रुद्रप्रयाग: तुंगनाथ घाटी की ग्राम पंचायत उषाड़ा के रहने वाले 29 वर्षीय नायक अरविन्द सिंह नेगी का आज सैन्य सम्मान के साथ अन्तिम संस्कार किया गया. उनके पैतृक घाट आकाशकामिनी नदी के उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए कई लोग पहुंचे. नायक अरविन्द सिंह नेगी 5 गढ़वाल राफल्स की एमटी कम्पनी में तैनात थे. उनके निधन से तुंगनाथ घाटी में मातम छा गया है. उनके परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है.
5 गढ़वाल राफल्स के सुबेदार देवेन्द्र सिंह बुटोला ने बताया कि अरविन्द सिंह नेगी साल 2010 में सेना में भर्ती हुए थे. वे इन दिनों 5 गढ़वाल राफल्स की एमटी कम्पनी में असम के तामुलपुर में तैनात थे. बीते दिनों 13 दिसम्बर को खेल के दौरान उन्हें गम्भीर चोट लगी थी. जिसके बाद उन्हें गुवाहाटी सेना के अस्पताल में भर्ती किया गया था. जहां लंबे इलाज के बाद भी उनके स्वास्थ्य में सुधार नहीं हुआ. रविवार शाम साढ़े पांच बजे डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
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मंगलवार को सेना के वाहन से उनके पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव उषाडा पहुंचाया गया. तिरंगे पर लिपटे अरविन्द सिंह नेगी के पार्थिव शरीर को देखकर उनकी पत्नी प्रियंका देवी, मां यशोदा देवी, पिता बलवीर सिंह सहित परिजन और ग्रामीण फूट-फूट कर रो पड़े. उनके गांव उषाडा ताल से आकाशकामिनी नदी तक शव यात्रा निकाली गई. जिसमें सैकड़ों ग्रामीणों ने उन्हें नम आंखों से अन्तिम विदाई दी.
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उनके पैतृक घाट आकाशकामिनी नदी के किनारे 11 मराठा रेजिमेंट की सलामी के साथ अन्तिम संस्कार किया गया. अरविन्द सिंह नेगी की चिता को उनके भाईयों ने मुखाग्नि दी. अरविंद सिंह नेगी के निधन से सम्पूर्ण तुंगनाथ घाटी में मातम पसरा हुआ है.