल के युवा नेता मोहित डिमरी ने कहा कि मोटरमार्ग न होने से छात्रों को इंटरमीडिएट की पढ़ाई के लिए तीन से चार किलोमीटर दूर चोपड़ा जाना पड़ता है. छात्रों को घने जंगल के बीच से होकर गुजरना पड़ता है. ऐसे में हर समय जंगली जानवरों का भी भय बना रहता है. यही नहीं गांव में किसी व्यक्ति के बीमार होने पर उसे सड़क मार्ग तक चारपाई पर ले जाना पड़ता है. सड़क के लिए ग्रामीण कई बार आंदोलन भी कर चुके हैं लेकिन सरकार के कान में जूं तक नहीं रेंग रही है.
स्थानीय निवासियों ने कहा है कि सड़क न होने से लोग गांव से पलायन कर रहे हैं. अब ग्रामीणों ने निर्णय लिया है कि विधानसभा चुनाव का पूर्ण रूप से बहिष्कार किया जाएगा इसके अलावा अब ग्रामीणों के पास विरोध प्रकट करने का दूसरा कोई विकल्प नहीं है. जल्द ही इसका एक अल्टीमेटम भी जिलाधिकारी को दिया जाएगा.