रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहित सरकार के साथ-साथ देवस्थानम् बोर्ड द्वारा किए जा रहे कार्यों से खासे आक्रोशित हैं. तीर्थ पुरोहितों का आरोप है कि देवस्थानम् बोर्ड के अधिकारी केदारनाथ धाम के स्थानीय लोगों को विश्वास में लिए बगैर ही धाम में मनमर्जी का काम करा रहे हैं. ऐसे में शनिवार को तीर्थ पुरोहितों ने केदारनाथ मंदिर के आगे धरना दिया और नारेबाजी की. इस दौरान तीर्थ पुरोहितों ने चेतावनी दी है कि यदि उनके अधिकारों के साथ जबरन छेड़छाड़ की गई तो वे आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो जाएंगे.
दरअसल, केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहित प्रदेश सरकार द्वारा गठित देवस्थानम बोर्ड का पहले से ही विरोध कर रहे हैं. तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि इस बोर्ड को भंग करके बद्री-केदार मंदिर समिति को दोबारा से अस्तित्व में लाया जाये. इसके अलावा तीर्थ पुरोहितों का आरोप है कि देवस्थानम् बोर्ड के अधिकारी-कर्मचारी केदारनाथ पहुंचकर तीर्थ पुरोहितों को विश्वास में लिए बगैर मनमर्जी से कार्य कर रहे हैं और उनके द्वारा तीर्थ पुरोहितों के घरों से भी छेड़छाड़ की जा रही है.
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केदारसभा के अध्यक्ष विनोद शुक्ला ने कहा कि तीर्थ पुरोहितों के बिना ही उनके घरों से छेड़छाड़ की जा रही है, अगर सरकार का यही रवैया रहा तो तीर्थ पुरोहित और केदारनाथ के पुरोहित आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो जाएंगे. उन्होंने कहा कि सरकार की मर्जी किसी भी तरह से नहीं चलने दी जाएगी.