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रेलवे प्रोजेक्ट से कई आवासीय भवनों में पड़ीं दरारें, नरकोटा के ग्रामीणों ने रुकवाया काम - ग्रामीणों ने रेल परियोजना का काम रुकवा दिया

आवासीय भवनों में दरार आने के बाद नरकोटा के ग्रामीणों ने रेल परियोजना का काम रुकवा दिया है. ग्रामीणों का आरोप है कि टनल निर्माण के दौरान उनके आवास हिल गए हैं.

रेलवे के काम से कई आवासीय भवनों में पड़ीं दरारें
रेलवे के काम से कई आवासीय भवनों में पड़ीं दरारें
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Published : Oct 26, 2021, 7:03 PM IST

रुद्रप्रयाग: जिले में रेल परियोजना प्रभावित नरकोटा गांव के ग्रामीण हर रोज दहशत में जीवन जी रहे हैं. रेल परियोजना में टनल निर्माण से कई आवासीय भवनों पर दरारें पड़ गईं हैं और पीड़ित परिवारों की सुनने वाला कोई नहीं है. आरबीएनएल की कार्यप्रणाली को लेकर लोगों में भारी आक्रोश बना हुआ है. ऐसे में आक्रोशित ग्रामीणों ने मंगलवार को परियोजना का कार्य रोक दिया है.

ग्रामीणों ने कहा कि रेल परियोजना विकास के लिए जरूरी है, लेकिन परियोजना निर्माण से गांव तबाह हो रहा है और ग्रामीणों की जिंदगी भर की कमाई से बने आवासीय भवन ध्वस्त होने की कगार पर हैं. ग्रामीण जनता के साथ यह सरासर अन्याय है और इसका विरोध करना अब मजबूरी बन गई है.

पढ़ें: महादेव की धरती पर पहली बार होगा शिव महोत्सव, चीन सीमा पर गूंजेंगे 5100 शंख

स्थानीय लोगों का कहना है कि निर्माण इस तरह से किया जाए, जिससे ग्रामीणों को कोई नुकसान न पहुंचे. कंपनी की ओर से सरकार की नीतियों और परियोजना निर्माण के मानकों की अनदेखी की जा रही है. ग्रामीणों ने साफ चेतावनी दी कि अगर उनकी सुरक्षा के साथ खिलवाड़ हुआ तो किसी भी कीमत पर कार्य नहीं होने दिया जाएगा.

रुद्रप्रयाग: जिले में रेल परियोजना प्रभावित नरकोटा गांव के ग्रामीण हर रोज दहशत में जीवन जी रहे हैं. रेल परियोजना में टनल निर्माण से कई आवासीय भवनों पर दरारें पड़ गईं हैं और पीड़ित परिवारों की सुनने वाला कोई नहीं है. आरबीएनएल की कार्यप्रणाली को लेकर लोगों में भारी आक्रोश बना हुआ है. ऐसे में आक्रोशित ग्रामीणों ने मंगलवार को परियोजना का कार्य रोक दिया है.

ग्रामीणों ने कहा कि रेल परियोजना विकास के लिए जरूरी है, लेकिन परियोजना निर्माण से गांव तबाह हो रहा है और ग्रामीणों की जिंदगी भर की कमाई से बने आवासीय भवन ध्वस्त होने की कगार पर हैं. ग्रामीण जनता के साथ यह सरासर अन्याय है और इसका विरोध करना अब मजबूरी बन गई है.

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स्थानीय लोगों का कहना है कि निर्माण इस तरह से किया जाए, जिससे ग्रामीणों को कोई नुकसान न पहुंचे. कंपनी की ओर से सरकार की नीतियों और परियोजना निर्माण के मानकों की अनदेखी की जा रही है. ग्रामीणों ने साफ चेतावनी दी कि अगर उनकी सुरक्षा के साथ खिलवाड़ हुआ तो किसी भी कीमत पर कार्य नहीं होने दिया जाएगा.

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